Thursday, January 16, 2025
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Panchayat session 3 : रंगीन अंदाज में नजर आए अभिषेक सर, सरपंच जी, बिनोद और रिंकिया, तस्वीरों में देखिए ग्लैमरस लुक

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एंटरटेनमेंट डेस्क . पंचायत का सीजन 3 इन दिनों देश और दुनिया में धूम मचा रहा है। इस सीरीज में जितनी सादगी दिखाई गई है, उतने ही इसके कलाकार कुछ दिनों से रंगीन अंदाज में नजर आ रहे है।

आज, प्राइम वीडियो ने पंचायत सीजन 3 के कलाकारों के नवीनतम फोटोशूट से आकर्षक और स्टाइलिश तस्वीरों की एक सीरीज जारी की गई है।इन शानदार तस्वीरों में अभिनेता जितेंद्र कुमार, फैसल मलिक, संविका, रघुबीर यादव, अशोक पाठक, चंदन रॉय और दुर्गेश कुमार एक नए अंदाज में नजर आए।

सरपंच जी

उन्होंने चटक रंगों और जटिल फूलों के प्रिंट वाले शानदार आउटफिट पहने। अपने खास पंचायत लुक से हटकर, कलाकारों ने अपने ट्रेंडी आउटफिट में बेजोड़ चमक और आत्मविश्वास दिखाया, पहले कभी न देखे गए अवतारों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

सहायक सचिव

द वायरल फीवर द्वारा निर्मित, पंचायत S3 का निर्देशन दीपक कुमार मिश्रा ने किया है और इसे चंदन कुमार ने लिखा है। इ

रिंकी

स सीरीज में कई प्रतिभाशाली कलाकार हैं, जिनमें जितेंद्र कुमार, नीना गुप्ता, रघुबीर यादव, फैसल मलिक, चंदन रॉय और संविका जैसे कई अन्य कलाकार प्रमुख भूमिकाओं में हैं।

प्रहलाद चा

नया सीजन अब भारत में प्राइम वीडियो पर और दुनिया भर के 240 से अधिक देशों और क्षेत्रों में विशेष रूप से प्रीमियर हो रहा है।

देख रहा है बिनोद

SI shot dead: स्पेशल ब्रांच के एसआई की गोली मारकर हत्या, दोस्तों के साथ ढाबे में पार्टी कर लेट नाइट लौट रहे थे घर

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0 बुलेट से लौटने के दौरान बदमाशों ने मारी गोली, रांची में स्पेशल ब्रांच में थे पदस्थ, सूचना मिलते ही घटना स्थल और रिम्स हॉस्पिटल पहुंचे पुलिस के आला अधिकारी

रांची। झारखंड के रांची में स्पेशल ब्रांच में पदस्थ एसआई की शुक्रवार की देर रात गोली मारकर हत्या (SI shot dead) कर दी गई। अज्ञात हमलावरों ने उस समय उन पर गोली चलाई, जब वे दोस्तों के साथ पार्टी कर ढाबे से अकेले घर लौट रहे थे। उनका शव कांके रिंग रोड पर मिला। सूचना मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। पुलिस आरोपियों की खोजबीन में जुट गई है। उन्हें किस वजह से गोली मारी गई, यह फिलहाल पता नहीं चल सका है।

झारखंड की खूंटी जिला निवासी अनुपम कच्छप एक तेजतर्रार सब-इंस्पेक्टर थे। वे फिलहाल रांची स्पेशल ब्रांच में पदस्थ थे। शुक्रवार की रात वे रांची के कांके रिंग रोड स्थित इंडियन ढाबा में दोस्तों के साथ पार्टी करने गए थे।

रात 1 बजे तक पार्टी खत्म हुई। इसके बाद वे रात करीब 2 बजे अकेले अपनी बुलेट से घर लौट रहे थे। इसी बीच अज्ञात हमलावरों ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी। उनका शव शनिवार की सुबह रिंग रोड पर पड़ा मिला।

