Astute criminal: तीन महीने से लापता दीपेश उर्फ संदीप की हत्या की खबर, संदेहियों से पूछताछ के बाद मैनपाट में खोदी जा रही जमीन
अंबिकापुर। Astute criminal: छत्तीसगढ़ के मैनपाट इलाके से चौंकाने वाली खबर निकल आ रही है। यहां 100 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को देख सुबह से गांव वाले दहशत में आ गए थे। बादलों के छंटने के साथ-साथ पुलिसकर्मियों के पहुंचने की वजह भी साफ हुई और दहशत का माहौल चर्चा में बदल गया। यहां पुलिस का बल एक जमीन को खुदवाने पहुंचा है।
बताया जा रहा है कि तीन महीने से लापता राज-मिस्त्री की लाश यहां दफन होने की संभावना है। दृश्यम मूवी की तर्ज पर ठेकेदार ने ही अपने राज मिस्त्री की हत्या कर शव पानी टंकी के नीचे दफना दिया और उसके खिलाफ चोरी की रिपोर्ट दर्ज करा दी।
सीतापुर थाना क्षेत्र के उलकिया गांव में (Astute criminal) स्कूल भवन का काम चल रहा था। इसमें राज मिस्त्री का काम करने वाला दीपेश उर्फ संदीप 7 जून को गायब हो गया था। उसके गायब होने के बाद ठेकेदार ने उसके खिलाफ चोरी की रिपोर्ट दर्ज करा दी थी। पुलिस उसकी तलाश में भी जुट गई।
लेकिन मामले ने तब यू-टर्न ले लिया जब संदीप की पत्नी यह कहते हुए थाने पहुंच गई कि उसके पति की हत्या हो गई है। हत्या करने वाला भी कोई और नहीं बल्कि उसका ठेकेदार (Astute criminal) अभिषेक पांडेय है। मामले ने तूल पकड़ा तो पुलिस महकमे में भी सुगबुगाहट शुरु हुई।
प्रारंभिक जांच के बाद पुलिस ने संदीप को चोरी के प्रकरण में फरार मान लिया था। हत्या की आशंका पर जांच शुरु हुई तो पता चला कि संदीप के गुम होने से पहले उसके ठेकेदार ने उसके साथ 7 जून को मारपीट की थी। पुलिस ने मामले में आशंका के आधार पर तीन संदेहियों को हिरासत में लिया है। इनसे पूछताछ के बाद पुलिस आंशिक तौर पर यह मान रही है कि संदीप की हत्या कर दी गई है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि अब तक नहीं की गई है।
टंकी के फाउंडेशन के नीचे दफनाई लाश!
शुक्रवार को पुलिस के 100 से अधिक जवान मैनपाट के लुरेना, बड़वापाट में शव की तलाश में जमीन खुदवा रहे हैं। अपुष्ट खबर है कि टंकी के फाउंडेशन के नीचे लाश दफनाई गई है। बताया जा रहा है कि मामले का मुख्य संदेही अभिषेक पांडेय फिलहाल पुलिस की पहुंच से दूर है।
सर्व आदिवासी समाज ने किया था प्रदर्शन
मामले में पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट होकर सर्व आदिवासी समाज ने विरोध प्रदर्शन भी किया था। 21 जुलाई को समाज के लोगों ने संदीप की पत्नी सलीमा लकड़ा के साथ थाने का घेराव भी किया था। रात 11 बजे तक प्रदर्शन के बाद पुलिस ने मामले में ठेकेदार (Astute criminal) अभिषेक पांडेय के खिलाफ अपहरण और मारपीट का अपराध दर्ज किया था।
यह है मामला
दीपेश उर्फ संदीप राज मिस्त्री का काम करता था। संभावित वारदात से कुछ दिन पहले वह उलकिया स्कूल भवन निर्माण का काम कर रहा था। उसके साइट के मुंशी का नाम गौरी तिवारी बताया जा रहा है। 7 जून से दीपेश उर्फ संदीप लापता था।
8 जून को उसके ठेकेदार अभिषेक पांडेय (Astute criminal) ने सीतापुर थाने में शिकायत की थी कि दीपेश और विकास नाम के युवकों ने छड़ की चोरी की है। उसका आरोप था कि दोनों ने इसे बेच भी दिया है। दीपेश की पत्नी सलीमा लकड़ा ने 16 जून को सीतापुर थाने में अपने पति के गुमशुदा होने की शिकायत दर्ज कराई थी।
चोरी की रिपोर्ट में संदीप को फरार मान रही थी पुलिस
मामले में सीतापुर पुलिस ने अभिषेक पांडेय की रिपोर्ट पर दीपेश उर्फ संदीप और विकास के खिलाफ चोरी का अपराध दर्ज किया था। मामले में पुलिस ने विकास को गिरफ्तार कर लिया था। वहीं संदीप को फरार मान रही थी। सलीमा ने जब ठेकेदार पर हत्या का आरोप लगाया तो पुलिस ने अभिषेक पांडेय से पूछताछ भी की थी। आरोप है कि पुलिस ने उससे सख्ती से पूछताछ किए बिना ही उसे छोड़ दिया था।
एक हफ्ते पहले अंबिकापुर में था संदेही
हत्या के इस संभावित मामले में पुलिस का मुख्य संदेही अभिषेक पांडेय है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अभिषेक एक हफ्ते पहले अंबिकापुर आया हुआ था। उसने पीएचई में ठेकेदारों की बैठक में भी शिरकत की थी। बताया जा रहा है कि अभिषेक के इस प्रकरण में संलिप्तता की आशंका ने ठेकेदारों को भी चौंका दिया है।
संदेही की तलाश में जुटी पुलिस
अंबिकापुर सीएसपी रोहित शाह ने बताया कि कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। कार्रवाई जारी है। मामले के मुख्य संदेही की तलाश के लिए भी अलग-अलग टीमें लगी हुई हैं।