रायपुर। छत्तीसगढ़ को नया DGP मिल गया है। 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी अरुण देव गौतम प्रदेश के नए DGP नियुक्त हुए है। वे 7 जिलों के SP रहे साथ ही बस्तर क्षेत्र में के आईजी के रूप में भी कार्य कर चुके है और वहां अपनी प्रशासनिक क्षमताओं का बेहतरीन प्रदर्शन किया है। नई जिम्मेदारियों के साथ अब छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार में डीजीपी की भूमिका में कार्य करेंगे। उन्हें DGP के अलावा नगर सेना, नागरिक सुरक्षा का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है। छत्तीसगढ़ गृह विभाग की ओर से सूची जारी कर दी गई।
DGP राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित
आईपीएस DGP अरुण देव गौतम अपनी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए संयुक्त राष्ट्र पदक और राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया जा चुका है। आदेश में लिखा है, क्रमांकः एफ 1–07/2018/ दो-गृह / भापुसे :: राज्य शासन, एतद्द्वारा अरूण देव गौतम ( भापुसे – 1992), महानिदेशक, नगर सेना एवं नागरिक सुरक्षा, नवा रायपुर एवं अतिरिक्त प्रभार संचालक, लोक अभियोजन, नवा रायपुर को अपने वर्तमान कर्तव्यों के साथ-साथ अस्थायी रूप से आगामी आदेश पर्यंत, पुलिस महानिदेशक छत्तीसगढ़ DGP (पुलिस बल प्रमुख) का कार्यभार सौंपता है।
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जुनेजा का कार्यकाल 5 फरवरी को हो रहा खत्म
वर्तमान डीजीपी DGP अशोक जुनेजा का कार्यकाल 5 फरवरी, 2025 को पूरा होने वाला है। जुनेजा का कार्यकाल पूरा होने से पहले सरकार ने सीनियर IPS अधिकारियों के नाम शॉर्टलिस्ट करके केंद्रीय गृह मंत्रालय को गोपनीय प्रस्ताव भेजा था। इस प्रस्ताव में सीनियर IPS पवन देव, अरुण देव और हिमांशु गुप्ता का नाम था। DGP गृह मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार वर्तमान में डीजीपी की रेस में सबसे आगे अरुण देव का नाम चल रहा था।