सूचना मिलते ही स्पेशल ब्रांच के आईजी, डीआईजी, रांची एसपी समेत अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। उनका शव फिलहाल रिम्स हॉस्पिटल की मार्चयुरी मेरखवाया गया है।

हत्या का कारण अज्ञात

सब-इंस्पेक्टर की हत्या किसने और किस वजह से की, यह फिलहाल पता नहीं चल सका है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं आरोपियों की खोजबीन के लिए आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे व मोबाइल लोकेशन भी खंगाला जा रहा है।

बैंक पासबुक के लिए अब 100 की जगह देने होंगे 300 रुपए, जोमेटो, स्विगी से खाना मंगवाना भी महंगा

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नई दिल्ली . बैंकिंग-फाइनेंस से लेकर रोजमर्रा से जुड़ी जरूरी तमाम सेवाओं के लिए लोगों की जेब पर बोझ बढ़ रहा है। बैंक और अन्य सेवा प्रदाता कंपनियां लगातार अपने शुल्कों को बढ़ा रही हैं, जिससे लोगों की जेब से धीरे से हर वर्ष हजारों रुपए सिर्फ सर्विस चार्ज के तौर पर निकल रहे हैं। कई शुल्क ऐसे हैं, जिनके बारे में लोगों को पता ही नहीं है, या फिर नियमों की ठीक से जानकारी नहीं होने के कारण लोगों को जुर्माने के तौर पर वह धनराशि चुकानी पड़ रही है। जून में टेलीकॉम कंपनियों ने अपने रिचार्ज प्लान की कीमतों में 27% तक इजाफा कर दिया, साथ ही ऑनलाइन पेमेंट व रिचार्ज की सुविधा देने वाली कंपनियां भी प्रति रिचार्ज 1.5 रुपए से 2.5 रुपए अतिरिक्त वसूल रही हैं।

भुगतान सर्विस के तौर पर अब डिजिटिल पेमेंट की सुविधा देने वाली कंपनियां भी अतिरिक्त शुल्क ले रही हैं। उधर, फास्टैग  सेवा प्रदाता कंपनियों ने भी अब कई तरह के शुल्क लगाने का फैसला लिया है। इसमें चार श्रेणी में शुल्क भारतीय राष्ट्रीय भुगतान लिमिटेड ने निर्धारित किया है लेकिन इसके अतिरिक्त कंपनियों ने भी कुछ अन्य शर्तं जोड़ दिया है। जैसे अगर तीन महीने तक फास्टैग से कोई ट्रांजक्शन नहीं होता है तो उसे निष्क्रिय माना जाएगा, जिसे एक्टिव करने के लिए शुल्क देना होगा।

निजी से लेकर सरकारी क्षेत्र के बैंक ग्राहकों को दी जा रही तमाम सुविधाओं के नाम पर शुल्क वसूल रहे हैं। साथ ही न्यूनतम बैलेंस खाते में न होने पर लोगों के खाते से उल्टे जुर्माने के तौर पर भी बड़ी धनराशि वसूल रहे हैं। बीते 5 वर्षों में ही सरकारी बैंकों ने 8500 करोड़ रुपए ग्राहकों से वसूला है। इसके अतिरिक्त भी बैंक तमाम सेवाओं के नाम पर शुल्क वसूल रहे हैं। पहले तक जहां डुप्लीकेट पासबुक के लिए 100 रुपय देने होते थे, वही अब आप 300 रूपय चुकाएंगे। साइन वेरिफाई करने के लिए भी शुल्क देना होगा। अब RTGS और NEFT के लिए भी नई दरें लागू होंगी।

पिछले दिनों फूड डिलिवरी करने वाले जोमैटो, स्विगी जैसे प्लेटफॉर्म ने भी अपना शुल्क बढ़ा दिया। इसमें 20% से 25% तक का एक झटके में इजाफा किया गया। पहले प्रति ऑर्डर प्लेटफॉर्म शुल्क 2 रुपये लिया जाता था, जिसे बाद में बढ़ाकर 5 रुपए किया गया और अब इसे 6 रुपए प्रति ऑर्डर किया गया है।

