Thursday, January 16, 2025
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वार्ड परिसीमन को लेकर 756 दावा-आपत्ति, वार्डों का नाम नहीं बदलने को लेकर अधिक आवेदन

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Rajdhani Raipur Municipal Corporation Delimitation Ward Name Claim Objection
Rajdhani Raipur Municipal Corporation Delimitation Ward Name Claim Objection

पिछले 40 साल से पंडित रविशंकर शुक्ल वार्ड है, लेकिन अभी उसका नाम बदलकर लाल बहादुर शास्त्री वार्ड कर दिया गया है

रायपुर। राजधानी के रायपुर नगर निगम में परिसीमन को लेकर 756 दावा-आपत्ति लगाई गई है। अंतिम दिन 31 जुलाई को 450 से अधिक लोगों ने अपनी आपत्ति दर्ज की है। इस तरह रायपुर शहर के अलग-अलग वार्डों से कुल 756 शिकायतें की गई है।

सबसे ज्यादा आपत्तियां वार्ड की सीमा बदलने और नाम परिवर्तन को लेकर की गई है। रायपुर शहर के दो वार्ड शहीद चूड़ामणि नायक वार्ड और श्यामा प्रसाद मुखर्जी वार्ड से सबसे अधिक आपत्तियां वहां के पार्षद और वार्ड वासियों ने की है।

श्यामा प्रसाद मुखर्जी वार्ड 61 से सामूहिक दावा आपत्ति की गई है। इस वार्ड में पार्षद समेत 200 से अधिक लोगो ने शिकायत की है। वार्डवासियों का कहना है कि हल्का तालाब एरिया के एक तरफ को जानबूझकर परिसीमन में हटा दिया गया है।

एमआईसी सदस्य और वार्ड पार्षद सतनाम सिंह पनाग का कहना है कि, वार्ड के जिस एरिया को हटाया गया है। उसमें बजरंग चौक, दुर्गा चौक, नहर रोड, ज्योति नगर एरिया से होते हुए हल्का तालाब का गोल एरिया आता है। यह हमारे वार्ड का अहम हिस्सा है। हमारे वार्ड में चंद्रशेखर आजाद वार्ड की BSUP कॉलोनी को जोड़ा जा रहा है। जिसे लेकर हमारी आपत्ति है।

चार दशक से है वार्ड का नाम
पंडित रविशंकर शुक्ल वार्ड का नाम बदलने और वार्ड को विलोपित करने को लेकर 100 से अधिक दावा-आपत्ति की गई है। एमआईसी सदस्य और वार्ड पार्षद आकाश तिवारी का कहना है कि पिछले 40 साल से पंडित रविशंकर शुक्ल वार्ड है, लेकिन अभी उसका नाम बदलकर लाल बहादुर शास्त्री वार्ड कर दिया गया है। तिवारी ने बताया कि उनके वार्ड में 10 बूथ आते हैं जिसे विलोपित कर दिया गया है और उसे जोड़कर लाल बहादुर शास्त्री वार्ड में जोड़ गया।

राज्य शासन ने बदले तीन जिलों के कलेक्टर, 19 IAS अफसरों का तबादला भी

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Chhattisgarh Raipur Administrative Order Transfer Collector IAS
Chhattisgarh Raipur Administrative Order Transfer Collector IAS

इस संबंध में आदेश सामान्य प्रशासन विभाग ने जारी किया है

रायपुर। छत्तीसगढ़ में बड़े पैमाने पर आईएएस अफसरों का तबादला किया गया है। उनके आईएएस महादेव कावरे को रायपुर संभाग आयुक्त की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं बीजापुर, महासमुंद और कोरिया जिले के कलेक्टरों का भी तबादला किया गया है। इसके अलावा मंत्रालय में पदस्थ सचिवों के भी प्रभार में फेरबदल किया गया है। इस संबंध में आदेश सामान्य प्रशासन विभाग ने जारी किया है।

देखें ये है सूची…

अंबिकापुर-बिलासपुर नेशनल हाइवे पर अब स्पीडगन की होगी तैनाती, जानिए क्या है इसकी खासियत?

