Fake rape case: शपथ पत्र देकर महिला ने सभी को चौंकाया, बोली- खुन्नस में मैंने लगाया था आरोप, पहले कहा था चारों ने मेरे साथ बारी-बारी से किया था बलात्कार, अब मुकर गई
रायगढ़. सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले की एक महिला ने पूर्व में भाजपा जिलाध्यक्ष, जनपद पंचायत सीईओ सहित 4 लोगों के खिलाफ बारी-बारी से बलात्कार करने का आरोप लगाया था। यह सनसनीखेज मामला सामने आने के बाद एसपी ने जांच टीम का गठन किया था। इसी बीच शुक्रवार को महिला ने शपथ पत्र देकर बलात्कार का आरोप वापस (Fake rape case) ले लिया है। उसने कहा कि उसने बलात्कार की झूठी रिपोर्ट लिखाई थी। महिला के इस बयान ने सभी को चौंका दिया है। लोगों का कहना है कि किसी की छवि को नुकसान पहुंचाने आजकल ऐसा भी ट्रेंड चल पड़ा है।
महिला ने शपथ पत्र में कहा कि उसके पति को नौकरी से निकाल दिया गया था। उसे शक था कि इसके पीछे भाजपा नेता, जनपद सीईओ समेत अन्य 2 लोगों का हाथ है। इस रंजिश में उसने चारों के खिलाफ बलात्कार की झूठी शिकायत की थी।
उसने दबाव बनाने के लिए ऐसा किया था ताकि उसके पति की नौकरी वापस मिल जाए। महिला बताया कि वास्तव में वह भाजपा नेता व जनपद सीईओ से कभी मिली ही नहीं है।
Fake rape case: इनके खिलाफ दर्ज कराई थी शिकायत
महिला ने भाजपा सारंगढ़-बिलाईगढ़ के जिलाध्यक्ष सुभाष जालान, बिलाईगढ़ जनपद पंचायत के सीईओ प्रतीक प्रधान, सहकारी समिति के प्रबंधक मोतीलाल प्रधान और बलौदाबाजार के माखन सिंह कंवर पर बलात्कार (Fake rape case) का आरोप लगाया थ्ज्ञा। महिला ने एसपी को आवेदन देकर इनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। अब महिला ने शपथ पत्र देकर अपना बयान वापस ले लिया है।
कंप्यूटर ऑपरेटर था पति
महिला ने शपथ पत्र के माध्यम से बताया है कि उसके पति कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर पदस्थ थे। काम में लापरवाही के कारण उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया था। उसने सोचा कि इन चारों के कारण ही पति की नौकरी गई है।
इसी वजह से उसने ऐसा किया था। उसने बताया कि यह सब केवल अपने पति की नौकरी बचाने के लिए (Fake rape case) किया था। अब मैं अपने आरोप वापस ले रही हूं।