कलादास डहरिया के लेबर कैम्प जामुल स्थित निवास में एनआईए की टीम सुबह से पहुंची हुई है
भिलाई। छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम ने छापेमारी की है। एनआईए ने छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा सांस्कृतिक मंच के सदस्य कलादास डहरिया के घर पर छापा मारा है। एनआईए की टीम कला दास की बेटी का खराब लैपटॉप, पेन ड्राइव और मोबाइल फोन जप्त कर ले गई है। कला दास डहरिया रेला नाम का जनवादी सांस्कृतिक संगठन (एनजीओ) चलाते हैं।
जानकारी के मुताबिक कलादास डहरिया के लेबर कैम्प जामुल स्थित निवास में एनआईए की टीम सुबह से पहुंची हुई है। टीम ने शाम तक छानबीन कर रही है। कलादास रेला एनजीओ से जुड़े हैं। रेला किसान आदिवासी और मजदूरों के संगठन का काम करती हैं। इसके लिए एनजीओ को देश भर से फंडिंग हो रही है।
टेक डेस्क . कई बार ऐसा होता है कि आप अपने मोबाइल पर वीडियो देख रहे हैं या फिर कुछ और भी कर रहे हैं और अचानक इंटरनेट डेटा खत्म हो जाता है। ऐसे में आपको डाटा ऐडऑन प्लान लेना होता है। इस समस्या से लगभग हर कोई यूथ जूझता है। अब आपको इस समस्या से छुटकारा मिलने वाला है। अब आप इंटरनेट डेटा खत्म होने के बाद भी इंटरनेट का इस्तेमाल जारी रख पाएंगे। यह खास सर्विस जियो टेलीकॉम के यूजर्स को मिलने वाली है। यह सुविधा लेने के लिए आपको माई जियो ऐप डाउनलोड करना होगा। इसके बाद लेफ्ट साइड में आपको मैन्यू आइकन नजर आएगा। यहां पर आपको डेटा लोन सेक्शन सर्च करना होगा। इसमें आपको रिक्वेस्ट डेटा करना होगा। इसके बाद आपको इमरजेंसी डेटा मिल जाएगा। इसकी मदद से डेटा अमाउंट अपने आप नेक्स्ट रिचार्ज से डिडेक्ट ज्यादा हो जाएगा।
पहली बार डेटा लोन सुविधा
जियो ने इस सर्विस को डेटा लोन सर्विस नाम दिया है। जहां ईमरजेंसी सिचुएशन में आपको अर्जेंट डेटा उपलब्ध कराया जाएगा। यह सुविधा आपको महीने में कई बार मिल सकती है, लेकिन इसके खास नियम यह है कि आपने पहले जो भी डेटा लोन लिया है, उसे क्लीयर करना होगा। मसलन, आपने एक बार डेटा लोन ले लिया है तो उसका चार्ज आपको बाद में चुकाना है, लेकिन फिर से डेटा लोन लेने से पहले पुराना लोन चार्ज अदा करना होगा। इसी तरह आपको लोन का डेटा मिल पाएगा।
एयरटेल में भी शुरुआत
ऐसा ही डेटा लोन सर्विस एयरटेल भी शुरू कर रहा है। इसमें खास बात यह है कि यहां आप कई बार डेटा लोन हासिल कर सकेंगे, लेकिन इसका पेमेंट आपको जीबी के अनुपात में नए रिचार्ज के साथ करना होगा। यह ऐसा लोन है जिसको यदि आप नहीं भी चुकाएं तो कुछ खास फर्क नहीं पड़ेगा। बस, टेलीकॉम कंपनी आपका डेटा अकाउंट लोन के सेक्शन में डियु दिखाती रहेगी। यह सर्विस उन लोगों के लिए फायदेमंद होगी जो दिनभर यूट्यूब और रील्स देखते हैं और फिर जब पेमेंट या यूपीआई करना होता है तो उनका डेटा खत्म हो जाता है, जिसके बाद उन्हें किसी से हॉटस्पॉट लेना होता है।
सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से इस संबंध में आदेश जारी किया गया है, मुख्यमंत्री के उप सचिव तीरथ राम लड़िया को स्कूल शिक्षा विभाग के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त किया गया
