Thursday, January 16, 2025
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दीवार गिरने से 9 बच्चों की मौत, इतने ही घायल, सरकार ने किया मुआवजा का ऐलान

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मध्यप्रदेश. सागर जिले के शाहपुर में मकान की दीवार गिरने से 9 बच्चों की मौत हो गई। आधा दर्जन बच्चे घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए सागर जिला चिकित्सालय में कराया गया भर्ती। शाजापुर में हरदौल मंदिर में पार्थिव शिवलिंग का निर्माण किया जा रहा था। इसी दौरान मंदिर परिसर के पास बने मकान की दीवार अचानक गिर गई। इसी दीवार के नीचे कई बच्चे दब गए। इनमें से नौ की मौत हो गई, जबकि कई घायल हैं और उनका इलाज कराया जा रहा है। हादसे में जान गंवाने वाले और घायल हुए बच्चों की उम्र 10 से 14 साल के बीच है। सीएम मोहन यादव ने मृतकों के परिवार को 4-4 लाख ररुपए के मुआवजे का ऐलान किया है।

जिस मकान की दीवार गिरने से हादसा हुआ है। वह 50 साल पुराना है। दीवार में बाहर की तरफ प्लास्टर भी नहीं था। ऐसे में बारिश का पानी दीवार को लगातार कमजोर करता रहा और यह हादसा हुआ है। हादसे के बाद बुलडोजर से मलबा हटाया गया और बची हुई दीवार को भी गिरा दिया गया ताकि आगे कोई हादसा न हो। सागर कलेक्टर दीपक आर्य ने बताया कि दीवार गिरने से मलबे में दबकर 9 बच्चों की मौत हो गई। कुछ बच्चे घायल हैं, जिनका इलाज चल रहा है। घटनास्थल से सारा मलबा हटा दिया गया है।

क्या वक्फ बोर्ड को खत्म करने जा रही सरकार, अब मुस्लिम जमात की जमीनों का कैसे होगा नियंत्रण?

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नई दिल्ली . केंद्र सरकार ने वक्फ बोर्ड पर अंकुश लगाने की तैयारी शुरू कर दी है। केंद्र सरकार ने वक्फ के कानून में संशोधन के बिल को मंजूरी दे दी है। वक्फ बोर्ड से किसी भी संपत्ति को वक्फ संपत्ति बनाने का अधिकार वापस होगा। शुक्रवार को कैबिनेट की बैठक में वक्फ क़ानून में क़रीब चालीस संशोधनों को मंजूरी मिली है। माना जा रहा है कि अगले सप्ताह ये बिल संसद में लाया जा सकता है। संशोधनों के अनुसार अब वक्फ बोर्ड जिस भी संपत्ति पर दावा करेगा उसका सत्यापन करना अनिवार्य होगा। इसी तरह वक्फ की विवादित संपत्तियों का भी सत्यापन ज़रूरी होगा।

जानना जरूरी है की साल 1995 में पीवी नरसिम्हा राव की नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने वक्फ बोर्डों को जमीन अधिग्रहण के असीमित अधिकार प्रदान करते हुए उसकी ताकत बढ़ा दी थी। पीवी नरसिम्हा राव सरकार ने वक्फ बोर्ड अधिनियम में कई बदलाव किए थे।

वक्फ अधिनियम पहली बार साल 1954 में संसद द्वारा पारित किया गया था, लेकिन बाद में इसे निरस्त कर दिया गया था और साल 1995 में नया वक्फ अधिनियम पारित किया गया था। जिससे वक्फ बोर्डों को अधिक अधिकार दिए गए। बाद में वर्ष 2013 में संशोधन पेश किए गए। जिससे वक्फ को इससे संबंधित मामलों में असीमित और पूर्ण स्वायत्तता प्राप्त हुई।

