हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दूसरा दीक्षांत आज, राज्यपाल और मुख्यमंत्री करेंगे शिरकत। यूट्यूब पर होगा सीधा प्रसारण यहां क्लिक कर देख सकेंगे आप।
भिलाई . बीआईटी दुर्ग के सभागार में बुधवार को हेमचंद यादव विश्वविद्यालय का दूसरा दीक्षांत समारोह आयोजित होगा। इसमें छत्तीसगढ़ के नए राज्यपाल (कुलाधिपति) रमेन डेका बतौर मुख्य अतिथि होंगे। वहीं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और नई दिल्ली स्थित शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के सेक्रेटरी अतुल कोठारी भी अतिथि की भूमिका में होंगे।
प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री व तकनीकी शिक्षा मंत्री विजय शर्मा, सांसद विजय बघेल, विधायक गजेंद्र यादव, ललित चंद्राकर, देवेंद्र यादव और रिकेश सेन भी दीक्षांत समारोह का हिस्सा होंगे। समारोह से पहले मंगलवार को दीक्षांत समारोह की रिहर्सल की गई।
रिहर्सल में कुलपति डॉ. अरुणा पल्टा, कुलसचिव भूपेंद्र कुलदीप, कार्यपरिषद, विद्यापरिषद के सदस्य, पीएचडी उपाधि प्राप्तकर्ता और प्रावीण्य सूची में सर्वोत्तम स्थान प्राप्त स्वर्णमंडित पदक प्राप्तकर्ताओं ने हिस्सा लिया।
इतने छात्रों को मिलेंगे मेडलकुलसचिव ने बताया कि दीक्षांत समारोह में सभी को ड्रेस कोड का खास तौर पर ध्यान रखना होगा। महिलाओं को कोसे रंग की साड़ी और पुरूषों को सफेद कुर्ता और पजामा धारण करते हुए दीक्षांत शोभायात्रा में शामिल होना होगा।
शोभायात्रा में कुलाधिपति, मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, सासंद और विधायकों को भी शामिल किया जाएगा। दूसरे दीक्षांत समारोह में 68 शोधार्थी और स्वर्ण मंडित पदक प्राप्त करने वाले 48 विद्यार्थियों को मंच पर जाने का मौका मिलेगा।
जांच में कमियां मिली तो संबद्धता खतरे में, आज से शुरू हो जाएंगे इंजीनियरिंग काउंसलिंग के पंजीयन…
भिलाई . रायपुर के एक निजी फार्मेसी कॉलेज प्रबंधन पर आरोप लगे है कि संचालकों ने मान्यता और संबद्धता के लिए दस्तोवजों से फर्जीवाड़ा किया है। कॉलेज के संचालन के लिए 5 प्रोफेसर और एक प्राचार्य के पद दिखाने नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं की डिग्रियां मांगी गईं और इन्हीं दस्तावेजों से मान्यता का आवेदन किया गया। अब यह प्रकरण सामने आने के बाद प्रदेश के इकलौते तकनीकी विश्वविद्यालय सीएसवीटीयू की मुस्तैदी पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। मामले में घिरता देख सीएसवीटीयू ने सभी नए फार्मेसी कॉलेजों का दोबारा से निरीक्षण कराया है। उक्त कॉलेज को लेकर मिली शिकायतों की जांच के लिए कमेटी बनाई है। सीएसवीटीयू पहले ही तमाम नए फार्मेसी कॉलेज का निरीक्षण करा चुका था, लेकिन दोबारा जांच से साबित हो गया है कि नए कॉलेजों में बड़े पैमाने पर खामियां है, जिसे सशर्त संबद्धता के जरिए ढाका जा रहा है।
पीसीआई को भी भेजे गलत दस्तावेज
बताया जा रहा है कि जो प्रोफेसर और प्राचार्य उक्त निजी कॉलेज में कार्यरत है ही नहीं उनके दस्तावेज धोखे से लिए गए और इसे पीसीआई एप्रूवल के लिए भेजा गया। यही सेम दस्तावेज सीएसवीटीयू से एनओसी के लिए भी दिए गए। इन्हीं फर्जी दस्तावेजों के बिहाफ में सीएसवीटीयू ने कॉलेज का निरीक्षण किया, लेकिन अब मामला खुलने के बाद सीएसवीटीयू प्रबंधन जांच की बात करता दिख रहा है।
अभी भी मान्यता का इंतजार
फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया ने प्रदेश के फार्मेसी कॉलेजों की मान्यता अभी तक जारी नहीं की है। इसके चलते कॉलेजों का छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय से संबद्धता भी अटकी हुई है। वहीं बिना संबद्धता के तकनीकी शिक्षा संचालनालय फार्मेसी कॉलेजों को काउंसलिंग में शामिल होने एनओसी नहीं देगा। यही वजह है कि डीटीई ने अन्य तकनीकी पाठ्यक्रमों में दाखिले की काउंसलिंग सात अगस्त से शुरू कराने की अधिसूचना जारी कर दी है, लेकिन इसमें फार्मेसी को नहीं रखा गया है। फार्मेसी की काउंसलिंग की शुरुआत का नोटिफिकेशन पीसीआई से मान्यता के बाद अलग से जारी होगा।
आज से शुरू होगी काउंसलिंग
फार्मेसी को छोडक़र तमाम तकनीकी पाठ्यक्रमों की काउंसलिंग के लिए छात्र बुधवार से पंजीयन करा सकेंगे। शेड्यूल के हिसाब से बीटेक, बीटेक लेटरल, एमटेक और एमबीए में प्रवेश के लिए प्रथम चरण के पंजीयन 7 से 12 अगस्त तक किए जाएंगे। इसमें शामिल होने वाले विद्यार्थियों की सीटों का आवंटन 14 अगस्त को शाम 5 बजे घोषित होगा।
रायपुर के जिस निजी फार्मेसी कॉलेज से फर्जी दस्तावेज का मामला सामने आया है, उसका दोबारा निरीक्षण कराया जा रहा है। इसके साथ ही तमाम नए फार्मेसी कॉलेजों का भी दोबारा से निरीक्षण हुआ है। जिनमें बड़ी कमियां मिलेंगी उनके खिलाफ विश्वविद्यालय कार्रवाई करेगा। अंकित अरोरा, कुलसचिव, सीएसवीटीयू
Bollywood Desk .क्या आपकी उम्र भी 18 से 25 साल के बीच हैं? क्या आप हिंदी सिनेमा में बतौर अभिनेत्री काम करने की इच्छा रखती हैं? यदि जवाब हां है तो समझिए किस्मत आपका दरवाजा खटखटा रही है।
कश्मीर फाइल्स, ताशकंद फाइल्स और बुद्धा इन ए ट्रैफिक जाम जैसे ब्लॉक बस्टर फिल्म बनाने वाले डायरेक्टर विवेक रंजन अग्निहोत्री अब अपनी नई फिल्म द दिल्ली फाइल्स की तैयारी में है।
फिल्म के लिए बतौर अभिनेत्री एक नए चेहरे की तलाश की जा रही है। यह चेहरा आप भी हो सकती हैं। इनकी हर फिल्म में हमेशा नए टैलेंट को चांस दिया गया है। चाहे बुद्धा इन ट्रैफिक जैम में अरुणुदय सिंह हो या चाहे ताशकंद में श्वेता प्रसाद।
विवेक उन चुनिंदा फिल्म मेकर्स में से हैं, जो इंडीपेंडेंट फिल्म बनाने हैं और सिर्फ टैलेंट को कास्ट करते हैं। अब अगली फिल्म के लिए भी ऐसे ही टैलेंट की खोज जारी है। इस नई फिल्म में बतौर लीड एक्ट्रेस बनने के लिए सिर्फ एक ही रिक्वायरमेंट है, प्रतिभा, प्रतिभा और सिर्फ प्रतिभा।
1 मिनट का वीडियो शूट कर करें सेंड
अगर आपमें भी वह टैलेंट है, जिसे बड़े परदे की तलाश है तो फटाफट ऑडिशन के लिए तैयार हो जाइए। आपको बस अपने एक मिनट का वीडियो शूट करके thedelhifiles@gmail.com पर सेंड करना होगा। यदि आपका वीडियो मेकर्स को पसंद आया तो तत्काल में मुंबई की टिकट पक्की।
डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री ने पोस्ट में ये कहा
डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री ने इस अवसर पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने बताया कि, वह एक भारतीय अभिनेत्री की तलाश में हैं जो हिंदी को अच्छे से समझती हो और सही ढंग से बोल सके। आयु सीमा 18-25 वर्ष के बीच है और उनका एक इनोसेंट रूप झलकना चाहिए। हालांकि, बांग्ला उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी जा सकती है, लेकिन यह मानदंड फ्लेक्सिबल हैं, बशर्ते उम्मीदवार भूमिका के लिए उपयुक्त और प्रतिभाशाली हो। सबसे महत्वपूर्ण बात, वे एक ऐसी अभिनेत्री की तलाश में हैं जो अपनी अदाकारी के जरिए भूमिका को गहराई और प्रामाणिकता प्रदान कर सके।