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0 अगर आप अंबिकापुर से बिलासपुर के बीच सड़क मार्ग के रास्ते आना जाना करते हैं, तो इस खबर को जानना आपके लिए जरुरी है। ताकि आप दंड या जुर्माना से बच सके और अपना सफर सुरक्षित तय कर सकें।

कोरबा। बिलासपुर से अंबिकापुर के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग पर होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कोरबा जिला प्रशासन ने हाइवे पर स्पीडगन तैनात करने का निर्णय लिया है। ताकि वाहनों की रफ्तार पर नजर रखी जा सके।

दुर्घटना जन्य क्षेत्रों से पहले गाड़ियों की स्पीड नियंत्रण के लिए होर्डिंग्स व साइन बोर्ड प्रदर्शित किया जाएगा। यथा स्थानों पर स्पीडगन स्थापित किए जाएंगे।

स्पीडगन दूर से ही वाहनों की गति को पकड़ लेगा और निर्धारित गति से अधिक की रफ्तार होने पर पुलिस उसे रोक लेगी। भारी भरख्म जुर्माना लगाया जाएगा। हर साल इस मार्ग पर छोटी- बड़ी दुर्घटनाओं में 100 से अधिक यात्री मारे जाते हैं।

कोरबा जिला प्रशासन ने लिया सख्त निर्णय


अंबिकापुर से बिलासपुर के बीच राजमार्ग पर होने वाली दुर्घटना को लेकर कोरबा जिला प्रशासन ने सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया है।

इस मार्ग पर कोरबा जिले में चिन्हाकित सभी ब्लैक स्पॉट पर रेट्रोरिफ्लेक्टिव ट्रैफिक साइन, स्पीडगन, सीसीटीवी कैमरा, क्रैश बैरियर, हाई मास्ट लाइट, होर्डिंग्स लगाने जैसे अन्य कार्य को करने का निर्णय लिया है। जिन स्थानों पर दुर्घटनाएं होती है और वहां रात में प्रकाश की व्यवस्था नहीं है तो वहां प्रकाश की व्यवस्था करने का निर्णय लिया गया है।

छोटे मार्गों से मुख्य मार्गों को जोड़ने वाले जंक्शन पॉइंट पर रंबल स्ट्रीप लगाया जाएगा। आवश्यक स्थानों में पेड़ो पर रेडियम रिफ्लेक्टर, संकेतक, ब्लिंकर भी लगाया जाएगा। इसका निर्णय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक हुआ है। बैठक में कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के अलावा अन्य अफसर मौजूद थे।

Swati maliwal case : एक महिला पर हमला करते हुए क्या उसे शर्म नहीं आई? सुप्रीम कोर्ट ने बिभव की जमानत सुनवाई 7 तक टाली

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नई दिल्ली .आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल से कथित तौर पर मारपीट किए जाने के मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सहयोगी बिभव कुमार की जमानत अर्जी पर  गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ऐसे बर्ताव पर शर्म आती है कि महिला के साथ जबरदस्ती की गई।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के करीबी सहयोगी बिभव कुमार द्वारा दायर जमानत याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। बिभव पर आम आदमी पार्टी (आप) की सांसद स्वाति मालीवाल पर हमला करने का आरोप है।

स्वाति मालीवाल मारपीट मामले में जस्टिस सूर्यकांत की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष हुई सुनवाई के दौरान कोर्ट ने बिभव कुमार को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि, क्या सीएम आवास क्या गुंडे रखने के लिए है। उसने (बिभव कुमार) गुंडे की तरह काम किया और मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास में घुसा। उसने तब भी महिला पर हमला किया, जबकि उसने अपनी शारीरिक स्थिति बता दी। कोर्ट ने पूछा कि एक महिला पर हमला करते हुए क्या उसे शर्म नहीं आई ?