वक्फ का मतलब होता है ‘अल्लाह के नाम’। यानी ऐसी ज़मीनें जो किसी व्यक्ति या संस्था के नाम नहीं है, लेकिन मुस्लिम समाज से संबंधित हैं, वो वक्फ की ज़मीनें होती हैं। इसमें मस्ज़िद, मदरसे, क़ब्रिस्तान, ईदगाह, मज़ार और नुमाइश की जगहें आदि शामिल हैं। एक वक्त के बाद ऐसा देखा गया कि ऐसी ज़मीनों को ग़लत तरीक़े से इस्तेमाल किया जा रहा है और यहां तक की बेचा जा रहा है। ऐसे में वक्फ बोर्ड मुस्लिम समाज की ज़मीनों पर नियंत्रण रखने के लिए बनाया गया था। वक्फ की ज़मीनों के बेजा इस्तेमाल को रोकने और ज़मीनों को ग़ैर क़ानूनी तरीक़ों से बेचने से बचाने के लिए वक्फ बोर्ड बनाया गया था।

2 बच्चे, 5 साल की रिलेशनशिप…फिर भी गर्लफ्रेंड गैब्रिएला से शादी नहीं करना चाहते हैं अर्जुन रामपाल, पता है क्यों?

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Bollywood Desk .बॉलीवुड एक्टर अर्जुन रामपाल अपनी बेहतरीन एक्टिंग के लिए जाने जाते हैं, इन दिनों एक्टर अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर चर्चा में बने हुए हैं। बता दें कि अर्जुन 5 सालों से साउथ अफ्रीकन मॉडल गैब्रिएला डेमेट्रिएड्स के साथ रिलेशनशिप में हैं। दोनों के दो प्यारे-प्यारे बच्चे भी हैं। जिनका नाम एरिका और आरव है। लेकिन दोनों ने अब तक शादी नहीं की है। और आगे भी शादी नहीं करना चाहते हैं। अर्जुन ने एक पॉडकास्ट में इसको लेकर खुलासा किया है।

एक्टर ने अब तक शादी क्यों नहीं की है इस बात का जवाब देते हुए अर्जुन कहते हैं ये मैं नहीं हूं और न ही वो है। शादी क्या है ? सिर्फ एक कागज का टुकड़ा,मुझे लगता है कि हम दोनों पहले ही शादीशुदा हैं। न ही इसको लेकर मेरे मन में कोई संदेह है, लेकिन कभी-कभी कागज का टुकड़ा आपको बदल सकता है,क्यों आपको ऐसा लगता है कि वह अब परमानेंट है,लेकिन सच में यह एक गलत धारणा है, बस आप कानूनी रूप से बंधे होते हो।

अपने रिश्ते पर बात करते हुए अर्जुन ने कहा कि ये एक दूसरे के प्रति आपका नजरिया बदल सकता है,मुझ लगता है कि हम दोनों ऐसा ही महसूस करते हैं,हमारा रिश्ता हम दोनों के लिए बहुत ही खूबसूरत है, आपको इसे जितना हो सके,उतना लंबे वक्त तक अनुभव करते रहना चाहिए, हम दोनों के मन में हम शादीशुदा हैं। हम दोनों एक दूसरे को सही दिशा में आगे बढ़ा रहे हैं।

आगे अर्जुन कहते हैं कि हम भले ही अभी ऐसा महसूस करते हैं लेकिन हम किसी को यह सलाह नहीं दे रहे हैं, हो सकता है हम आगे जाकर शादी कर लें। कोई नहीं जानता है कब क्या हो जाए।

तार टूटा, चौथी मंजिल से अचानक नीचे गिरी लिफ्ट, दो लोग घायल

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भिलाई . वैशाली नगर थाना अंतर्गत जीरो रोड स्थित शकुंतला दहाटे अपार्टमेंट में लगी लिफ्ट चौथे माले से अचानक नीचे गिर गई। इस हादसे में लिफ्ट पर सवार महिला समेत चार लोग गंभीर रुप से घायल हो गए। चारों घायलों को श्रीशंकराचार्य मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के मुताबिक दो लोगों के पैर फैक्चर हो गया। प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया। घटना के संबंध में थाना में अभी शिकायत नहीं हुई है।