Bangladesh Violence: बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना के इस्तीफा देकर देश छोडऩे के बाद तो देश में हालात काबू से बाहर, हिंदुओं पर टूटा मुसीबतों का पहाड़
नई दिल्ली।Bangladesh Violence: बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफा देकर देश छोड़ देने के बाद से वहां के हालात बद्तर होते जा रहे हैं। खासकर हिंदुओं पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। यहां के कट्टरपंथी हिंदुओं को निशाना बना रहे हैं। हिंसा इस कदर बढ़ गई है कि वे हिंदुओं की खुलेआम हत्याएं करने के साथ ही महिलाओं से बलात्कार कर रहे हैं।
बांग्लादेश में हिंसा बढ़ती ही जा रही है। पीएम शेख हसीना के इस्तीफे के बाद दंगाई और बेकाबू हो गए हैं। बांग्लादेश में सरेआम लूटपाट हो रही है, घरों और इमारतों को आग लगाई जा रही है, लोगों को बेरहमी से पीटा जा रहा है।
यहां तक कि सरेआम दंगाई हत्याएं भी कर रहे हैं। इसका सबसे बुरा असर बांग्लादेश में रह रहे हिंदू समुदाय के लोगों पर पड़ रहा है। दंगाई हिंदू मंदिरों में तोडफ़ोड़ करने के साथ आग भी लगा रहे हैं।
हिंदू महिलाओं से रेप
बांग्लादेश के हालात इस कदर बिगड़ गए हैं कि कट्टरपंथी दंगाई हिंदुओं को ज्यादा निशाना बना रहे हैं। कई जगहों पर हिंदू महिलाओं से रेप किया जा रहा है, उनके साथ मारपीट हो रही है तथा घरों में तोडफ़ोड़ के अलावा आग लगाने व लूटपाट की जा रही है। उनकी संपत्ति पर भी कब्जा किया जा रहा है। कट्टरपंथी भी साफ तौर पर हिंदुओं को निशाना बनाने की बात कह रहे हैं, इसका पालन भी वहां के दंगाई कर रहे हैं।
भारत ने बीएफएफ को किया अलर्ट
बांग्लादेश में हो रही हिंसा के बीच भारत में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। खासकर बांग्लादेश की सीमा से लगने वाले इलाकों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। भारत सरकार ने बीएफएफ को अलर्ट कर दिया है। पीएम नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी पूरी स्थिति पर नजऱ बनाए हुए हैं।
सोशल मीडिया पर ये करा रहे ट्रेंड
बांग्लादेश में हिंदुओं को निशाना बनाए जाने को लेकर सोशल मीडिया पर यूज़र्स अत्याचार को लोगों की नजऱों में लाने के लिए एक हैशटैग #alleyesonbangladeshhindus ट्रेंड करा रहे हैं। इस हैशटैग के ज़रिए वे बांग्लादेश में रह रहे हिंदुओं की मदद की अपील भी लोगों से कर रहे हैं।
ढाका। बांग्लादेश सबसे बड़े संकट से गुजर रहा है। प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है। इतना ही नहीं उन्हें देश छोड़कर भारत आना बना पड़ा है। बांग्लादेश में फिलहाल सेना प्रमुख ने कमान संभाल ली है। इतनी ही नहीं राष्ट्रपति ने जेल में बंद पूर्व पीएम और विपक्षी नेता खालिदा जिया की रिहा करने का आदेश दिया है। वह भ्रष्टाचार के मामले में 2018 से जेल में बंद हैं। उन्हें 17 साल की सजा सुनाई गई है। बता दें कि बांग्लादेश में पिछले करीब 2 महीने से आरक्षण विरोधी छात्र आंदोलन चल रहा है। इस बीच एक नाम चर्चा में बना हुआ है। बांग्लादेश की जनता मोहम्मद यूनुस को प्रधानमंत्री बनाने की मांग कर रही है। आखिर यह कौन हैं और जनता इन्हें क्यों प्रधानमंत्री बनाना चाहती है, इस रिपोर्ट में विस्तार से समझते हैं।
