WRD Scam case: भू-अर्जन की शासकीय राशि का गबन कर 1 वर्ष से चल रहा था फरार, जल संसाधन विभाग क्रमांक-2 रामानुजगंज के ईई ने दर्ज कराई थी रिपोर्ट
बलरामपुर। वर्ष 2022 में जल संसाधन विभाग क्रमांक-2 रामानुजगंज (WRD Scam case) में पदस्थ तात्कालीन एसडीओ ने 8 करोड़ 87 लाख 54 हजार 524 रुपए का गबन किया था। उसने भू-अर्जन की शासकीय राशि को अन्य स्टाफ के साथ मिलकर निजी खातों में हस्तांतरण कर लिया था। इसकी रिपोर्ट ईई द्वारा मार्च 2023 में कराई गई थी। इस मामले में पुलिस ने 1 साल से फरार चल रहे तात्कालीन एसडीओ को रायगढ़ से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने सोमवार को उसे न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के जल संसाधन विभाग क्रमांक-2 रामानुजगंज (WRD Scam case) में भू अर्जन के 8 करोड़ 87 लाख 54 हजार 524 रुपए का गबन तात्कालीन एसडीओ संजय कुमार ग्रायकर द्वारा किया गया था। रामानुजगंज के कार्यपालन अभियंता एनसी सिंह द्वारा 17 मार्च 2023 को तात्कालीन एसडीओ एवं प्रभारी कार्यपालन अभियंता तथा अन्य के खिलाफ रामानुजगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।
उन्होंने बताया था कि तात्कालीन एसडीओ व अन्य द्वारा भू-अर्जन की राशि 8 करोड़ 87 लाख 54 हजार 524 रुपए को व्यक्तिगत खातों में जमा कर गबन कर लिया गया है। इस पर रामानुजगंज पुलिस ने धारा 420, 467, 468, 471, 409, 120 (बी) के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया था।
WRD Scam case: ग्रुप बनाकर राशि का किया गबन
पुलिस को विभिन्न विभागों से प्राप्त दस्तावेजों व विभिन्न फर्मों (WRD Scam case) से मिली जानकारी के आधार पर जांच में ये बात पता चली कि तात्कालीन एसडीओ संजय कुमार ग्रायकर द्वारा एक संगठित ग्रुप बनाकर अपने कार्यालय के अन्य सहकर्मियों के साथ अपने पदीय प्रभाव का दुरुपयोग किया गया है। उसके द्वारा मार्च 2022 से मई 2022 तक भू-अर्जन की शासकीय राशि को निजी व्यक्तियों के खातों में गैर वित्तीय तरीके से जमा कर लिया गया था।
पुलिस ने रायगढ़ से किया गिरफ्तार
रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद से ही आरोपी (WRD Scam case) फरार चल रहा था। इधर पुलिस उसकी खोजबीन में जुटी थी। इस बीच मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने तात्कालीन एसडीओ को हिरासत में लिया।
पूछताछ में उसने अपने हस्ताक्षर से शासकीय राशि का आहरण कर अनुचित व्यय, बगैर कार्य कराए अनुचित भुगतान, एचआर मद से अधिक राशि का आहरण तथा विभिन्न फर्मों व ठेकेदारों को कूटरचना कर शासकीय राशि का अवैध रूप से भुगतान करना स्वीकार किया। इस पर पुलिस ने आरोपी संजय कुमार ग्रायकर पिता भरतलाल ग्रायकर, निवासी रेलवे बंगला, जगरनाथ मंदिर के पास रायगढ को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।