जानकारी के मुताबिक कृपाल नगर शकुंतला दहाटे अपार्टमेंट में शुक्रवार की शाम 4 बजे की घटना है। पुलिस ने बताया कि मामले में शिकायत नहीं मिली है। लेकिन सूचना है कि अपार्टमेंट की लिफ्ट चौथे माले से धड़ाम से नीचे गिर गई। उस वक्त लिफ्ट में गंगाराम अहिरवार, पत्नी झल्की अहिवार, बेटा नितेश अहिवार, रिश्तेदार दुलारी भंडेकर समेत दो बच्चे भी सवार थे। बच्चे तो बाल-बाल बच गए, लेकिन दो लोगों का पैर फैक्चर हो गया। बाकि की स्थित गंभीर है।

अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों ने बताया कि लिफ्ट में खराबी थी। बिल्डर द्वारा वर्षों से लिफ्ट की मरम्मत नहीं कराई गई। नीचे लगे स्प्रिंग से टकराने के बाद लिफ्ट उछली और धड़ाम से गिरी। लिफ्ट में सवार लोग चिल्ला भी नहीं पाए। जब नीचे गिरी और उछल पड़ी । तब हादसे का अहसास हुआ। इस हादसे में चार झलकी अहिरवार, नितेश अहिरवार के दोनों पैर फ्रैक्चर हो गए और कमर में भी चोट आई। वहीं गंगाराम अहिरवार के कमर में चोट लगी हैं। यह अपार्टमेंट शकुंतला दहाटे की जमीन पर बनी और इस्पात नगर निवासी वकील खान व एक अन्य व्यक्ति इसमें पार्टनर है। घटना के बाद कॉलोनी के लोगों में काफी आक्रोश है।

IPS Ashok Juneja: अशोक जुनेजा ही बने रहेंगे छत्तीसगढ़ के DGP, केंद्र सरकार से मिला 6 महीने का एक्सटेंशन

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IPS Ashok Juneja: 1989 बैच के हैं आईपीएस, अगस्त के पहले सप्ताह में होने वाले थे रिटायर, राज्य सरकार ने एक्सटेंशन बढ़ाने केंद्र के पास भेजा था प्रस्ताव

रायपुर। IPS Ashok Juneja: आईपीएस अशोक जुनेजा ही छत्तीसगढ़ के डीजीपी बने रहेंगे। उन्हें 6 महीने के लिए केंद्र सरकार से एक्सटेंशन मिला है। ऐसे में फरवरी 2025 तक वे डीजीपी के रूप में अपनी सेवा देते रहेंगे। उनकी सेवा बढ़ाने राज्य सरकार नहीं केंद्र के पास प्रस्ताव भेजा था। डीजीपी अशोक जुनेजा 1989 बैच के आईपीएस अफसर हैं, वे अगस्त के पहले सप्ताह में ही रिटायर होने वाले थे।

मूलतः दिल्ली के रहने वाले अशोक जुनेजा (IPS Ashok Juneja) छत्तीसगढ़ कैडर के 1989 बैच के आईपीएस अफसर हैं। पहले वे मध्य प्रदेश कैडर के IPS थे, बाद में मध्य प्रदेश से अलग राज्य बनने के बाद उन्होंने छत्तीसगढ़ कैडर को चुना था। उनका जन्म 13 जून 1963 को हुआ था।

वे बिलासपुर एसपी के अलावा रायपुर और दुर्ग जिले के एसएसपी भी रह चुके हैं। बाद में भी बिलासपुर और दुर्ग संभाग के आईजी भी बने। 11 नवंबर 2021 को भूपेश सरकार में उन्हें प्रभारी डीजीपी बनाया गया था, इसके बाद 5 अगस्त 2022 को उन्हें पूर्णकालिक DGP बना दिया गया।