बांग्लादेश में नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को नई सरकार के गठन के लिए सलाहकार बनाया गया है। इनके नेतृत्व में अंतरिम सरकार की रूपरेखा तैयार होगी। यूनुस ने बांग्लादेश में ग्रामीण बैंक की स्थापना की थी। गरीबी विरोधी अभियान के लिए उन्हें 2006 में नोबेल शांति पुरस्कार मिला था। वह बांग्लादेश के एक सामाजिक उद्यमी, एक बैंकर, एक अर्थशास्त्री और सिविल सोसायटी के नेता हैं। 28 जून 1940 को जन्मे मोहम्मद यूनुस को यूनाइटेड स्टेट्स प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम से सम्मानित किया जा चुका है।
मोहम्मद यूनुस ने 1961 से 1965 तक बांग्लादेश के चटगांव विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र की पढ़ाई की। इसके बाद वेंडरबिल्ट विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में पीएचडी की डिग्री हासिल की। उन्होंने माइक्रो क्रेडिट के माध्यम से बांग्लादेश में एक कार्यक्रम शुरू किया। 18 फरवरी 2007 को मोहम्मद यूनुस ने नागरिक शक्ति नाम से एक राजनीतिक पार्टी भी बनाई थी। हालांकि श्रम कानूनों के उल्लंघन के आरोप में उन्हें 6 महीने की सजा भी सुनाई जा चुकी है। साल 2012 में उन्हें स्कॉटलैंड के ग्लासगो कैलेडोनियन विश्वविद्यालय का चांसलर भी बनाया गया।
भिलाई . रविवार की रात को दुर्ग जिले के आउटर में 2.6 मिलीमीटर वर्षा हुई। इसके बाद सोमवार को मौसम पूरी तरह से खुल गया और तेज धूप निकल आई। इससे दिन का अधिकतम तापमान जो रविवार तक 26 डिग्री बना हुआ था वह औसत से 1.2 डिग्री बढक़र 31.5 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। ऐसे ही रात का न्यूनतम पारा भी 19.4 से बढक़र 23.6 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। सोमवार को जिले में दिनभर कहीं भी बारिश नहीं हुई।
मौसम विभाग ने कहा है कि मानसून की सक्रियता में अगले कुछ दिन कमी रहेगी। इस बीच प्रदेश के अधिकांश जिलों में मौसम खुला रहेगा और धूप निकलेगी। इससे दिन और रात का तापमान बढ़ेगा। इसके बाद 8 अगस्त से मानसून दोबारा से सक्रिय होने की संभावना बन रही है। हवा की दिशा बदलने से मंगलवार को जिले में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
इसके बाद वर्षा का मुख्य क्षेत्र मध्य छत्तीसगढ़ रहेगा। जिससे दुर्ग, राजनांदगांव जिले में झमाझम बारिश होने का अनुमान है। दरअसल, एक अबदाव उत्तर पूर्व राजस्थान और इससे लगे क्षेत्र में तैयार हो गया है। इसके पश्चिम की ओर बढ़ते हुए क्रमिक कमजोर होकर निम्न दाब के क्षेत्र में अगले 12 घंटे में परिवर्तित होने की संभावना है। इससे मौसम एक बार फिर करवट लेगा और बारिश के आसार बनेंगे।
कथित नागरिक आपूर्ति निगम घोटाला मामले की जांच कर रही ईडी ने कहा हाईकोर्ट जज के संपर्क में थे घोटाले के दो आरोपी अधिकारी
रायपुर। प्रदेश का चर्चित एक हजार करोड़ रुपये के कथित नागरिक आपूर्ति निगम घोटाला (पीडीएस) मामले में बड़ी खबर सामने आ रही है। ईडी ने सुप्रीम कोर्ट को दिये अपने हलफनामे में दावा करते हुए कहा है कि इस मामले में शामिल दो अधिकारियों ने छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के जज से संपर्क किया था।
ईडी ने कोर्ट में जानकारी दी है कि छत्तीसगढ़ की तत्कालीन भूपेश सरकार के दो नौकरशाह अपने खिलाफ चल रहे मामले को कमजोर करने के लिए सबूतों से छेड़छाड़ करने की कोशिश किये थे। हालांकि, एक अगस्त के हलफनामे में ईडी के संबंधित जज का नाम नहीं बताया गया है। ईडी ने दावा करते हुए कहा कि उनसे उनके भाई और राज्य के पूर्व मुख्य सचिव अजय सिंह के जरिए संपर्क किया गया था। संबंध में ईडी ने दावा किया कि इस मुकदमे की जांच को प्रभावित करने के लिए हमारे पास पर्याप्त सबूत हैं।
