0 एसडीएम डिप्टी कलेक्टर बीआर खांडे ने जमीन का मामला सुलझाने के बदले ग्रामीण से 50 हजार रुपए की मांगी थी रिश्वत, ग्रामीण ने एसीबी से की थी मामले की शिकायत
अंबिकापुर। एसीबी अंबिकापुर की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए सरगुजा जिले के उदयपुर एसडीएम को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। दरअसल जमीन का मामला सुलझाने के बदले डिप्टी कलेक्टर उदयपुर एसडीएम बीआर खांडे द्वारा ग्रामीण से 50 हजार रुपए की डिमांड की गई थी। एसीबी की टीम में शुक्रवार की शाम 6 बजे उनके दफ्तर में छापा मारकर रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। एसडीएम ने रिश्वत अपने सहायक रीडर, प्यून और नगर सैनिक के माध्यम से ली थी।
यही नहीं, एसडीएम ने आदेश पारित करने के एवज में प्रार्थी व उसके परिजनों की 50 डिसमिल जमीन अपने महिला परिचितों के पक्ष में बिक्री आदि कराने पावर ऑफ अटॉर्नी भी निष्पादित करा ली थी। ये दस्तावेज भी एसीबी के हाथ लग गए हैं, इसकी भी जांच की जा रही है। एसीबी की टीम उन्हें गिरफ्तार कर अंबिकापुर स्थित उनके शासकीय बंगले लाई। यहां टीम द्वारा रात 10 बजे तक एसडीएम का बंगला खंगाला गया।
सरगुजा जिले के उदयपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम जजगा निवासी कन्हाई राम बंजारा ने 5 जून को अंबिकापुर एसीबी कार्यालय में शिकायत की थी कि उदयपुर एसडीएम कार्यालय में राजस्व से जुड़े प्रकरण में उसके व परिजनों के पक्ष में आदेश पारित करने के लिए एसडीएम बीआर खांडे द्वारा 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी जा रही है।
इस पर एसीबी की टीम ने 21 जून को एसडीएम को रंगे हाथों पकडऩे का प्लान बनाया। फिर उन्होंने बनाई कन्हाई राम को शाम 6 बजे एसडीएम कार्यालय भेजा। यहां ग्रामीण एसडीएम के पास रुपए लेकर पहुंचा तो उन्होंने अपने बाबू धरमपाल को लेने के लिए कहा।
इसके बाद धरमपाल द्वारा प्यून अबीर राम को रिश्वत की रकम को अपने पास रख लेने कहा गया। फिर अबीर राम ने रुपए लेकर रख लिए और एसडीएम को जाकर बताया कि मैंने रकम ले ली है। इस पर एसडीएम ने प्यून अबीर राम को कहा कि रुपए को गार्ड नगर सेना के जवान कविनाथ सिंह को दे दो। इस पर प्यून ने 50 हजार रुपए नगर सैनिक को दे दिए।
एसीबी की टीम ने एसडीएम, रीडर, प्यून और गार्ड को किया गिरफ्तार
इसी बीच कार्यालय के आस पास पहले से मौजूद एसीबी की टीम ने रिश्वत की रकम लेन-देन के दौरान एसडीएम बीआर खांडे, बाबू धरमपाल, भृत्य अबीर राम व गार्ड कविनाथ सिंह को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है।
एसडीएम ने 50 डिसमिल जमीन भी हड़पी
उदयपुर एसडीएम बीआर खांडे इतना शातिर निकला कि उसने पीड़ित ग्रामीण और उसके परिजन के पक्ष में आदेश करने के की बात कहकर ग्राम जजगा स्थित 50 डिसमिल जमीन को भी अपने महिला परिचितों के पक्ष में बिक्री कराने संबंधी पावर ऑफ अटॉर्नी दिला दी गई थी।
एसडीएम द्वारा भविष्य में उक्त जमीन को अपने नाम रजिस्टर्ड करा लेने का प्लान था। पावर ऑफ अटॉर्नी की प्रति भी एसीबी के हाथ लग गई हे। सभी आरोपियों की संपत्तियों के संबंध में भी एसीबी द्वारा गहन जांच प्रारंभ कर दी गई है।