रायपुर। छत्तीसगढ़ में राज्य प्रशासनिक सेवा और सचिवालय सेवा के 20 अधिकारियों के प्रभार में फेरबदल किया है। इसमें उप सचिव और अवर सचिव स्तर के अधिकारी शामिल हैं। सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से इस संबंध में आदेश जारी किया गया है। मुख्यमंत्री के उप सचिव तीरथ राम लड़िया को स्कूल शिक्षा विभाग के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त कर दिया गया है।
इधर लेखा अजगल्ले को शिक्षा विभाग में ओएसडी बनाया गया है। अजय कुमार त्रिपाठी को पर्यटन विभाग में उप सचिव नियुक्त किया गया है। सामान्य प्रशासन विभाग ने इसे लेकर बुधवार शाम आदेश जारी किया है।
अधिकारी और उनकी नई पदस्थापना शैलाभ साहू (उप सचिव) सामान्य प्रशासन विभाग, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग का अतिरिक्त प्रभार लवीना पांडेय आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग एवं पिछड़ा वर्ग अल्पसंख्यक विकास विभाग अजय कुमार त्रिपाठी पर्यटन एवं संस्कृति विभाग, सामान्य प्रशासन विभाग का अतिरिक्त प्रभार तीरथ प्रसाद लड़िया स्कूल शिक्षा प्रभार के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त, शेष यथावत प्रेमा गुलाब एक्का सुशासन अभिसरण विभाग कमलेश कुमार साहू जन शिकायत निवारण विभाग उमेश पटेल (अवर सचिव) राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग गंगाधर वाहिले सुशासन एवं अभिसरण विभाग के.एम.अग्रवाल लोक निर्माण विभाग रूचि शर्मा पर्यटन एवं संस्कृति विभाग तरूणा साहू स्कूल शिक्षा विभाग लेखा अजगले (ओएसडी) उच्च शिक्षा विभाग गौरी शंकर शर्मा (अवर सचिव) कृषि विकास एंव किसान कल्याण और जैव प्रौद्योगिकी विभाग दशेराम चंद्रवंशी वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग राजकुमार चंचलानी आदिम जाति विकास विभाग कंवर लाल मांझी समाज कल्याण विभाग डीआर सोंटापर वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग शत्रुहन यादव आवास एवं पर्यावरण विभाग के.के भूआर्य राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग घनश्याम साहू जन शिकायत निवारण विभाग
बेंच में शामिल अकेले जस्टिस बीवी नागरत्ना ऐसे जज थे, जिन्होंने बहुमत से अलग राय दी
नई दिल्ली। खनिज पर टैक्स को लेकर राज्यों और केंद्र के बीच मतभेद पर सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला दिया है। शीर्ष अदालत ने कहा कि खनिजों पर लगने वाली रॉयल्टी को टैक्स नहीं माना जा सकता। अदालत की संवैधानिक बेंच ने 8:1 के बहुमत से दिए गए फैसले में कहा कि संसद के पास संविधान के प्रावधानों के तहत खनिज अधिकारों पर कर लगाने की शक्ति नहीं है।
चीफ डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा कि न्यायमूर्ति बी वी नागरत्ना ने इस बात पर असहमतिपूर्ण फैसला दिया है कि खनिजों पर देय रॉयल्टी कर है या नहीं। वहीं अन्य 8 जजों ने एकमत से कहा कि इसे टैक्स नहीं माना जा सकता। इस तरह संविधान पीठ ने व्यवस्था दी कि खनिजों पर दी जाने वाली रॉयल्टी कर नहीं है। इस अहम फैसले को सुनाने वाली बेंच में चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के अलावा जस्टिस ऋषिकेश रॉय, एएस ओका, जेबी पारदीवाला, मनोज मिश्रा, बीवी नागरत्ना, उज्जल भुयां, सतीश चंद्र शर्मा, ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह शामिल थे।