टुटेजा तत्कालीन एडवोकेट जनरल सतीश चंद्र वर्मा के माध्यम से न्यायाधीश के संपर्क में थे। यह 31 जुलाई और 11 अगस्त 2019 के व्हाट्सएप से मिले संदेशों से क्लीयर है। व्हाट्सएप संदेशों से पता चला है कि न्यायाधीश की बेटी और दामाद का बायोडाटा तत्कालीन एजी की ओर से कार्रवाई करने के लिए टुटेजा को भेजा गया था, जो न्यायाधीश और दोनों मुख्य आरोपी टुटेजा और शुक्ला के बीच कोर्डिनेट का काम कर रहे थे।
ये भी दावा सुप्रीम कोर्ट को ईडी ने दावा करते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ के नागरिक जन आपूर्ति निगम घोटाले में आरोपी दो वरिष्ठ नौकरशाह अनिल कुमार टुटेजा और आलोक शुक्ला अक्टूबर 2019 में छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के जज के संपर्क में थे। उसी जज की अदालत से 16 अक्तूबर 2019 को आलोक शुक्ला को जमानत पर रिहाई का आदेश जारी हुआ था। इतना ही नहीं ईडी का दावा है कि तत्कालीन महाधिवक्ता सतीश चंद्र वर्मा दोनों दागियों और न्यायाधीश के बीच संपर्क बनाए हुए थे।
स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराने की थी मांग ईडी के वकील सौरभ पांडेय ने बताया कि साल 2020 में कोरोना लॉकडाउन शुरू होने के ठीक पहले अनिल टुटेजा और डॉ. आलोक शुक्ला की अग्रिम जमानत अर्जी छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में फाइल की गई थी। हाईकोर्ट में इनकी जमानत अर्जी विचार करने के लिए रखा गया था, जबकी बाकी सभी अन्य आपराधिक मामलों में जमानत आवेदन ट्रायल कोर्ट (जिला न्यायालय) में फाइल करनी होती है और अगर जिला न्यायालय से राहत नहीं मिलती है तब हाइकोर्ट में अर्जी लगानी पड़ती है।
इनको लेकर 2020 में हुई थी सुनवाई अनिल टुटेजा और डॉ. आलोक शुक्ला की जमानत अर्जी पर एक साथ साल 2020 में सुनवाई हुई थी। इतना ही नहीं ईडी ने सुप्रीम कोर्ट में अनिल टुटेजा और डॉ. आलोक शुक्ला की जमानत रद्द करने के लिए याचिका दायर की है। ईडी की याचिका में ये भी मांग की गई है कि नान घोटाले की जांच नए सिरे से एक अलग स्वतंत्र एजेंसी से कराई जाए।
इनके संपर्क में थे आरोपी सुप्रीम कोर्ट में ईडी ने अपने शपथ पत्र और दलील में कहा कि टुटेजा और शुक्ला आरोपी शुक्ला की अग्रिम जमानत के मामले के संबंध में न्यायाधीश के भाई के संपर्क में थे। क्योंकि न्यायाधीश की पीठ के समक्ष लंबित था। जैसे ही 16 अक्टूबर 2019 को दोनों आरोपियों को जमानत दी गई तो न्यायाधीश के भाई को मुख्य सचिव के पद से हटा दिया गया और 1 नवंबर 2019 को योजना आयोग के उपाध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया।
उद्देश्य को लेकर दावा इसमें कहा गया है कि “आरोपी व्यक्ति अनुसूचित अपराध में अन्य मुख्य आरोपियों की भूमिका को कमजोर करने के लिए सह-अभियुक्त शिव शंकर भट्ट के मसौदा बयान को शेयर करने और संशोधित करने में शामिल थे ताकि अनुसूचित अपराध में अन्य प्रमुख आरोपियों की भूमिका कमजोर साबित की जा सके।
