AK-47 Theft Case: आरक्षक के घर से हुई चोरी मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी को मध्य प्रदेश से गिरफ्तार किया गया है। आरक्षक के घर से एके-47 राइफल और 90 राउंड जिंदा कारतूस की चोरी हो गई थी। इसके बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ था।
अंबिकापुर। AK-47 Theft Case: छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में आरक्षक के घर से हुई चोरी मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। चोरों ने एके 47 राइफल और 90 राउंड जिंदा कारतूस चुराया था। उनके पास से हथियार समेत सोने-चांदी के जेवरात भी बरामद हुआ था। यह मामला गांधीनगर थाना क्षेत्र का है।
बताया जा रहा है कि, पुलिस आरक्षक के घर से एके-47 रायफल ,90 राउंड जिंदा कारतूस सहित सोने-चांदी जेवरात की चोरी करने वाला आरोपी अंकित गुप्ता (उम्र 26 वर्षीय) अंबिकापुर शहर में ऑटो चलाने का काम करता था। बीते शुक्रवार की रात सरगुजा पुलिस ने आरोपी को मध्य प्रदेश के अमरकंटक के पास राजेन्द्रग्राम से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के मुताबिक, यह आरोपी पहले भी चोरी की घटनाओं में शामिल रह चुका है।
AK-47 Theft Case: जानें घटना का विवरण
दरअसल, बलरामपुर जिला पंचायत सीईओ नयनतारा तोमर के गार्ड आशीष तिर्की के घर 1 अप्रैलकी रात चोरों ने धावा बोलकर उनकी सर्विस राइफल AK-47, तीन भरे मैगजीन और जेवरों की चोरी कर ली थी। आशीष तिर्की अपने परिवार के साथ घर बंद कर ससुराल ग्राम बटईकेला गया था। दूसरे दिन 2 अप्रैल की दोपहर जब आशीष तिर्की अपने परिजनों के साथ घर पहुंचा तो घर का दरवाजा खुला देख उसके होश उड़ गए थे।
भीतर जाकर देखा तो एके-47 रायफल व 90 कारतूस, कैश तथा सोने-चांदी के जेवर गायब था। रात में ही आरक्षक ने मामले की सूचना गांधीनगर थाने में दी। पुलिस अज्ञात आरोपियों की खोजबीन में जुटी हुई थी। इसी दौरान पुलिस ने पहले दो आरोपियों को हिरासत में लिए था।
पहले 2 आरोपी गिरफ्तार
दरअसल पहली बार अज्ञात चोरों के द्वारा किसी सशस्त्र बल के जवान का सर्विस राइफल एक-47 चोरी किया गया। ऐसे में पुलिस के अधिकारियों के द्वारा इसे खोजने में पूरी ताकत झोंक दी गई थी। इसी बीच पुलिस ने पहले 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जो गांधीनगर के ही निवासी है। दोनों नशेड़ी प्रवृति के हैं तथा पूर्व में चोरियां कर चुके हैं।
जमीन में गाडक़र रखे थे रायफल व कारतूस
ज्ञात हो कि दोनों आरोपियों ने चोरी करने के बाद रायफल व कारतूस को जमीन में गाडक़र छुपा दिया था, जिसे पुलिस ने बरामद किया था। वहीं चोरी के जेवर भी आरोपियों से से बरामद हुए थे। पुलिस ने मामले में एक महिला (AK-47 theft case) को भी हिरासत में लिया था।
थाने में सर्विस राइफल जमा करना होता है
जानकारों की माने तो पुलिस या फिर प्रदेश सशस्त्र बल के जवान जब कभी छुट्टी पर जाते हैं तो उन्हें अपना सर्विस हथियार पास के ही थाने में जमा करना होता है, ताकि शासकीय हथियार ना सिर्फ सुरक्षित रहे बल्कि किसी अन्य लोगों के हाथ में ना जा सके। लेकिन इस मामले में जवान आशीष तिर्की ने अपना सर्विस राइफल एक-47 को घर में ही रख कर निजी कार्यक्रम (AK-47 Theft Case) में शामिल होने के लिए अपने परिवार के चला गया था जिसके कारण अज्ञात चोरों ने उसे घर में चोरी करते हुए एके-47 राइफल व 90 नग कारतूस चोरी कर ले गए थे।