CG ACB-EOW Raid in Bharatmala Project Scam: छत्तीसगढ़ से बड़ी खबर निकलकर सामने आई है। ACB और EOW ने बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में एक साथ 20 ठिकानों पर छापेमारी की है। फिलहाल टीम दस्तावेज खंगाल रही है। इस कार्रवाई से अधिकारीयों में खलबली मच गई है।
रायपुर। CG ACB-EOW Raid in Bharatmala Project Scam: छत्तीसगढ़ में भारतमाला प्रोजेक्ट में हुई गड़बड़ी के मामले में एसीबी (एंटी करप्शन ब्यूरो) और EOW (इकोनॉमिक ऑफेंस विंग) ने प्रदेशभर में बड़ी कार्रवाई शुरू की है। टीम ने आज सुबह नया रायपुर, अभनपुर, दुर्ग-भिलाई, आरंग सहित प्रदेश के अन्य जिलों में करीबन 20 ठिकानों पर छापा मारा है।
17-20 अधिकारियों के ठिकानों पर दबिश
सूत्रों के मुताबिक, रायपुर, दुर्ग, भिलाई, आरंग समेत कई जिलों में यह छापेमारी की कार्रवाई की गई है। दोनों एजेंसियों की संयुक्त टीमों ने इन स्थानों पर दस्तावेजों और सबूतों को खंगाला है, जो भारतमाला योजना में हुई गड़बड़ियों से जुड़े हो सकते हैं। इस मामले में तत्कालीन एसडीएम, तहसीलदार, पटवारी, आरआई एवं अन्य के ठिकानों पर चल रही कार्रवाई जारी है। फिलहाल टीम इन ठिकानों पर छापेमारी के दौरान दस्तावेज़ और प्रमाण जुटाने की कोशिश कर रहे है।
दस्तावेज खंगाल रही टीम
ACB-EOW की टीम ने जिन जगहों पर रेड मारी है उनमें रायपुर समेत अभनपुर,आरंग और दुर्ग-भिलाई लोकेशन शामिल है। इस रेड के दौरान ACB और EOW की संयुक्त टीम ने भारतमाला प्रोजेक्ट में हुई गड़बड़ी से जुड़े अहम दस्तावेज और प्रमाण जुटाने की कोशिश में है।
क्या है भारतमाला प्रोजेक्ट ?
भारतमाला प्रोजेक्ट केंद्र सरकार की एक अहम सड़क विकास योजना है, जिसके तहत देशभर में सड़कों का निर्माण और विस्तार किया जा रहा है। लेकिन छत्तीसगढ़ में इस योजना के अंतर्गत निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार और अनियमितता के आरोप सामने आए हैं। इन आरोपों के घेरे में कुछ अधिकारी और ठेकेदार बताए जा रहे हैं, जिन पर काम में लापरवाही और घोटाले के आरोप लगे हैं। जांच एजेंसियां अब इन पहलुओं की बारीकी से पड़ताल कर रही हैं।
भारतमाला प्रोजेक्ट में अनियमितता का आरोप
भारतमाला प्रोजेक्ट एक महत्वकांक्षी राष्ट्रीय सड़क निर्माण योजना है जिसमें बड़े पैमाने पर सड़क निर्माण और उन्नयन कार्य किए जा रहे हैं। इस प्रोजेक्ट में गड़बड़ी का आरोप अधिकारियों और ठेकेदारों पर है जिन पर निर्माण कार्यों में अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं। जांच एजेंसियां अब इन पहलुओं की बारीकी से पड़ताल कर रही हैं।
भारत माला प्रोजेक्ट में 300 करोड़ का घोटाला
मिली जानकारी के मुताबिक, रायपुर से विशाखापट्टनम के बीच बन रहे एक्सप्रेस वे को रसूखदार और अधिकारियों ने मोटी कमाई और भ्रष्टाचार का एक्सप्रेस वे बना दिया। भारत सरकार की भारत माला परियोजना के तहत रायपुर से विशाखापट्टनम के बीच एक्सप्रेस वे बनाया जाना है। छत्तीसगढ़ से विशाखापट्टनम की दूरी करीब 546 किलोमीटर है। कॉरिडोर बन जाने से यह दूरी घटकर 463 किमी हो जाएगी। यानी रायपुर से विशाखापट्टनम की दूरी 83 किमी कम हो जाएगी, लेकिन इसी एक्सप्रेस वे के लिए जमीनों का अधिग्रहण करने में कुछ सरकारी अधिकारियों ने 326 करोड़ का घोटाला कर दिया।