6 माह का मिला एक्सटेंशन

DGP जुनेजा अगस्त 2024 के पहले सप्ताह में रिटायर होने वाले थे। इसी बीच राज्य सरकार के प्रस्ताव के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उनकी सेवा डीजीपी के रूप में 6 महीने के लिए और बढ़ा दी है। अब वे फरवरी 2025 तक छत्तीसगढ़ के डीजीपी बने रहेंगे।

ये थे डीजीपी की दौड़ में

अशोक जुनेजा (IPS Ashok Juneja) के रिटायर होने के बाद के बाद 1992 बैच के आईपीएस अफसर अरुण देव गौतम और पवन देव का नाम ऊपर चल रहा था।

इसके अलावा 1994 बैच के आईपीएस अफसर हिमांशु गुप्ता व राजेश मिश्रा का नाम भी रेस में शामिल था। लेकिन 6 महीने तक के लिए एक्सटेंशन मिल जाने से इन IPS अफसरों को थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा।

इस वजह से सेवा बढ़ाने की चल रही चर्चा

डीजीपी अशोक जुनेजा (IPS Ashok Juneja) का सेवाकाल बढ़ाने की चर्चा राजनीतिक गलियारे में इसलिए भी हो रही है, क्योंकि राज्य में भाजपा की सरकार बनने के बाद नक्सल मोर्चे पर पुलिस जवानों को लगातार सफलता मिल रही है।

पिछले 5 माह में 150 से अधिक नक्सली मारे जा चुके हैं, इसकी रणनीति के पीछे राज्य सरकार के अलावा अंतिम मुहर डीजीपी अशोक जुनेजा का ही रहा है। फिलहाल राज्य सरकार यह नहीं चाहती कि नक्सल मोर्चे पर की जा रही कार्यवाही में कोई रुकावट हो।

शोभायात्रा के दौरान बस का ब्रेक फेल, भीड़ में जा घुसी बस

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Khairagarh accident bus brake failure
Khairagarh accident bus brake failure
  • खैरागढ़ शहर में एक बड़ा सड़क हादसा टल गया, नीय प्रशासन ने भी तुरंत कार्रवाई करते हुए हालात को संभालने में मदद की

खैरागढ़। शहर में एक बड़ा सड़क हादसा टल गया। यात्रियों से भरी बस का ब्रेक फेल होने से बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खड़े वाहनों से जा भिड़ी। इस हादसे में एक बुजुर्ग की जान बाल-बाल बच गई। पूरा घटनाक्रम स्थल के पास लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया है।

बता दें कि बाबा चंद्रमौलेश्वर की शोभा यात्रा निकल रही थी और सैकड़ों श्रद्धालु सड़क पर मौजूद थे। इसी दौरान एक यात्री बस का ब्रेक फेल हो गया और अनियंत्रित भीड़ में जा घुसी। इस हादसे में कुछ गाड़ियों में टूट-फूट हुई है और एक बुजुर्ग के हाथ में चोट आई है। खैरागढ़ पुलिस मौके पर पहुंच कर जांच में जुटी रही। स्थानीय प्रशासन ने भी तुरंत कार्रवाई करते हुए हालात को संभालने में मदद की।

यह पूरा घटनाक्रम स्थल के पास लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया है, जिससे हादसे की सटीक जानकारी मिल सकी है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज को अपने कब्जे में ले लिया है और जांच में जुट गई है।

मूक बधिर से दुष्कर्म करने वाले आरोपी की हाईकोर्ट ने खारिज की अपील

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Bilaspur High Court decision, appeal of deaf and dumb rape accused rejected
Bilaspur High Court decision, appeal of deaf and dumb rape accused rejected
  • कोर्ट ने बच्चों की गवाही पर आजीवन कारावास की सजा बरकरार रखी, पहले अपराध के बारे में पीड़िता ट्रायल कोर्ट को नहीं बता सकी थी