7 जजों की तरफ से चीफ जस्टिस ने फैसला सुनाया बेंच में शामिल अकेले जस्टिस बीवी नागरत्ना ऐसे जज थे, जिन्होंने बहुमत से अलग राय दी। चीफ जस्टिस ने अपनी और 7 अन्य जजों की तरफ से फैसला सुनाते हुए कहा कि संविधान के अनुसार केंद्र या संसद के पास अधिकार नहीं है कि वह खनिज पर टैक्स लगा सके। अदालत ने संविधान की लिस्ट 2 की एंट्री 50 के तहत यह व्यवस्था दी। इसी में खनिजों पर टैक्स को लेकर वर्णन किया गया है।
1989 में दिए सुको के फैसले को गलत बताया शीर्ष अदालत के इस फैसले से खनिजों के मामले में समृद्ध ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्यों को बड़ा फायदा होगा। अब इस मामले में बुधवार को फिर सुनवाई होगी, जिसमें अदालत यह विचार करेगी कि इस फैसले को बीते दिनों से लागू किया जाए या फैसले के बाद से लागू किया जाए। चीफ जस्टिस ने अपने फैसले में 1989 में दिए सुप्रीम कोर्ट के फैसले को भी गलत बताया। उस फैसले में अदालत ने कहा था कि खनिजों पर लगने वाली रॉयल्टी एक टैक्स है।
लगातार शिकायतों के बाद मेडिकल और पुलिस की संयुक्त टीम को जांच में नहीं मिला लाइसेंस, एसडीएम ने किया क्लीनिक और मेडिकल स्टोर को सील
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वाले झोलाछाप डाक्टरों के कारण बड़ी संख्या में लोगों को विपरीत स्थिति का सामना करना पड़ा है, अनेक लोगों की जान चली गई। ऐसे में फर्जी चिकित्सकों के खिलाफ लगातार मिल रही शिकायतों को शासन-प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। इसलिए प्रदेश भर में झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई जारी है।
इसी बीच तहसील मरवाही के निमधा में बिना अनुमति के बगैर लाइसेंस संचालित करने पर जायसवाल क्लीनिक और वर्षा मेडिकल स्टोर्स निमधा को नर्सिंग होम एक्ट के तहत तत्काल सील कर दिया गया है। मामले में अनुविभागीय दण्डाधिकारी मरवाही, तहसीलदार, खण्ड चिकित्सा अधिकारी और थाना प्रभारी मरवाही की संयुक्त टीम ने छापेमारी कर वर्षा जायसवाल के (डिग्री इन योगा एण्ड हेल्थ) क्लीनिक और वर्षा मेडिकल स्टोर को सील किया है।
नहीं मिला वैध दस्तावेज एसडीएम मरवाही दिलेराम डाहिरे ने बताया कि जांच दल को वर्षा जायसवाल के द्वारा प्रस्तुत क्लीनिक एवं मेडिकल स्टोर से संबंधित दस्तावेज और सामग्री की जांच की गई। जांच में पाया गया कि बिना अनुमति के क्लीनिक संचालित की जा रही थी। बिना अनुमति के डॉ. रूपेन्द्र मिश्रा क्लीनिक में उपचार कर रहे थे।
नाम किसी का संचालन कोई और करता मिला इसी तरह वर्षा मेडिकल स्टोर्स, रोहित जायसवाल के नाम से संचालित है, जिसका संचालक वर्षा जायसवाल है। मेडिकल स्टोर में देवेंद्र सिंह नामक व्यक्ति द्वारा दवाइयां बेची जा रही थीं, जो दवाइयां बेचने के लिए अधिकृत नहीं है, न ही इनके पास कोई वैध डिग्री है, जो पूर्णतः मेडिकल संचालन नियम के विरूद्ध पाया गया। मेडिकल स्टोर में रोहित जायसवाल बैठता नहीं है। संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए वर्षा जायसवाल क्लीनिक और वर्षा मेडिकल स्टोर को सील कर दिया।