पशु क्रूरता के मामले में 4 आरोपियों पर अपराध कायम, इनकी वजह से 14 मवेशियों की मौत हुई

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बलौदाबाजार. थाना लवन थाना अंतर्गत ग्राम मरदा में मृत मवेशियों की घटना के मामले में 4 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक घुमंतू मवेशियों को पकड़ने और उन्हें एक स्थान में रखने के लिए बनाए गए किसान समिति की लापरवाही से 14 मवेशियों की मौत हो गई थी। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 की धारा 11 (ज),(झ) एवं छत्तीसगढ़ कृषक पशु परिरक्षण नियम 2014 की धारा 9 के तहत प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई की।

बलौदाबाजार एसपी विजय अग्रवाल ने बताया कि सूचना मिली ग्राम मरदा एक मकान में कुछ मवेशियों की मौत हो गई हैं। इस वजह से तेज दुर्गंध आ रही है। थाना लवन टीआई को तत्काल घटनास्थल ग्राम मरदा टीम के साथ भेजा गया।। घटनास्थल के एक कमरे में मवेशी मृत पड़े थे, जिसमें से तेज दुर्गंध आ रही थी। साथ ही मवेशियों के दो-तीन दिन पहले मृत होने की संभावना जताई जा रही है। जब मामले की जांच शुरु की। 14 मवेशी मृत मिले, जिसमें 10 बछड़ा और 4 गाय शामिल थी। घटना के संबंध में ग्रामवासियों से पूछताछ की गई। पता चला कि ग्राम में फसलों की सुरक्षित करने घुमंतू मवेशियों को रखने के लिए एक मकान को चिन्हित किया गया है। जिसमें घुमंतू मवेशियों को पकड़कर रखा जाता था, लेकिन इनकी देखरेख के लिए ग्राम स्तर पर एक किसान समिति बनाई गई है। तीन करने वाले मकान में मवेशियों को पकड़कर रखा गया। जिसमें से तीसरे कमरे में मृत मवेशियों के शव पाए गए हैं। ग्रामीणों के बताएं अनुसार तीसरे कमरे में बदबू आ रही थी। कमरे की सिटकनी खोलने पर बेजुबान मृत मिले।

घुमंतु मवेशियों के लिए बनाई गई समिति

टीआई ने बताया कि ग्राम मरदा में घुमंतू मवेशियों को पकड़ने एवं उसकी देखरेख के लिए किसान समिति बनाई गई। उनकी जवाबदारी थी। मवेशियों को चारा उपलब्ध कराना। लेकिन समिति के पदाधिकारी एवं सदस्यों की घोर लापरवाही से बेजुबान को चारा न मिलने से उनकी मौत हो गई। मामले में त्वरित कार्यवाही करते हुए आरोपी सुशील कुमार साहू (50वर्ष), तेरस राम साहू (60वर्ष), लक्ष्मी प्रसाद यादव (54वर्ष) और राकेश कुमार जांगडे (49वर्ष) को गिरफ्तार किया गया। न्यायिक रिमांड पर भेजा गया।

इंजीनियरिंग की काउंसलिंग का शेड्यूल हुआ जारी…पहले राउंड का पंजीयन करने 5 दिन मिलेंगे, 14 अगस्त को जारी होगा सीट आवंटन

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रायपुर . तकनीकी शिक्षा संचालनालय ने इंजीनियरिंग, फार्मेसी, पॉलीटेक्निक और एमटेक सहित तमाम कोर्स में एडमिशन के लिए काउंसलिंग का शेड्यूल जारी कर दिया है। शेड्यूल के हिसाब से बीटेक, बीटेक लेटरल, एमटेक और एमबीए में प्रवेश के लिए प्रथम चरण के पंजीयन 7 से 12 अगस्त तक किए जाएंगे। इसमें शामिल होने वाले विद्यार्थियों की सीटों का आवंटन 14 अगस्त को शाम 5 बजे घोषित होगा। जिन विद्यार्थियों को सीट अलॉट हो जाएगी उन्हें 16 से 21 अगस्त के बीच कॉलेज पहुंचकर दस्तावेज सत्यापित कराने होंगे। इसी दौरान उन्हें शुल्क का भुगतान कर एडमिशन पक्का करना होगा।

