Ambikapur nigam MIC: अंबिकापुर नगर निगम की पहली महिला महापौर ने की 10 सदस्यीय महापौर परिषद (मेयर इन काउंसिल) की घोषणा
अंबिकापुर। अंबिकापुर नगर निगम की मेयर मंजूषा भगत ने सोमवार को MIC (मेयर इन काउंसिल) (Ambikapur Nigam MIC) का गठन कर दिया है। MIC में 10 पार्षदों को महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी दी गई है। इसमें 4 महिला पार्षद भी शामिल हैं। MIC में ऐसे चेहरों को भी शामिल किया गया है, जो पहली बार पार्षद निर्वाचित हुए हैं तथा जिन्होंने कांग्रेस के दिग्गजों को चुनाव में हराया है। युवा पार्षदों को भी टीम में अहम विभाग दिए गए हैं।
अंबिकापुर निगम (Ambikapur Nigam MIC) में 10 साल बाद भाजपा की सरकार बनी है। इसमें मंजूषा भगत पहली महिला महापौर निर्वाचित की गईं। 2 मार्च को सीएम की मौजूदगी में पार्षदों ने शपथ ग्रहण किया था।
शपथ ग्रहण के पखवाड़े भर बाद मेयर मंजूषा भगत ने आज MIC की घोषणा की। इसमें सीनियर, जूनियर समेत महिला पार्षदों को भी जगह दी गई है। दिग्गजों को MIC (Ambikapur Nigam MIC) में शामिल नहीं किए जाने को लेकर शहर में चर्चा शुरू हो गई है।
Ambikapur nigam MIC: MIC में ये पार्षद किए गए शामिल
MIC में जिन पार्षदों को शामिल (Ambikapur Nigam MIC) किया गया है, उनमें मनीष सिंह को आवास, पर्यावरण एवं लोक निर्माण विभाग तथा श्वेता गुप्ता को राजस्व विभाग की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है।

इसी प्रकार जितेंद्र सोनी को जल कार्य विभाग, ममता तिवारी को स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग, अनिता रविन्द्र गुप्त भारती को बाजार विभाग, सुशांत घोष को शिक्षा विभाग, प्रियंका गुप्ता को महिला एवं बाल कल्याण विभाग,
विपिन कुमार पांडेय को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग, रविकांत उरांव को पुनर्वास तथा नियोजन विभाग तथा विशाल गोस्वामी उर्फ दूधनाथ को विधि एवं सामान्य प्रशासन विभाग की जिम्मेदारी दी गई है।