इसकी घोषणा आईओसी ने की है, उनकी इस उपलब्धि पर देश गौरवान्वित है, पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह ने बधाई दी
नई दिल्ली। Olympic Order Award- खेल जगत में अपनी धाक मनवाने वाले निशानेबाज अभिनव बिंद्रा को ‘ओलंपिक आर्डर’ पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इसकी घोषणा आईओसी ने की है। उनकी इस उपलब्धि पर देश गौरवान्वित है। वह अभिनव बिंद्रा फाउंडेशन की मदद से भारतीय खेलों को आगे बढ़ा रहे हैंं। पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी इसे हर्ष का विषय बताया है।
गृह मंत्री ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, “ओलंपिक आर्डर पुरस्कार से सम्मानित होने पर अभिनव बिंद्रा को बधाई। अनुकरणीय प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी, अभिनव बिंद्रा अपने ज्ञानवर्धक मार्गदर्शन से एथलीटों को प्रेरित करते रहते हैं। मेरी सारी शुभकामनाएं उनके साथ हैं”।
इससे पहसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी निशानेबाज अभिनव बिंद्रा को अपने एक्स अकाउंट पर बधाई दे चुके है। मोदी ने अपने पोस्ट में कहा था कि अभिनव की इस उपलब्धि पर हर भारतीय को गर्व है। ओलंपिक ऑर्डर पुरस्कार किसी व्यक्ति को दिया जाने वाला सर्वोच्च ओलंपिक सम्मान है। 10 अगस्त को पेरिस में आयोजित होने वाले 142वें आईओसी सत्र में भारतीय निशानेबाज को सम्मानित किया जाएगा।
इस सम्मान की स्थापना 1975 में हुई थी बता दें, ओलंपिक ऑर्डर सम्मान की स्थापना 1975 में हुई थी। शुरुआत में यह पुरस्कार गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज कैटेगरी में विशिष्ट योगदान देने वाले खिलाड़ियों को दिया जाता था। 1984 में रिव्यू के बाद आईओसी ने सिल्वर और ब्रॉन्ज की कैटेगरी को समाप्त कर दिया। इसके बाद यह तय किया कि अब यह पुरस्कार सिर्फ गोल्ड कैटेगरी में राष्ट्र प्रमुखों और ओलंपिक खेलों में विशिष्ट योगदान देने वाले खिलाड़ियों को ही दिया जाएगा।
अब तक 116 हस्तियों को अवार्ड, सिर्फ एक भारतीय शामिल आईओसी ओलिंपिक की मेजबानी करने वाले राष्ट्र प्रमुखों को भी यह पुरस्कार देता रहा है। परंपरागत रूप से, आईओसी प्रत्येक ओलंपिक गेम्स के समापन समारोह में मुख्य राष्ट्रीय आयोजक को ओलंपिक ऑर्डर प्रदान करता है। दुनिया में अब तक 116 हस्तियों को गोल्ड ओलिंपिक ऑर्डर पुरस्कार मिल चुका है। अभी तक इसमें सिर्फ एक भारतीय शामिल है। अभिनव को यह सम्मान ओलिंपिक आंदोलन में अहम भूमिका निभाने के लिए दिया गया है।
0 छत्तीसगढ़ सहित बलरामपुर पुलिस में शोक की लहर, बेहद ही सरल और सौम्य स्वभाव के थे पुलिस ऑफिसर, पीलिया की वजह से किडनी और लीवर हो गया था खराब
रायपुर। ASP Nimesh Baraiya: बलरामपुर जिले में एडिशनल एसपी के पद पर पदस्थ पुलिस ऑफिसर निमेश बरैया का बुधवार की रात रायपुर के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वे कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। उनका इलाज रायपुर के कोटा स्थित एक निजी अस्पताल में चल रहा था। ASP के निधन से छत्तीसगढ़ सहित बलरामपुर पुलिस विभाग में शोक की लहर फैल गई है।