ठीक ऐसा ही शेड्यूल डिप्लोमा इंजीनियरिंग, कॉस्ट्यूम डिजाइन, ड्रेस मेकिंग और मॉर्डन ऑफिस मैनेजमेंट जैसे डिप्लोमा कोर्स के लिए भी रखा गया है। इनमें भी पंजीयन 12 से 17 तक होंगे, लेकिन सीटों का आवंटन 21 अगस्त को किया जाएगा। छात्रों को 22 से 27 अगस्त के बीच एडमिशन लेना होगा। इसी तिथि में मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन यानी एमसीए पाठ्यक्रम के लिए भी फार्म भरे जाएंगे।

रविवार और अवकाश को भी प्रवेश

तकनीकी शिक्षा संचालनालय ने बताया कि काउंसलिंग में एक पाठ्यक्रम के लिए एक अभ्यर्थी से संबंधित मात्र एक ही आवेदन स्वीकार किया जा सकेगा। यदि कोई अभ्यर्थी अपना आवेदन नहीं भर पाता है तो वह अभ्यर्थी सुविधा केंद्रों में जाकर अपने मूल दस्तावेज और फोटोयुक्त पहचान पत्र के साथ पहुंच अपना आवेदन जमा कर सकता है। काउंसलिंग के हर चरण में अभ्यर्थी को अलग से आवेदन करना होगा। यदि पूर्व चरण में अलॉट हुई सीट पर प्रवेश ले लिया गया है और दूसरे चरण के लिए आवेदन किया गया है तो पूर्व सीट निरस्त हो जाएगी। खास बात यह होगी कि रविवार और शासकीय अवकाश के दिन भी सुविधा केंद्र और कॉलेज खुले रहेंगे।

संविदा भर्ती से भरे जाएंगे खेलों के लिए कोच, 16 तक करना होगा आवेदन

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रायपुर . संचालनालय खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा विभिन्न खेलों के लिए 26 प्रशिक्षकों (कोच) की संविदा आधार पर एक वर्ष अवधि के लिए नियुक्ति के लिए पात्र अभ्यर्थियों से 16 अगस्त तक आवदेन पत्र आमंत्रित किए गए हैं। संविदा आधार पर यह नियुक्ति जिलों एवं अकादमियों में की जाएगी। संविदा नियुक्ति नियत चयन प्रक्रिया एवं साक्षात्कार के माध्यम से होगी।

पात्रता शर्तों में अभ्यर्थियों के लिए छत्तीसगढ़ का निवासी होना अनिवार्य है। अभ्यर्थी की आयु 1 जनवरी 2024 की स्थिति में न्यूनतम 21 वर्ष एवं अधिकतम 35 वर्ष होनी चाहिए। आयु सीमा के संबंध में विभागीय नियम एवं इस संदर्भ में सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा समय-समय पर जारी निर्देश भी लागू होंगे। शैक्षणिक अर्हता राष्ट्रीय क्रीड़ा संस्था पटियाला से प्रशिक्षण का डिप्लोमा या मान्यता प्राप्त संस्था से समकक्ष डिप्लोमा होना चाहिए।

संचालनालय खेल एवं युवा कल्याण विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार एथलेटिक्स (रनिंग/जम्पिंग), टेनिस, कबड्डी के लिए दो-दो, फुटबॉल एवं हॉकी के लिए पांच-पांच, आर्चरी के लिए चार तथा बैडमिंटन, व्हॉलीबॉल, वेटलिफ्टिंग, क्याकिंग-केनोइंग, मलखम्ब, कुश्ती के लिए एक-एक कोच की संविदा नियुक्ति की जाएगी। विस्तृत जानकारी के लिए विभागीय वेबसाईट http:/www.sportsyw.cg.gov.in/ पर संपर्क किया जा सकता है।