बिलासपुर। खुद के साथ हुए अपराध के बारे में पीड़िता ट्रायल कोर्ट को नहीं बता सकी, लेकिन उसके साथ के गांव के बच्चों ने पूरी सच्चाई बता दी। हाईकोर्ट ने बच्चों की गवाही और फॉरेंसिक रिपोर्ट को दोष सिद्धि के लिए पुख्ता साक्ष्य माना है। साथ ही हाईकोर्ट ने आरोपी की अपील को खारिज करते हुए निचली अदालत के निर्णय को यथावत रखा है।

मामले में हाईकोर्ट ने मानसिक कमजोर मूक बधिर बच्ची से बलात्कार के मामले में गांव के बच्चों की गवाही के आधार पर दोषी की सजा को उचित बताया है। धमतरी जिले की रहने वाली मानसिक रूप से कमजोर मूक बधिर 3 अगस्त 2019 की दोपहर को गांव के अन्य बच्चों के साथ आरोपी चैन सिंह के घर टीवी देख रही थी। तभी दोपहर 3.30 बजे आरोपी आया और पीड़िता का हाथ पकड़ कर दूसरे कमरे के अंदर ले गया।

इस दौरान साथ में टीवी देख रहे बच्चों ने बंद दरवाजा धक्का देकर खोला तो देखा कि आरोपी पीड़िता के साथ गलत काम कर रहा था, बच्चों को देख आरोपी उसे छोड़कर भाग गया। बच्चों ने इसकी जानकारी पीड़िता की मां को दी। पीड़िता की मां ने देखा कि उसके हाथों की चूड़ी टूटी हुई थी, कपड़े भी ठीक से नहीं थे। मामले की रिपोर्ट लिखाई गई।

जांच में डॉक्टर ने रिपोर्ट दी
मेडिकल जांच में डॉक्टर ने पीड़िता के मानसिक अस्वस्थ व मूक बधिर होने की रिपोर्ट दी। पुलिस ने कपड़े जप्त कर एफएसएल जांच के लिए भेजा। सुनवाई उपरांत दोष सिद्ध होने पर न्यायालय ने आरोपी को 376 (2) में 10 वर्ष कैद, 5000 रुपये अर्थदंड तथा पीड़िता के अनुसूचित जनजाति वर्ग से होने पर एट्रोसिटी एक्ट में आजीवन कारावास व 5000 रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई।

आरोपी ने अपील में कहा उसे फंसाया गया है
आरोपी ने सजा के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील की। मामले में चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा और जस्टिस रविन्द्र कुमार अग्रवाल की डिवीजन बेंच में सुनवाई हुई। आरोपी ने अपील में कहा कि उसे फंसाया गया है। पीड़िता का परीक्षण नहीं किया गया, पीड़िता ने भी इस संबंध में कुछ नहीं कहा है। हाईकोर्ट ने आदेश में कहा कि पीड़िता मूक-बधिर और मानसिक रूप से फिट नहीं है, वह बोल भी नहीं सकती। इसलिए उससे गवाह के रूप में पूछताछ नहीं की गई।

बच्चों ने आरोपी को गलत काम करते देखा
उसकी मां ने बताया है कि साथ गए बच्चों ने पीड़िता को आरोपी द्वारा घर के अंदर खींचते देखा। बच्चों ने दरवाजे को धक्का दिया, तो देखा कि वह दुष्कर्म कर रहा था। इसके अलावा, एफएसएल रिपोर्ट की रिपोर्ट से साबित होता है कि अपीलकर्ता ने पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दो गुटों में चले जमकर लात-घूंसे, हादसे में घायल युवक की पिटाई पर हंगामा