गौरतलब है कि एडिशनल एसपी निमेश बरैया को कुछ दिन पहले पीलिया हो गया था। समय पर पता नही चल पाने के कारण उनकी किडनी और लीवर में परेशानी आ गई थी। तबियत ज्यादा बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
ASP निमेश बरैया काफी सरल व सौम्य स्वभाव के पुलिस ऑफिसर थे, काफी कम उम्र में ही वे दुनिया छोड़ गए। ASP के निधन से उनके परिजनों का रो-रोकर जहां बुरा हाल है, वही पुलिस विभाग में भी शोक की लहर है।
0 बलरामपुर के कंपोजिट बिल्डिंग स्थित माइनिंग शाखा में देर रात संदिग्ध हालत में लगी आग, शॉर्ट सर्किट से आग लगने की जताई जा रही आशंका, सूचना मिलते ही पहुंचे एसडीएम और माइनिंग अधिकारी
बलरामपुर। Fire in mining office: बलरामपुर जिले के कंपोजिट बिल्डिंग में स्थित माइनिंग दफ्तर में बुधवार की देर रात अचानक आग लग गई। आग से कई साल पुराने और गोपनीय रिकॉर्ड जलकर खाक हो गए। हालांकि कुछ दस्तावेज बच गए हैं, लेकिन कई महत्वपूर्ण दस्तावेजों के जलने की आशंका जताई जा रही है। सूचना मिलते ही आज सुबह एसडीएम और माइनिंग ऑफिसर मौके पर पहुंचे। फिलहाल शॉर्ट सर्किट से आग लगने की बात कही जा रही है।
बलरामपुर रामानुजगंज जिले के बलरामपुर में स्थित कंपोजिट बिल्डिंग में कई सरकारी दफ्तर संचालित हैं। यहां माइनिंग ऑफिस भी स्थित है। गुरुवार की सुबह करीब 5:30 बजे कुछ लोगों ने कंपोजिट बिल्डिंग से धुआं निकलता देखा तो इसकी सूचना फायर ब्रिगेड टीम को दी।
सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम व प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। यहां माइनिंग दफ्तर में आग लगी हुई थी। फिर फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पाया। लेकिन माइनिंग दफ्तर के रिकॉर्ड रूम व स्थापना शाखा में रखे हुए कई पुराने व महत्वपूर्ण गोपनीय दस्तावेज जलकर खाक हो गए। हालांकि कुछ दस्तावेज बच गए हैं, जिसका मिलान किया जा रहा है।
SDM और माइनिंग ऑफिसर भी पहुंचे
घटना की सूचना पर एसडीएम अमित श्रीवास्तव मौके पर पहुंचे उन्होंने शॉर्ट सर्किट से आग लगने की आशंका जताई है। बताया जा रहा है कि माइनिंग ऑफिसर बीमा मंडावी भी दफ्तर पहुंचे थे और वे मौका मुआयना कर वहां से चले गए।
हम आपको बता दें कि सरगुजा से विभाजित होकर अलग जिला बनने के बाद बलरामपुर में वहां से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज यहां शिफ्ट किए गए थे। इनमें कई गोपनीय दस्तावेज भी थे। आग से इन दस्तावेजों के भी जल जाने की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में मामला संदिग्ध प्रतीत हो रहा है।
यह दुर्घटना पड़ोसी देश नेपाल की राजधानी काठमांडू में हुआ, जहां क्रैश होने के बाद विमान धू-धूकर जलने लगा
काठमांडू। भारत का पड़ोसी मित्र देश नेपाल की राजधानी काठमांडू में बुधवार की सुबह-सुबह बड़ी दुखद घटना घटी है। यात्रियों को लेकर जा रहा एक विमान उड़ान भरने से पहले ही दुर्घटना का शिकार हो गया। रनवे पर फिसलने से बड़ी दुर्घटना घटी है। घटना में 18 लोगों की जान चली गई।
नेपाल की न्यूज एजेंसी के मुताबिक यहां के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बुधवार की सुबह उड़ान भरने के दौरान सौर्य एयरलाइन कंपनी का विमान दुर्घटना का शिकार हो गया। इस दौरान विमान में 19 लोग सवार थे। इनमें से 18 लोगों की जान चली गई है।