Bigg Boss OTT 3 Finale: सना मकबूल के हाथ लगी ट्रॉफी, बनीं बिग बॉस OTT सीजन 3 की विजेता

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Bollywood Desk. मोस्ट कॉन्ट्रोवर्शियल शो बिग बॉस ओटीटी सीजन 3 के ग्रैंड फिनाले के साथ इस शो का समापन भी हो चूका है। 42 दिनों के लंबे इंतजार के बाद शुक्रवार को इस शो का विनर सामने आने आ गया है। अनिल कपूर की मेजबानी में हुए इस शो के टॉप- 5 फाइनलिस्ट में सना मकबूल, रणवीर शौरी, साईं केतन राव, कृतिका मलिक और नेजी शामिल थे। इन सभी कंटेस्टेंट को पीछे छोड़ते हुए सना मकबूल ने इस बार के OTT सीजन 3 का खिताब अपने नाम कर लिए है। इस शो का पहला सीजन दिव्या अग्रवाल ने जीता था, जबकि दूसरे सीजन के विजेता एल्विश यादव रहे थे। इस बार सलमान खान की जगह अनिल कपूर ने इस शो को होस्ट किया है।

21 जून धमाकेदार तरीके से शो का आगाज हुआ था और ग्रैंड फिनाले के साथ 2 अगस्त को इसका समापन हो गया। इस बार का पूरा शो काफी कॉन्ट्रोवर्शियल रहा जिसमें अरमान मालिक और विशाल के बीच की झड़प काफी चर्चा में रही। इस सीजन की पूरी बागडोर अनिल कपूर के हाथ में थी और 15 कंटेस्टेंट्स ने घर में एंट्री की थी।

लगभग 42 दिनों से चले आ रहे बिग बॉस OTT सीजन 3 में विनर का चेहरा सामने आ गया है। टॉप 5 फाइनलिस्ट को पीछे छोड़कर सना मकबूल ने ये ट्रॉफी अपने नाम कर ली है। जाहिर है कि वो अब विनर के लिए तय राशि 25 लाख रुपये की भी हकदार होंगी। सना मकबूल ने इस शो के प्रबल दावेदार नेजी को पीछे छोड़कर ये जीत हासिल की है। इसके अलावा 5 दावेदार कंटेस्टेंट में कृतिका मलिक, साईं केतन राव और रणवीर शौरी भी शामिल थे।

फिनाले के मंच पर अनिल कपूर धमाकेदार अंदाज में डांस करते नजर आए। शो से बाहर हुए सदस्य भी फिनाले का हिस्सा बने और इन सभी सदस्यों के साथ, अनिल कपूर, मंच पर थिरकते हुए नजर आए। इसमें कोई कहने की बात नहीं है कि हमेशा की तरह अनिल कपूर का एनर्जी लेवल एकदम हाई था और उनके झक्कास अंदाज ने सभी को पीछे छोड़ दिया।

राहत भरी सूचनाः अब हर महीने तय होगी बिजली की दर, नए टैरिफ रूल में इस महीने के ​बिल में मिलेगी राहत

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Raipur relief information electricity rate new tariff rule bill reduction
Raipur relief information electricity rate new tariff rule bill reduction

छत्तीसगढ़ के बिजली उपभोक्ताओं के लिए प्रत्येक माह बिजली की कीमत तय होने के कारण इस बार बिजली 8.41 फीसदी सस्ती

रायपुर। प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं के लिए एक राहत भरी खबर सामने आई है। अब प्रत्येक महीने बिजली की कीमत तय होने के कारण इस बार जून की बिजली 8.41 फीसदी सस्ती हो गई है। बता दें कि प्रदेश में अब तक बिजली उपभोक्ताओं से वीसीए के स्थान पर उत्पादन लागत के अंतर की राशि को उपभोक्ताओं से वसूलने के लिए नया फार्मूला फ्यूल पॉवर परचेज एडजस्टमेंट सरचार्ज (एफपीपीएएस) लागू है।