जांच में चैट से हुआ बड़ा खुलासा ईडी का दावा है कि टुटेजा और शुक्ला के तत्कालीन महाधिवक्ता के साथ 4 अक्टूबर से 16 अक्टूबर 2019 के व्हाट्सएप चैट के विश्लेषण से जस्टिस चंदेल के भाई और तत्कालीन एडीजी आर्थिक अपराध शाखा-भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो रायपुर की भूमिका का पता चलता है। उस समय वो ही अनुसूचित अपराध का बचाव करने के प्रभारी थे। दोनों आरोपियों को भ्रष्टाचार के आरोपों से बरी करने के लिए उनके खिलाफ दर्ज मामले को कमजोर करने में इन्होंने ही अहम भूमिका निभाई थी।
ईओडब्ल्यू की रिपोर्ट एजेंसी ने दावा किया कि घोटाले पर राज्य ईओडब्ल्यू की रिपोर्ट से कई पैराग्राफ टुटेजा और शुक्ला के कहने पर मुख्य आरोपी के हितों की रक्षा के लिए हटा दिए गए थे। बाद में वही संशोधित रिपोर्ट हाईकोर्ट के सामने पेश की गई। ईडी ने कहा कि अभियुक्तों की संलिप्तता और उच्च पदस्थ संवैधानिक राज्य अधिकारियों की मिलीभगत से मुकदमे को पटरी से उतारने और साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ करने के ठोस प्रयास के संबंध में एक स्वतंत्र एजेंसी की ओर से जांच शुरू करने के लिए पर्याप्त सबूत हैं।
ये था मामला बीजेपी का आरोप है कि भूपेश बघेल के कार्यकाल में ये घोटाला हुआ था। राज्य में 13 हजार 301 दुकानों में राशन बांटने में गड़बड़ी उजागर हुई थी। केवल चावल में ही 600 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ था। एक हजार करोड़ से ज्यादा का कुल घोटाला हुआ था। स्टॉक जांच नहीं करने के बदले में एक-एक राशन दुकान वाले से दस-दास लाख रुपये लिया गया था।
एफआईआर दर्ज ईडी की रिपोर्ट पर कस्टम मिलिंग घोटला में एफआईआर दर्ज की गई है। कई राइस मिलर्स की ओर से नागरिक आपूर्ति निगम एवं एफसीआई में जो कस्टम मिलिंग का चावल जमा किया जाता है। उसमें व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार किया गया है। प्रति क्विंटल के हिसाब से अवैध राशि की वसूली की गई है। पद का दुरूपयोग करते हुए विभिन्न शासकीय अधिकारियों की ओर से राइसमिलर्स के साथ मिलीभगत कर लाभ प्राप्त कर शासन को आर्थिक क्षति पहुंचाई गई है।
ये था निर्देश प्रीतिका पूजा को मनोज सोनी, प्रबंध संचालक मार्कफेड के मारफत रोशन चन्द्राकर की ओर से निर्देश था कि उन्हीं मिलर्स के बिल का भुगतान किया जाना है जिनकी वसूली की राशि रोशन चन्द्राकर को प्राप्त हुई है। किन मिलर्स को भुगतान किया जाना है, इसकी जानकारी संबंधित जिले के राईस मिलर्स एसोसिएशन के द्वारा मनोज सोनी के माध्यम से मिलती थी। आयकर विभाग की तलाशी में करीब 1.06 करोड़ रूपये मिले हैं। जिसका कोई लेखा-जोखा नहीं है। इसके साथ ही बहुत सारे आपत्तिजनक दस्तावेज एवं डिजिटल डिवाइस भी मिले हैं। करीब 140 करोड़ रूपये की अवैध वसूली राइसमिलर्स से किया जाना पाया गया है।
कवर्धा. छत्तीसगढ़ में पहली बार सावन के दूसरे सोमवार को कांवडिय़ों पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कबीरधाम जिले के प्रसिद्ध बाबा भोरमदेव मंदिर में जलाभिषेक करने पहुंचे हजारों कांवडिय़ों पर सोमवार को हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। इस दौरान मुख्यमंत्री साय और डिप्टी सीएम शर्मा ने भोरमदेव मंदिर में पूजा-अर्चना की और भगवान बोलेनाथ से आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर भक्तों का भारी हुजूम मंदिर और उसके आसपास के इलाकों में देखा गया।