दुर्घटना इतनी भयानक थी कि मंजर देखकर हर कोई दहल गया। हादसे की भयावहता इस बात से लगाया जा रहा है कि लोग हादसे की फोटो देखकर इसका अंदाजा लगाते हुए हक उठते हैं ..ओ माई गाड..। लाशें जल चुकी थी। विमान के मलबे से चारों ओर काला धुआं निकल रहा था।
न्यूज एजेंसी के मुताबिक विमान पोखरा जा रहा था इसी दौरान सुबह 11 बजे घटना घटी है। हवाई अड्डे पर तैनात एक सुरक्षा अधिकारी के मुताबिक विमान का पायलट घायल है। उन्हें अस्पताल दाखिल किया गया है। अधिकारी ने जानकारी दी है कि विमान में लगी आग को बुझा दिया गया है। पुलिस और दमकलकर्मियों की मौजूदगी में विमान की आग पर काबू पाने के बाद जांच एजेंसियां पड़ताल में जुटी हैं।
जानकारी अनुसार पोखरा जाने वाले विमान के उड़ान भरने के दौरान वह रनवे से अनियंत्रित होकर बाहर निकल गया। इस कारण से यह दुर्घटना घटित हुई है। विमान में चालक दल के सदस्यों सहित 19 लोग सवार थे। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, दुर्घटनास्थल से 18 शव बरामद किए गए हैं। जहाज के कैप्टन एमआर शाक्य चिकित्सा का लाभ ले रहे हैं।
Snake bite: शरीर में कुछ काटने का अहसास होते ही दोनों की खुल गई नींद, देखा तो पास में लेटा हुआ था सांप, अस्पताल पहुंचने से पहले दोनों ने तोड़ा दम
जांजगीर। Snake bite: 23 जुलाई की रात 2 सगी बहनें साथ में जमीन पर सो रही थीं। इसी दौरान दोनों को करैत सांप ने डस लिया। जब दोनों की नींद खुली तो शरीर पर सांपके डसने के निशान थे। उनकी हालत खराब होते देख परिजन रात में ही दोनों को अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां छोटी बहन को डॉक्टरों जांच पश्चात मृत घोषित कर दिया। जबकि बड़ी बहन ने बिलासपुर ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया। दोनों की मौत से परिवार जनों में मातम पसर गया है।
जांजगीर-चांपा जिले के पामगढ़ इलाके के ग्राम भैंसों के आश्रित गांव डुमरपाली निवासी अनन्या जांगड़े 16 वर्ष और दीप्ति जांगड़े 19 वर्ष सगी बहनें थीं। दोनों मंगलवार रात 8 बजे खाना खाने के बाद घर में जमीन पर सो गई थी।
किसी चीज के काटने का अहसास होने पर रात करीब 11 बजे दोनों की नींद खुल गई। इसी बीच दोनों को उल्टी होने लगी। यह देख घरवालों ने जांच की तो शरीर पर सांप के डसने (Snake bite) निशान मिले।
फिर घर में खोजबीन की तो करैत सांप लेटा हुआ था। इसके बाद उन्हें यह समझते देर नहीं लगी कि उन्हें सांप ने डस लिया है।
अस्पतालले जाते रास्ते में तोड़ा दम
सांप डसने की बात पुख्ता होते ही घरवालों में हड़कंप मच गया। फिर आनन-फानन में रात में दोनों को पामगढ़ सीएचसी अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां जांच पश्चात डाक्टर ने छोटी अनन्या जांगड़े को मृत घोषित किया।
बड़ी बहन दीप्ति जांगड़े की गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे बिलासपुर रेफर कर दिया। परिजन उसे बिलासपुर ले ही जा रहे थे कि रास्ते में उसकी भी मौत हो गई। परिजनों द्वारा दोनों के शवों को घर लाया गया। फिर गमगीन माहौल में उनका अंतिम संस्कार किया गया।
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