सबसे पहले पिछले साल अप्रैल में पहली बार नया फार्मूला लागू होने पर शुल्क 5.30 प्रतिशत लिया गया। इसके बाद मई में 10.29 प्रतिशत, जून में 14.23, जुलाई में 11.43, अगस्त में शुल्क 10.31 प्रतिशत रहा। सितंबर और अक्टूबर में विधानसभा चुनाव की आचार संहिता के कारण अगस्त का शुल्क लिया गया। बाद में सितंबर और अक्टूबर की कीमत तय होने पर इसका समायोजन किया गया।

नवंबर में शुल्क कम होकर 7.04 प्रतिशत हो गया। दिसंबर में यह शुल्क 6.30 प्रतिशत था। नए साल के पहले माह जनवरी में यह शुल्क 6.70 प्रतिशत, फरवरी में 10.12, मार्च 7.20 फीसदी, अप्रैल में 9.22 और मई में यह घटकर 9.10 फीसदी हो गया और अब जून में अब तक का सबसे कम 0.69 फीसदी हो गया है।

घरेलू को 33 से 45 पैसे प्रति यूनिट की राहत
घरेलू उपभोक्ताओं को खपत के हिसाब से 100 से 600 यूनिट 33 पैसे से 45 पैसे यूनिट में राहत मिलेगी। 100 से 200 यूनिट पर 33 पैसे, 400 यूनिट की खपत पर 40 पैसे और 600 यूनिट की खपत पर 45 पैसे प्रति यूनिट पर जून की खपत में कम लगेंगे।

स्टील उद्योग को 53 पैसे यूनिट
स्टील उद्योगों ने महंगी बिजली को लेकर उद्योग बंद कर दिए हैं। इस बीच जून के बिजली के लिए तय एफपीपीएएस के कारण अब स्टील उद्योगों को अगस्त में जो जुलाई का बिल आएगा उसमें जून की खपत पर एफपीपीएस लगेगा वह महज 0.69 प्रतिशत होने के कारण इनको 53 पैसे से ज्यादा प्रति यूनिट पर राहत मिलेगी।

अब 53 पैसे कम
स्टील उद्योग का टैरिफ 6.35 रुपए है। इसमें मई में 9.10 फीसदी के हिसाब से शुल्क लगा था तो 57 पैसे से ज्यादा प्रति यूनिट के लगे, लेकिन अब 53 पैसे कम होकर महज चार पैसे प्रति यूनिट पर लगेंगे।

छत्तीसगढ़ में नई सुविधाः अब रोजगार ऐप से हो सकेगा रोजगार पंजीयन व नवीनीकरण

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CG Jagdalpur Employment App Registration Renewal
CG Jagdalpur Employment App Registration Renewal

अधिक जानकारी के लिए नजदीकी जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केंद्र में संपर्क किया जा सकता है

जगदलपुर। प्रदेश में पढ़े-लिखे योग्य युवाओं के लिए नई सुविधा की शुरूआत की गई है। संचालनालय रोजगार विभाग रायपुर ने जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केंद्र्र जगदलपुर में ’छत्तीसगढ़ रोजगार ऐप’ विकसित किया है। इच्छुक शिक्षित आवेदक छत्तीसगढ़ रोजगार ऐप के माध्यम से स्वयं अपने मोबाइल के माध्यम से रोजगार पंजीयन व नवीनीकरण का कार्य कर सकते हैं।

ऐप पर पंजीयन नवीनीकरण करते समय किसी प्रकार की समस्या होने की स्थिति में टोल फ्री नंबर +91-1800-233-2203 पर समय सुबह 10.30 बजे से शाम 5 बजे के मध्य सोमवार से शुक्रवार तक शासकीय अवकाश को छोड़कर समस्या का समाधान कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए नजदीकी जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केंद्र में संपर्क किया जा सकता है।

