Wednesday, February 5, 2025

Smart india hackathon : छत्तीसगढ़ के छात्रों ने तैयार की नई टेक्नोलॉजी, कुंभ के मेले में पानी की गुणवत्ता परखेगा ‘आभास’, तुरंत बताएगा कहां गंदा और कहां साफ है पानी, पीएम मोदी ने इसे देख कहा..

Smart india hackathon रूंगटा आर-1 इंजीनियरिंग कॉलेज के स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन का केंद्रीय मंत्री धमेंद्र प्रधान ने किया वर्चुअल उद्घाटन, पीएम मोदी भी कार्यक्रम का हिस्सा बने…

भिलाई . Smart india hackathon उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक लगने वाले कुंभ के मेले में करीब 45 करोड़ लोगों के पहुंचने का अनुमान है। इतने ही लोग कुंभ में गंगा स्नान करेंगे। बड़ी संख्या में स्नान के दौरान पानी की गुणवत्ता सबसे बड़ा सवाल होगा। पानी की गुणवत्ता को समय पर परखने के लिए यंग टेक्नोक्रेट्स ने कमाल का इनोवेशन किया है। भिलाई के रूंगटा आर-1 इंजीनियरिंग कॉलेज में चल रहे स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन के ग्रैंड फिनाले के पहले दिन वेस्ट बंगाल से आई टीम ने विशेष वॉटर बॉडी सर्वे डिवाइस तैयार कर लिया है जो कुंभ के मेले में पानी की जांच कर तुरंत इसकी गुणवत्ता बता देगा।

इसे इजाद करने वाली टीम इसका प्रोटोटाइप भी अपने साथ लेकर पहुंची है। टीम ने बताया कि, यह एक तरह की बोट है, जिसमें विभिन्न टेक्नोलॉजी सेंसर्स लगे हुए हैं। यह सेंसर्स स्नान के दौरान की वैल्यू को मेजर करते रहेंगे। पानी में अधिक स्नान के दौरान इसकी इंडेक्स में वैल्यू कम होने पर यह सिस्टम नया पानी छोडऩे के लिए अलर्ट भेजेगा। इस तरह स्नान के दौरान हर बार स्वच्छ पानी मिलता रहेगा।

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रक्षा कवच का काम करेगा आभास

टीम के सदस्यों ने बताया कि, इस डिवाइस का नाम ‘आभास’ रखा गया है। इसको कुंंभ के अलावा शहरों में पेयजल आपूर्ति के लिए इस्तेमाल होने वाली नदियों, झीलों और तालाबों में भी बड़ी आसानी से इस्तेमाल कर पानी की गुणवत्ता को परखा जा सकेगा। पानी पर फ्लोट करते ही रियल टाइम डेटा मोबाइल पर उपलब्ध करा देगा।

यह पूरा सिस्टम रिमोर्ट से आपरेट होगा। इसमें खास तौर पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई का उपयोग किया गया है। इसी तरह इस बोट में आगे की तरफ लगा खास सोनार सेंसर नदी, तालाब, झरनों की मैपिंग भी कर सकता है। सोनार सेंसर नदी, तालाब में मिलने वाले गारबेज को भांपकर इसकी मात्रा का अंदाजा भी लगा सकता है। इसके अलावा यह थ्रीडी मैपिंग करेगा।

पानी के नीचे का पूरा स्ट्रक्चर दिखा सकता है। इस तरह पानी के भीतर की मौजूदा स्थिति को भी आसानी से परखा जा सकता है। इसे एआई की मदद से इस तरह से डिजाइन किया गया है कि, इसे जिस नदी या तालाब में फ्लोट कराया जाएगा यह वहां की पूरी स्थिति का डेटा तैयार करेगा, जिससे उस तालाब, नदी या झरने से मिलने वाले पानी का पूरा डाटा एक क्लिक पर उपलब्ध हो सकेगा।

केंद्रीय मंत्री धमेंद्र प्रधान ने किया उद्घाटन

रूंगटा आर-1 में हो रहे इस नेशनल लेवल हैकाथॉन का उद्घाटन बुधवार को केंद्रीय मंत्री धमेंद्र प्रधान ने वर्चुअल तरीके से किया। इस दौरान उन्होंने सभी टीमों से उनके इनोवेशन पर बातचीत की। कहा कि, हैकथॉन सिर्फ तकनीक और इनोवेशन को जोडऩे का माध्यम नहीं है, बल्कि यह युवाओं को स्टार्टअप से जोडऩे का मौका भी देगा। छात्रों को ऐसे इनोवेशन करने को कहा जिससे समाज को नई दिशा में मिल सके। यह हैकाथॉन देशभर के चुनिंदा ५१ केंद्रों में हो रहा है। जिसमें भिलाई का रूंगटा आर-१ इंजीनियरिंग कॉलेज भी एक है। स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन का यह 7 वां एडिशन है, जिसमें एसआईएच 54 मंत्रालयों, विभागों, राज्य सरकारों, पीएसयू और उद्योगों द्वारा 250 से अधिक प्रॉब्लम स्टेटमेंट दिए गए हैं।

पीएम मोदी ने दी युवाओं को बड़ी सीख

इस कार्यक्रम में मौजूद टीमों से वर्चुअल संवाद करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीमों को बड़ी सीख दी। उन्होंने कहा कि, मौजूदा दौर में साइबर क्राइम बड़ी चुनौती है। ठगी करने वाले काफी इनोवेटिव हैं। ऐसे में हमारे टेक्नोक्रेट्स को उनसे आगे की सोच रखनी होगी। अभी हम टेक्नोलॉजी के जरिए उनकी ठगी का तोड़ निकालते हैं लेकिन वे अगले कुछ घंटों में ही उस ट्रीक को समझकर अपना पैटर्न बदल देते हैं। ऐसे में उनके इस जाल से निपटने का एक ही रास्ता है, खुद को अपडेट रखना। टेक्नोक्रेट्स ऐसे टूल्स डेवलप करें जो कुछ घंटों में ही उनकी मूवमेंट को समझकर एक्शन प्लान तैयार कर लें ताकि देश को साइबर अपराधियों के जाल से सुरक्षित रखा जा सके।

sankalp

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