अभिषेक मनु सिंघवी ने बिभव की पैरवी करते हुए कहा कि एफआईआर तीन दिन बाद दर्ज कराई गई। मालीवाल थाने गई, लेकिन बिना एफआईआर दर्ज कराए लौट गईं। कोर्ट ने चार्जशीट के बारे में पूछा तो वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि जिस आदेश को हमने चुनौती दी है उसके बाद चार्जशीट दाखिल हुई है।

सिंघवी ने हत्या के दो मामलों में आरोपी को जमानत मिलने का हवाला दिया तो जस्टिस सूर्यकांत ने कहा, ‘हमें उन मामलों का हवाला न दें, क्योंकि यहां किस तरह से घटनाक्रम हुआ वो हमारी चिंता का कारण है। आपको एक महिला से ऐसा बर्ताव करते शर्म नहीं आई? हम कॉन्ट्रैक्ट किलर, हत्यारों को भी जमानत देते हैं लेकिन इस मामले में, किस तरह की नैतिक दृढ़ता है?

जस्टिस सूर्यकांतकांत ने पूछा कि क्या सीएम का सरकारी घर निजी आवास है? क्या इसके लिए इस तरह के नियमों की जरूरत है? हम हैरान हैं, यह मामूली या बड़ी चोटों के बारे में नहीं है। हाईकोर्ट ने हर बात को सही तरीके से सुना है। कोर्ट ने बेहद सख्त रवैया अपनाते हुए दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर बिभव की जमानत अर्जी पर जवाब मांगा। मामले की अगली सुनवाई 7 अगस्त होगी।

FASTag Rules change: आज से बदल गए FASTag के नियम, टोल प्लाजा पर भूलकर भी न करें ये गलती, वरना…

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FASTag Rules change: नए नियम के अनुसार फास्टैग उपयोगकर्ताओं को अपने फास्टैग अकाउंट में कुछ बदलाव करने होंगे, ताकि टोल प्लाजा पर किसी भी तरह की परेशानी न हो

FASTag Rules change: आज यानी 1 अगस्त से फास्टैग नियमों में बदलाव लागू हो गया है। ऐसे में फास्टैग से संबंधित नए नियम भी प्रभावी हो गए हैं। अब फास्टैग का उपयोग करने वाले वाहन चालकों को अपने फास्टैग अकाउंट में कुछ बदलाव करने होंगे, ताकि टोल प्लाजा पर किसी भी तरह की परेशानी न हो। यदि आप इन नए नियमों का पालन नहीं करते हैं, तो आपका फास्टैग ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा।

ये हैं फास्टैग से जुड़े नए नियम

फास्टैग से जुड़े नए नियम के अनुसार इसका यूज करने वालों को अपनी KYC प्रक्रिया को अपडेट करना होगा। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के नए नियमों के अनुसार, जिन फास्टैग अकाउंट्स को 5 साल या उससे अधिक समय हो चुका है, उन्हें अपडेट करना या बदलवाना होगा।

इसके लिए फास्टैग होल्डर्स को अपने अकाउंट की इंश्योरेंस डेट की जांच करनी होगी और आवश्यकता पड़ने पर प्राधिकरण से इसे बदलवाना होगा।

वहीं जिन फास्टैग अकाउंट्स को 3 साल हो गए हैं, उन्हें दोबारा KYC कराने की आवश्यकता है। फास्टैग सेवा के माध्यम से KYC कराने की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर है।

उपयोगकर्ता और कंपनियां अपने फास्टैग अकाउंट की KYC प्रक्रिया 31 अक्टूबर तक पूरी कर सकते हैं। लेकिन अगर 1 अगस्त तक आपके फास्टैग अकाउंट का KYC प्रोसेस पूरा नहीं हुआ है, तो 1 अगस्त से उसे ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा।

ऐसे अपडेट करें KYC

KYC के लिए आपके पास वाहन के सभी दस्तावेज और गाड़ी के मालिक का पहचान पत्र होना चाहिए। KYC अपडेट के दौरान आपको वाहन की आगे और पीछे की स्पष्ट तस्वीरें अपलोड करनी होंगी। KYC प्रक्रिया 31 अक्टूबर तक पूरी करनी होगी।

FASTag सर्विस पर बैंक ले सकते हैं यह शुल्क

विवरण – 25 रुपये प्रति एक
फास्टैग बंद करना – 100 रुपये
टैग मैनेजमेंट – 25 रुपये/तिमाही
निगेटिव बैलेंस – 25 रुपये/तिमाही