ठगों ने कलेक्टरों को भी नहीं छोड़ा, छत्तीसगढ़ की आईएएस रीना बाबा साहब का फेक अकाउंट बनाकर अधिकारियों को भेजे मैसेज

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Raipur Crime Crime Fraud IAS Collector Fake Message
Raipur Crime Crime Fraud IAS Collector Fake Message

इसी तरह का मैसेज सरगुजा कलेक्टर विलास भोसकर के नाम से भी भेजा गया है, इसकी शिकायत साइबर सेल में की गई है

रायपुर। ठगों से हर वर्ग चिंतित है, कब किस तरह ठगी हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता। छत्तीसगढ़ में इसे लेकर बड़ा मामला सामने आया है। प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी IAS रीना बाबा साहब कंगाले का फेक वाट्सएप तैयार कर छत्‍तीसगढ़ के कई कलेक्टरों को साइबर ठगों ने मैसेज भेजे हैं। इसी तरह का मैसेज सरगुजा कलेक्टर विलास भोसकर के नाम से भी भेजा गया है। इसकी शिकायत साइबर सेल में की गई है।

अब साइबर ठगों ने इससे एक कदम आगे बढ़कर वाट्सएप क्लोन तैयार करने और डीपी लगाकर फेक वाट्सएप नंबर से मैसेज करने जैसे ठगी के नए-नए तरीके अपना रहे हैं। अब प्रदेश की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबा साहेब कंगाले का फोटो लगाकर फेक वाट्सएप नंबर से प्रदेश के कई आईएएस अधिकारियों को मैसेज भेजे गए। हालांकि जिस नंबर से मैसेज आए, उसमें सिर्फ रीना बाबासाहेब कंगाले का डीपी में फोटो लगा था। यह उनका अधिकृत नंबर नहीं था।

साथ ही जिस सीरीज से नंबर की शुरुआत हुई थी, वह छत्तीसगढ़ में चलता नहीं है, इसलिए अधिकारी सतर्क हो गए थे। सात से आठ जिलों के कलेक्टरों ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबासाहेब को फोन कर इसकी सूचना दी। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने सभी कलेक्टरों को सतर्क रहने समझाया।

प्रदेश के कई आईएएस और आईपीएस अफसरों की फर्जी फेसबुक आईडी तैयार कर फ्रेंड लिस्ट में शामिल लोगों को मैसेंजर में मैसेज भेजकर रुपयों की मांग और ठगी की कोशिश के कई मामले सामने आ चुके हैं। कई अफसरों ने इसकी शिकायत पुलिस में भी दर्ज करवाई थी।

साइबर ठगों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नाम से एक फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाया गया है। इस फर्जी फेसबुक अकाउंट से लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भी भेजी जा रही है। साथ ही लोगों को मैसेज भी भेजे जा रहे हैं। मामले की शिकायत पर साइबर रेंज थाने में आईटी एक्ट के तहत अज्ञात के खिलाफ अपराध कायम किया गया है।

पुलिस के अनुसार इस फर्जी फेसबुक आईडी से कई पोस्ट भी की गई है। इतना ही नहीं, कुछ लोगों को मैसेज कर आदेश भी किया जा रहा है। साइबर सेल पुलिस जांच कर रही है कि आईडी कहां से बनाई गई और उसे कौन चला रहा है? इससे पहले भी पूर्व मुख्यमंत्री, सहित अन्य नेताओं की फर्जी आईडी बनाई गई थी।

कुछ दिनों पहले मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार पंकज झा का भी फर्जी अकाउंट का मामला सामने आया था, जिसकी शिकायत उन्होंने साइबर शाखा में की थी जिसके बाद पुलिस ने उस क्लोन एकाउंट को सोशल मीडिया से डिटिल करवाने में सफलता हासिल की थी।