Balrampur triple murder case: बलरामपुर के दहेजवार गांव में मां-बेटी व मासूम बेटे का मिला था कंकाल, झाडफ़ूंक करने वाले मुख्तार को पुलिस ने लिया है हिरासत में
बलरामपुर। बलरामपुर ट्रिपल मर्डर केस में पुलिस के हत्थे चढ़ा झारखंड के ग्राम बरगढ़ निवासी संदेही मुख्तार अंसारी अब हत्या की सच्चाई बताएगा। पुलिस को शक है कि उसने ही कुसमी से डेढ़ महीने पूर्व लापता मां-बेटी व मासूम बेटे की हत्या की है। उसने हत्या कब, क्यों और कैसे की, यह सवाल अब तक अनसुलझे हैं। बताया जा रहा है कि मुख्तार ने ही तीनों की हत्या (Balrampur triple murder case) कर शव को छिपा रखा था।
बाद में उसने बलरामपुर से लगे ग्राम दहेजवार स्थित बंद पड़े ईंट-भट्ठे के पास तीनों का कंकाल फेंक दिया था। इधर एसपी ने मां-बेटी व बेटे की गुमशुदगी मामले में लापरवाही बरतने पर कुसमी थाना प्रभारी जितेंद्र जायसवाल को लाइन अटैच कर दिया है।
हम आपको बता दें कि शुक्रवार की सुबह बलरामपुर से लगे दहेजवार गांव में मिले 3 लोगों के नरकंकाल की शिनाख्त कुसमी के कुम्हारपारा निवासी सूरजदेव ठाकुर ने अपनी पत्नी, बेटी व बेटे के रूप में की है। पुलिस ने घटनास्थल की बारीकी से जांच की तो पता चला कि खेत में तीनों नरकंकाल पहले से मौजूद नहीं थे, किसी ने कहीं और से लाकर इन्हें फेंका है।
बताया जा रहा है कि हिरासत में लिया गया संदेही मुख्तार अंसारी झाडफ़ूंक का काम करता था। जबकि उसका बड़ा भाई आरिफ अंसारी कुसमी में ठेकेदारी करता था तथा मृतकों के घर उसका आना-जाना था। इस मामले को अवैध संबंध की परिणति भी माना जा रहा है।
27 सितंबर को कुसमी बाजार से गायब हुए थे तीनों
मामले की जांच में यह बात सामने आई कि कुसमी के वार्ड क्रमांक 1 कुम्हारपारा निवासी सूरजदेव ठाकुर की पत्नी कौशल्या ठाकुर 35 वर्ष अपनी पुत्री मुक्तावती उर्फ मुस्कान 17 वर्ष व बेटे मिंटू ठाकुर 5 वर्ष (Balrampur triple murder case) के साथ 27 सितंबर की दोपहर मार्केट गई थी।
इसके बाद से तीनों लापता हो गए थे। इधर परिजनों ने उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट कुसमी थाने में दर्ज कराते हुए ग्राम बरगढ़ निवासी ठेकेदार आरिफ अंसारी पर उन्हें बहला-फुसलाकर ले जाने का शक जताया था। इसके बाद से पुलिस उनकी तलाश में जुटी थी।
पति ने मंगलसूत्र व कपड़ों से की पहचान
15 नवंबर को दहेजवार गांव में जब 3 लोगों के नरकंकाल मिले तो पुलिस ने कुसमी थाने में दर्ज गुमशुदगी रिपोर्ट की पड़ताल की। शिनाख्ती के लिए पुलिस ने सूरजदेव को बुलाया तो उसने ही मौके पर मौजूद मंगलसूत्र व कपड़ों को देखकर उसकी पहचान अपनी पत्नी, बेटी व बेटे के रूप में की।
वहीं पुलिस ने कॉल डिटेल के आधार पर संदेही आरिफ के भाई मुख्तार अंसारी को हिरासत में लिया है। पुलिस ने जल्द ही मामले का खुलासा करने की बात कही है। शक के आधार पर पुलिस मुख्तार से पूछताछ कर रही है।
Balrampur triple murder case: थाना प्रभारी लाइन अटैच
इस पूरे मामले में मृतकों के परिजनों ने आरोप लगाया था कि उन्होंने नामजद पुलिस को मामले की सूचना दी थी। इसके बाद भी पुलिस ने पत्नी, बेटी व बेटे (Balrampur triple murder case) को खोजने में तत्परता नहीं दिखाई। यदि समय रहते पुलिस ने संदेही को हिरासत में ले लिया होता तो तीनों की जान बच सकती थी।
प्रथमदृष्ट्या मामले में लापरवाही बरतने पर एसपी ने कुसमी थाना प्रभारी जितेंद्र जायसवाल को लाइन अटैच कर दिया है। यह बात भी सामने आ रही है कि संदेही को जब पुलिस ने हिरासत में लिया तो उसने ही कंकाल फेंकने की बात बताई है। इसके बाद तीनों का नरकंकाल खेत से बरामद किया गया था।