प्यार में पागल एक और पाकिस्तानी भाभीजान पहुंची भारत, टूरिस्ट वीजा लेकर आई, आशिक से शादी रचाई और भारतीय हो गई, सगे दो बच्चों को छोड़ आई परदेश

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राजस्थान . किसी ने सच ही कहा है प्यार ना सरहद देखता है और ना ही दूरी वो तो बस हो जाता है और ऐसा ही एक मामला सामने आया है राजस्थान के चूरू में। जहां पाकिस्तानी बहू मेहवीश 45 दिन के टूरिस्ट वीजा पर भारत पहुंची हैं। लोकल 18 से बातचीत में मेहविश ने दोस्ती से परवान चढ़े प्यार के किस्से शेयर किए है।

पाकिस्तान के लाहौर की रहने वाली 25 वर्षीय मेहविश ने अपने सारे बंधन तोड़कर चूरू के गांव पिथिसर के दो बच्चों के पिता रहमान से निकाह कर लिया और अब वह अपने ससुराल पहुंची है। लाहौर की रहने वाली मेहविश ने प्यार के लिये अपने 2 बच्चों को छोड़ दिया, इधर रहमान भी शादीशुदा है जिसके भी 2 बच्चे हैं। रहमान की पहली पत्नी फरीदा बच्चों सहित अपने पीहर भादरा रह रही है। मेहविश को उसके ससुराल वाले बाघा बॉर्डर से लेकर आए हैं।

ब्यूटी पार्लर का करती थी काम
मेहविश ने बताया कि वह पाकिस्तान के लाहौर की रहने वाली है। जब वह 2 साल की थी तो उसकी मां का देहांत हो गया और करीब 15 साल पहले उसके पिता जुल्फीकार का भी इंतकाल हो गया। 12 साल पहले वह अपनी बहन साहिमा के पास इस्लामाबाद आ गई थी जहां उसने 2 महीने तक ब्यूटी पार्लर का काम सीखा। वह पिछले 10 साल से ब्यूटी पार्लर का काम कर रही है. साल 2006 में बादामी बाग के एक व्यक्ति से शादी हुई थी. उसके पहले पति से दो बेटे हैं जिनकी उम्र 12 साल और 7 साल है। शादी के बाद उसके पहले पति ने उसे छोड़ दिया और दूसरी शादी कर ली। महविश का पहले पति से तलाक 2018 में हुआ था।

Delhi coaching case : जबर फेमस विकास दिव्यकीर्ति सर ने तोड़ी चुप्पी, बोले- अगर नियम की बात है तो मैं दिल्ली छोड़ दूंगा

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नई दिल्ली . दृष्टि आईएएस के संस्थापक और एमडी डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने न्यूज एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत में बताया कि अगर आप उस दिन का वीडियो देखें तो सड़क पर पानी भरा हुआ है और बेसमेंट का लेवल सड़क से ज्यादा ऊंचा नहीं है। ऐसा लग रहा था कि अगर पानी की बौछार होगी तो बेसमेंट के गेट टूट जाएंगे। इसी बीच एक जीप उस इलाके से गुजरी और आज मुझे पता चला कि पैनल लगाकर पानी को बेसमेंट में घुसने से रोक दिया गया है। इस दौरान जैसे ही जीप गुजरी, पानी की बौछार हुई, पैनल टूट गया और पानी बेसमेंट में घुसने लगा उन्होंने कहा, अभी भी हमें इस बात पर भ्रम है कि पानी इतनी तेजी से बेसमेंट में कैसे घुस सकता है और अगर अंदर 30 से 40 छात्र थे, तो वे पानी को बेसमेंट में घुसता देखकर बाहर निकलने की कोशिश कर सकते थे।