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Bilaspur crime hospital patient injured in group fight
Bilaspur crime hospital patient injured in group fight
  • अनजाने में युवकों ने दूसरे मरीज की पिटाई शुरू कर दी, जिसके चलते दूसरे पक्ष के लोगों ने भी मारपीट की और अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया

बिलासपुर। जिले में दबंग, बदमाशों की हरकत से आम लोग खासे परेशान हैं। एक दिन पहले आधा दर्जन बदमाशों ने पुरानी रंजिश के चलते दुकान में घुसकर संचालक और उनके माता-पिता की पिटाई कर दी थी, उसके बाद अब रतनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से मारपीट की घटना आई है। जहां कुछ युवकों ने एक मरीज की जमकर पिटाई कर दी, जिसके चलते अस्पताल में जमकर हंगामा हुआ।

घटना के बाद दूसरे पक्ष के लोगों ने भी जमकर लात-घूंसे बरसाए। इस घटना का सीसीटीवी वीडियो भी सामने आया है। बताया जा रहा है कि, अस्पताल में मारपीट की यह घटना गुरुवार की है। दरअसल, पोड़ी निवासी एक युवक हादसे में घायल हो गया था। इस दौरान आसपास के लोगों ने उसकी पिटाई कर दी। जिसके बाद वह इलाज कराने के लिए अस्पताल पहुंचा था।

अनजाने में कर दी दूसरे मरीज की पिटाई
इस दौरान घायल युवक ने अपने साथ हुई मारपीट की जानकारी गांव के लोगों को दी, जिसके बाद उसके दोस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंच गए। तब उन्हें यह नहीं पता था कि किन लोगों ने उसके दोस्त के साथ मारपीट की है। इस दौरान अनजाने में युवकों ने दूसरे मरीज की पिटाई शुरू कर दी। जिसके चलते दूसरे पक्ष के लोगों ने भी मारपीट की और अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया।

तीन युवकों को पुलिस ने पकड़ा
इस दौरान मौके पर पहुंची पुलिस ने पूछताछ के बाद तीन युवकों को पकड़ा। बताया गया कि उन्होंने ही मारपीट की है, लेकिन घायल सहित किसी और ने कोई शिकायत नहीं की है। एसडीओपी नुपूर उपाध्याय ने बताया कि पुलिस ने मारपीट करने वाले तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। उनके खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई है।

सात दिनों से चारों ओर पानी ही पानी, चार दिनों के लिए और रेड अलर्ट, लबालब जलाशय से छोड़ा गया पानी

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Raipur rain water reservoir overflowing, weather department issues red alert
Raipur rain water reservoir overflowing, weather department issues red alert
  • मौसम विभाग ने छत्तीसगढ़ के 21 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है, गंगरेल बांध से महानदी में पानी छोड़ा गया। शहरों के कई इलाकों में जलभराव की स्थिति है

रायपुर। प्रदेश में पिछले सात दिनों से लगातार बारिश जारी है। वहीं देखा जाए तो पिछले 4 दिनों से अच्छी और तेज बारिश हो रही है। इससे सभी ओर पानी-पानी नजर आ रहा है। नदी-नाले, तालाब, पोखर के साथ छत्तीसगढ़ के प्रायः जलाशय लबालब हो चुके हैं। वहीं प्रदेश के सभी संभागों में नदी-नाले ऊफान पर हैं, तो वहीं कई नदियां खतरे के निशान पर हैं। कई गांव में बाढ़ की स्थिति है। इधर शहरों में भी काफी जलभराव की समस्या से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।

इस बीच मौसम विभाग ने फिर से प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी दी है। खासकर सरगुजा संभाग में रेड अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही प्रदेश के 21 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। ऐसे में सप्ताहभर से लगातार हो रही बारिश के बाद फिर भारी पानी गिरने को लेकर लोग चिंतित हैं।