भोरमदेव मंदिर में हर साल भगवा वस्त्रों में सजे कांवडिय़ों के जत्थे दूर-दूर से पैदल चलकर जलाभिषेक करने आते हैं। हर साल यहां सावनभर कांवडिय़ों का मेला लगा लगा रहता है। कांवडिय़ों पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वषा से पूरे क्षेत्र को भक्ति और श्रद्धा से भर दिया। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि भगवान शिव के प्रति लोगों की अटूट आस्था और भक्ति देखकर मन प्रसन्न हैं। हमने इस आयोजन के माध्यम से श्रद्धालुओं को सम्मानित करने और उनकी यात्रा को सुखद बनाने का प्रयास किया है। वहीं डिप्टी सीएम शर्मा ने कहा कि कांवडिय़ों पर पुष्प वर्षा एक ऐतिहासिक क्षण है, हमें खुशी है कि हम इस आयोजन का हिस्सा बने।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि भगवान शिव के प्रति लोगों की अटूट आस्था और भक्ति देखकर मन प्रसन्न हैं। हमने इस आयोजन के माध्यम से श्रद्धालुओं को सम्मानित करने और उनकी यात्रा को सुखद बनाने का प्रयास किया है। वहीं डिप्टी सीएम शर्मा ने कहा कि कांवडिय़ों पर पुष्प वर्षा एक ऐतिहासिक क्षण है, हमें खुशी है कि हम इस आयोजन का हिस्सा बने।
ढाका ।बांग्लादेश के ‘राष्ट्रपिता’ कहे जाने वाले शेख मुजीबुर रहमान की प्रतिमा को गिराने की कोशिश की गई है। हिंसा की आग में जल रहे बांग्लादेश की राजधानी ढाका में 5 अगस्त की शाम को पूर्व राष्ट्रपति की प्रतिमा पर हमला किया गया। मुजीबुर रहमान की मूर्ति गिराए जाने का वीडियो भी सामने आया है। इसमें दिख रहा है कि प्रदर्शनकारियों की भारी भीड़ के बीच जेसीबी की मदद से मूर्ति की गर्दन को कई वार कर तोड़ दिया गया है।
इससे पहले उनकी बेटी शेख हसीना पीएम पद से इस्तीफ़ा देकर देश छोड़ गईं और भारत में शरण ले ली है। ईसके बाद प्रदर्शनकारियों ने पहले उनके घर में घुसकर उत्पात मचाया, उसके बाद उनके पिता की मूर्ति को बुलडोज़र से गिरा दिया।फिर हसीना की पार्टी आवामी लीग के दफ्तर में भी तोड़फोड़ की।
शेख मुजीबुर रहमान को बांग्लादेश के लोग राष्ट्रपिता के तौर पर मानते हैं। बांग्लादेश को पाकिस्तान से आज़ाद कराने में उनकी बहुत बड़ी भूमिका थी। उन्होंने ही भारत के साथ मिलकर बांग्लादेश को पाकिस्तान से आज़ादी दिलाई थी। यही कारण है कि मुजीबुर रहमान को भारत में ‘बंगबंधु’ के नाम से भी जाना जाता है। उनकी प्रतिमा तोड़े जाने का वीडियो भी सामने आया है।
नई दिल्ली। बांग्लादेश के पीएम पद से इस्तीफा देने के बाद शेख हसीना भारत पहुंच चुकी हैं। वह बांग्लादेश वायुसेना के ट्रांसपोर्ट विमान से गाजियाबाद स्थित भारतीय वायुसेना के हिंडन एयरबेस पहुंचीं। हिंडन एयरबेस पर अजीत डोभाल और सेना के सीनियर अधिकारियों ने शेख हसीना से मुलाकात की है। भारतीय वायुसेना और अन्य सुरक्षा एजेंसियां शेख हसीना को सुरक्षा प्रदान कर रही हैं। उन्हें सेफ लोकेशन पर ले जाया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति को लेकर पीएम आवास पर महत्वपूर्ण मीटिंग चल रही है। इस मीटिंग में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री जयशंकर और एनएसए अजीत डोभाल मौजूद हैं। इससे पहले भी नई दिल्ली में बांग्लादेश की स्थिति को लेकर कई बैठकें हो चुकी हैं।
ताजा घटनाक्रम को देखते हुए दिल्ली स्थित बांग्लादेश के दूतावास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इसके अलावा भारत-बांग्लादेश की सीमा पर भी विशेष निगरानी बरती जा रही है। बीएसएफ के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि अभी तक सीमा पर हालात नॉर्मल हैं। बांग्लादेश में कर्फ्यू के कारण इंटिग्रेटड चेक पोस्ट पर ट्रैफिक मूवमेंट को कंट्रोल किया जा रहा है।
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