इतना ही नहीं बेसमेंट के अंदर छात्रों के फंसने की वजह बताते हुए दिव्यकीर्ति ने गेट में लगे बायोमेट्रिक सिस्टम को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, बायोमेट्रिक सिस्टम की वजह से गेट बंद हो गए। इसके अलावा, कुछ छात्रों ने आज मुझे बताया कि पानी एक निश्चित गति से अंदर आ रहा था और यह अनुमान लगाया जा सकता था कि छात्र बाहर निकल पाएंगे। इस बीच, जब छात्र आ रहे थे, तो एक जगह जहां एग्जॉस्ट फैन लगा हुआ था, वह भी टूट गया और उसके टूटते ही पानी की तेज धार बेसमेंट में घुस गई। दिव्यकीर्ति ने कहा, छात्रों के बताने के बाद मैं समझ पाया कि पानी को धड़ से सिर तक पहुंचने में मुश्किल से 50 सेकंड लगे। यह समय इतना कम था कि हममें से कोई भी निर्णय नहीं ले सका और बेसमेंट से बाहर नहीं निकल सका।

दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना द्वारा दिए गए बयान को साझा करते हुए दिव्यकीर्ति ने कहा कि आज एलजी साहब ने भी बताया कि अवैध निर्माण और अतिक्रमण के कारण इलाके में सीवर लाइन ढकी हुई है। मेरे हिसाब से अगर बेसमेंट की ऊंचाई थोड़ी और होती, तो शायद यह हादसा टल सकता था, लेकिन आज उन्होंने आगे कहा कि मुझे पता चला कि कुछ नए नियमों के कारण बेसमेंट को 8 सेमी से अधिक ऊंचा नहीं बनाया जा सकता है। जिम्मेदारी लेते हुए दिव्यकीर्ति ने कहा कि वह अपनी भूमिका निभाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं और उन्होंने स्पष्ट किया कि वह भवन निर्माण कानून के नियमों और विनियमों का पालन करेंगे, भले ही उन्हें दिल्ली क्यों न छोड़नी पड़े।

दिव्यकीर्ति ने कहा इस सब के साथ, मैं स्वीकार करता हूं कि कोचिंग संस्थानों की एक बड़ी जिम्मेदारी है। इसे ठीक करना हर संस्थान की जिम्मेदारी है। मैं अपनी तरफ से पूरी जिम्मेदारी लेने के लिए पूरी तरह तैयार हूं। आज आपके सामने मैं यह स्पष्ट कर रहा हूं कि किसी भी कीमत पर हम ऐसा कुछ नहीं करेंगे जिसकी दिल्ली में अनुमति नहीं है, चाहे हमें दिल्ली क्यों न छोड़नी पड़े या बाहर जाना पड़े। बतादें कि शनिवार रात भारी बारिश के दौरान राऊ के आईएएस परिसर में एक बेसमेंट लाइब्रेरी में पानी भर जाने से सिविल सेवा के तीन उम्मीदवारों की मौत हो गई।

Women corner : अनुपमा से हो सकती है रूपाली गांगुली की छुट्टी, टीवी पर कैसे टाइम पास करेंगी महिलाएं

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Bollywood desk.अनुपमा’ टेलीविजन के पॉपुलर सीरियल्स में से एक है। बेशक, सीरियल की स्टोरी लाइन और कई अजीबो-गरीब ट्विस्ट की वजह से आजकल शो को काफी फजीहत भी झेलनी पड़ रही है। शो जिस फील और मैसेज के साथ शुरू हुआ था, वह आज उसमें कहीं नजर नहीं आता है। लेकिन, यह भी सच है कि टीआरपी की लिस्ट में इस सीरियल ने लंबे समय से अपनी जगह बनाई हुई है। शो से कई किरदार विदा ले चुके हैं और कई नए चेहरों की भी सीरियल में एंट्री हुई है। पिछले लंबे वक्त से ऐसी खबरें आ रही थीं कि ‘अनुपमा’ का किरदार निभाने वाली रूपाली गांगुली भी इस सीरियल को छोड़ रही हैं और उनकी जगह कोई नया चेहरा, अनुपमा का किरदार निभाता नजर आएगा। हालांकि, अब एक्ट्रेस ने खुद फैंस के साथ सच शेयर किया है।

