Ambikapur breaking इस आदेश के बावजूद सूरजपुर जिले के पशुपालन विभाग उपसंचालक डॉ. नृपेंद्र सिंह को पिछले ६ महीने से विभाग के काम से दूर रखा गया है।
अंबिकापुर . Ambikapur breaking प्रदेश में पशु संगणना शुरू हो चुकी है। इसको लेकर पशु चिकित्सा सेवाएं संचालनालय से हाल ही में एक पत्र जारी कर पशुपालन विभाग के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को इस काम में लगाए जाने का आदेश निकाला है। इसमें कहा गया है कि, संगणना में कार्य करने वाले अधिकारी और कर्मचारियों को कोई और काम नहीं दिया जा सकता। Ambikapur breaking इस आदेश के बावजूद आरोप लग रहे है की, सूरजपुर जिले के पशुपालन विभाग उपसंचालक डॉ. नृपेंद्र सिंह को पिछले 6 महीने से विभाग के काम से दूर रखा गया है।
चर्चा गर्म, दिखाई राजनैतिक पहुंच
Ambikapur breaking चर्चा है कि, डॉ. नृपेंद्र ने अपनी राजनैनिक पहुंच का सहारा लेकर मनपसंद जगह पर नियुक्ति (अटैचमेंट) लिया है। वर्तमान में वे अपने मूल कार्य से इतर ओढग़ी ब्लॉक के जनपद पंचायत सीईओ के रूप में कार्य कर रहे हैं। खासबात यह है कि उनके कर्तव्य स्थल से ओढग़ी ब्लॉक की दूरी करीब 80 किलोमीटर है। वर्तमान में पशु चिकित्सा विभाग के कई सारे काम प्रभावित हो रहे हैं। इसके बाद भी प्रशासनिक स्तर पर उनपर विशेष मेहरबानी की जा रही है। पशु चिकित्सा संचालनालय से जारी आदेश का मखौल बन रहा है।
Ambikapur breaking जानिए आदेश में क्या मिले निर्देश
Ambikapur breaking संचालक पशु चिकित्सा सेवा के मार्फत जारी हुए आदेश में कहा गया है कि पशु संगठना कार्यक्रम ३१ दिसंबर तक संपन्न करना है। इसमें पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को ग्रामीण एवं शहरी वार्डों में घर-घर जाकर के मोबाइल ऐप के जरिए पशु संगठना करनी है। इसके लिए मैपिेंग कार्य जिला स्तर प्रशासन के अनुसार पूरा कर लिया गया है।
Ambikapur breaking ग्रामीण एवं शहरी प्रगणकों के साथ सुपरवाइजरों का प्रशिक्षण प्रशिक्षण सह कार्यशाला भी हो चुकी है। ऐप के माध्यम से संगठना के लिए आईडी पासवर्ड भी दिए जा चुके हैं। ऐसे में इस कार्य से जुडऩे वाले अफसर और कर्मचारियों को कोई और दायित्व नहीं दिया जा सकता। बता दें कि पशु संगणना कार्य पूरे देश में एक साथ कराया जा रहा है।
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साहब, मुख्यालय से हुए दूर
Ambikapur breaking बताया जा रहा है कि, संचालनालय ने पशु चिकित्सकों को अन्य कार्यो में संलग्न न करने के लिए जिला कॉलेक्टरों को पत्र लिखा है। ऐसे पशुचिकित्सक जो अन्य कार्यों में संलग्न किए गए हैं, उनको मूल पद पर वापस करने के लिए निर्देश दिए गए हैं। चर्चा गर्म है कि, डॉ. नृपेंद्र अपने मुख्यालय सूरजपुर में निवास न करके अंबिकापुर में रहते हैं।
नृपेंद्र साहब ने क्या तर्क दिए
डॉ. नृपेंद्र ने कहा कि, मेरी पोस्टिंग विकासखंड में नहीं है। हर ब्लॉक के नोडल की जिम्मेदारी है। मैं तो कार्यालय में पदस्थ हूं। बाकी मुझे इस संबंध में कोई भी आदेश नहीं मिला है।