बलौदाबाजार जिले में हिंसक आंदोलन के मामले में पुलिस ने जांच पूरी कर ली है। नए अधिकारियों की नियुक्ति के बाद जांच रिपोर्ट में अब तक हुए नुकसान का आंकलन कर लिया गया है। गाड़ियों को हुए नुकसान के आंकलन में कलेक्टर व एसपी के मुताबिक कुल 240 गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया गया है। साथ ही हिंसक प्रदर्शन में शामिल 138 की गिरफ्तारी की गई है।
जांच में ये बात भी बताई गई है कि इनमें 31 सरकारी और निजी कारों के साथ एसयूवी जलाई गई है। 60 बाइक-स्कूटर आग के हवाले कर दिए गए। 27 कारें और 122 टूव्हीलर्स को गंभीर नुकसान पहुंचा है। कलेक्टर दीपक सोनी और एसपी विजय अग्रवाल से जारी रिपोर्ट में बताया गया है कि जितनी गाड़ियां पूरी तरह जलीं या तोड़ी गईं, उनमें से फिलहाल केवल 30 का ही बीमा केस बना है। इनमें से 8 को बीमा राशि दे दी गई, बाकी प्रक्रिया में है। ज्यादातर गाड़ियों का इंश्योरेंस समाप्त हो चुका है। प्रशासन उनका मूल्यांकन करवा रहा है, ताकि कुछ क्षतिपूर्ति करवाई जा सके।
रिपोर्ट में ये बात भी सामने आई कि गाड़ियां और कलेक्टर परिसर में जलाए गए भवनों को मिलाकर अब तक 12 करोड़ रुपए के नुकसान का आंकलन हो चुका है। यह अभी बढ़ेगा क्योंकि बड़े पैमाने पर बिजली तथा इंटरनेट लाइनें, उपकरण और फर्नीचर राख हो चुके हैं। बिजली तथा इंटरनेट लाइनें बनवाकर ये सेवाएं भी रीस्टोर करवाने में फंड लग रहा है। इसके अलावा, पूरे परिसर में नए सिरे से कैमरे भी लगवाए जा रहे हैं।
10 हजार से ज्यादा फूटेज खंगाले
एसपी अग्रवाल के मुताबिक हिंसक प्रदर्शन में पुलिस ने अब तक 10 हजार से ज्यादा फूटेज और सोशल मीडिया पोस्ट खंगाली हैं। इनसे मिली जानकारी तथा इंटेजिलेंस इनपुट के आधार पर 138 लोगों को हिरासत में लिया गया है। सोशल मीडिया की मानीटरिंग के लिए साइबर विशेषज्ञों की टीम बनाई गई है, जो चौबीसों घंटे हर पोस्ट पर नजर रख रही है। आपत्तिजनक पोस्ट के सोर्स तक जाकर दर्जनों सोशल मीडिया अकाउंट ब्लाक किए जा चुके हैं। ऐसी पोस्ट करने वालों पर प्रतिबंधात्मक धाराओं में कार्रवाई की जा रही है।
अब शहर में शांति है
घटना के सभी पहलुओं को समझने के लिए अलग हमला संबंधित सभी लोगों से बात कर रहा है, ताकि शांति बहाली की जा सके। एसपी अग्रवाल ने बताया कि शहर में शांति स्थापित कर ली गई है। धारा 144 केवल कलेक्टोरेट परिसर से 100 मीटर के दायरे में ही है, बाकी जगह से हटा ली गई है।