वहीं गंगरेल बांध के सभी गेट खोल दिये गए हैं। इससे महानदी का जल स्तर और अधिक बढ़ेगा, इसलिए नदी के किनारे लगे हुए सभी गांवों में सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिये गए हैं।

इन जिलों में ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग ने सरगुजा संभाग के मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर और कोरिया में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। जशपुर, सूरजपुर, बलरामपुर, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही और कोरबा जिले में भारी से अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

इन जिलों में यलो अलर्ट
वहीं सरगुजा, बिलासपुर, रायगढ़, सारंगढ़-बिलाईगढ़, सक्ति, मुंगेली, जांजगीर, रायपुर, बलौदाबाजार, महासमुंद, दुर्ग, कबीरधाम, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई और राजनांदगांव जिले में भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है।

राजधानी गुढ़ियारी रेलवे अंडर ब्रिज में भरा पानी
प्रदेश की राजधानी में लगातार हो रही अच्छी बारिश के चलते कई इलाके जल मग्न हो गए हैं। शुक्रवार देर रात शुरू तेज बारिश लगातार दूसरे दिन भी जारी है। ऐसे में रायपुर के कई इलाकों में पानी भर गया है। जलभराव के चलते स्थानीय लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। रायुपर के गुढ़ियारी में रेलवे अंडर ब्रिज के नीचे दो फीट से ऊपर पानी भर गया है, जिससे लोगों को आवाजाही में परेशानी हो रही है, वहीं प्रोफेसर कॉलोनी सहित शहर के कई इलाकों में जलभराव की समस्या देखने को मिल रही है। बरसात के कारण नालियों का पानी सड़कों पर आ गया है। लोग गंदे पानी से भरी सड़क से गुजरने के लिए मजबूर हैं। ऐसे में लोगों के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ सकता है।

पेरिस ओलंपिक में मेडल की हैट्रिक  बनाने से चूकीं manu bhakar

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नई दिल्ली . भाकर मेडल की हैट्रिक का महारिकॉर्ड बनाने से चूक गई हैं। मनु भाकर ने शूटिंग के 25 मीटर पिस्‍टल वुमेंस फाइनल में पहले सात राउंड तक टॉप टू में जगह बना रखी थी, लेकिन आठवें सेट में वह अपनी बढ़त को बरकरार नहीं रख सकीं और चौथे स्‍थान के साथ वह तीसरा मेडल जीतने से चूक गईं। पेरिस ओलंपिक में इससे पहले मनु भाकर ने सरबजोत सिंह के साथ 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में कांस्‍य पदक जीता था और उससे पहले 10 मीटर एयर पिस्टल में कांस्य पदक अपने नाम किया था।

मनु ने 25 मीटर पिस्टल क्वालीफिकेशन रैपिड राउंड में दूसरे पायदान पर रहते हुए फाइनल में जगह बनाई थी, लेकिन फाइनल के अंत में वह मेडल से चूक गईं। वह अब एक ही ओलंपिक में स्‍वतंत्र भारत में दो पदक जीतने वाली भारत की पहली एथलीट बन गई हैं। इससे पहले ये कमाल नॉर्मन प्रिचर्ड ने किया था, जिन्‍होंने ओलंपिक 1900 में एथलेटिक्स में देश के लिए दो रजत पदक जीते थे।

ओलंपिक में देश के लिए दो पदकों की बात करें तो रेसलर सुशील कुमार के साथ बैडमिंटन स्टार खिलाड़ी पीवी सिंधु भी दो-दो पदक जीत चुके हैं, लेकिन उनके ये पदक अलग-अलग ओलंपिक में आए हैं। सुशील कुमार ने बीजिंग ओलंपिक 2008 में कांस्‍य पदक और लंदन ओलंपिक 2012 में रजत पदक जीता था। वहीं, पीवी सिंधु ने रियो ओलंपिक 2016 में रजत पदक तो टोक्यो ओलंपिक में कांस्‍य पदक जीता था।