अनुपमा’ को ऑडियन्स का खूब प्यार-दुलार मिला और यही वजह है कि इस किरदार ने लोगों के दिलों में एक खास जगह बनाई। लंबे वक्त से ऐसी खबरें आ रही थीं कि जल्दी ही रूपाली इस सीरियल से विदा लेने वाली हैं। इस खबर ने फैंस को मायूस कर दिया था। लेकिन, बता दें कि अब रूपाली ने खुद इन खबरों के पीछे की सच्चाई बता दी है। दरअसल, हाल ही में सुधांशु पांडे, गौरव खन्ना और रूपाली गांगुली ने डायरेक्टर्स कट के यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो के जरिए, फैंस के सवालों का जवाब दिया। इन सवालों में यह सवाल भी शामिल था कि क्या रूपाली, इस सीरियल को छोड़ने वाली हैं?

रूपाली गांगुली ने इस सवाल के जवाब में कहा कि वह इस रोल को कभी नहीं छोड़ना चाहती हैं। उन्होंने शो के निर्माता राजन शाही से भी यह बात कही है कि यह शो उनके दिल के बहुत करीब है और वह अंत तक इसका हिस्सा बने रहना चाहती हैं। इससे साफ है कि ‘अनुपमा’ के फैंस को निराश होने की बिल्कुल जरूरत नहीं है। अनुपमा सीरियल ने हाल ही में 6 महीने का लीप लिया है और लीप के बाद, जहां कुछ पुराने किरदार नजर नहीं आ रहे हैं। वहीं, कुछ नए चेहरों की एंट्री भी हुई है।

Indian Air force में बनना चाहते हैं अग्निवीर? आवेदन शुरू, छत्तीसगढ़ के इस जिले में होगा टेस्ट

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Desk khabarnavis. भारतीय वायु सेना में अग्निवीर वायु भर्ती के लिए अविवाहित युवक और युवतियों से 4 अगस्त  तक ऑनलाईन आवेदन पत्र आमंत्रित किया गया है। अग्निवीर वायु के लिए अविवाहित उम्मीदवार का जन्म 3 जुलाई 2004 और 3 जनवरी 2008 (दोनों तिथियों सम्मिलित) के मध्य हुआ होना चाहिए। आवेदक की योग्यता साइंस विषय (गणित समूह) के लिए इंटरमीडियेट 10+2/समकक्ष परीक्षा किसी भी मान्यता प्राप्त संस्था या बोर्ड से गणित, भौतिकी एवं अंग्रेजी विषयों के साथ 50 प्रतिशत अंकों के साथ एवं अंग्रेजी में 50 प्रतिशत अंक अथवा इंजीनियरिंग में 3 वर्ष का डिप्लोमा कोर्स किसी भी मान्यता प्राप्त संस्था से 50 प्रतिशित अंकों के साथ जरुरी होगा।

इसके अलावा अंग्रेजी में 50 प्रतिशत अंक (मैकेनिकल/इलेक्ट्रीकल/आटोमोबाइल/इंस्टूमेंटेशन टेक्नालॉजी/इंफोरमेशन टेक्नालॉजी) हो। सांइस के अलावा अन्य विषय के लिए शैक्षणिक योग्यता किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10+2 या समकक्ष परीक्षा 50 प्रतिशत अंकों के साथ जिसमें अंग्रेजी विषय में 50 प्रतिशत अंक उत्तीर्ण होना अनिवार्य है।

पुरुष आवेदकों की न्यूनतम ऊंचाई 152.50 सेंटीमीटर एवं महिला आवेदकों की न्यूनतम ऊंचाई 152 सेंटीमीटर होना आवश्यक है।

पुरुष आवेदकों के लिए सीना 77 सेंटीमीटर एवं फुलाने पर 82 सेंटीमीटर होना आवश्यक है। साथ ही श्रवण क्षमता 6 मीटर की दूरी की आवाज सुनने की क्षमता होना चाहिए।

वेबसाइट लिंक :  https://agnipathvayu.cdac.in

विस्तृत जानकारी के लिए वायुसेना के वेबसाइट https://agnipathvayu.cdac.in पर क्लिक करें। इसके अलावा जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र दुर्ग से संपर्क किया जा सकता है।