Tiger roar: गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान से लगे गांव के पास पिछले 4 दिन विचरण कर रहा है बाघ, उद्यान एरिया में प्रस्तावित है टाइगर रिजर्व फॉरेस्ट
अंबिकापुर। Tiger roar: गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान से लगे गांव के आसपास बाघ की दहाड़ से लोग थर्रा उठे हैं। आलम यह है कि लोग शाम होते ही घरों में दुबक जा रहे हैं। वहीं वन विभाग द्वारा भी मुनादी कराई जा रही है कि लोग घरों से अकेले बाहर न निकले, उन्हें जंगल की ओर जाने से भी मना किया गया है। इधर क्षेत्र में विचरण कर रहे बाघ (Tiger roar) ने एक गाय और एक भैंस का शिकार किया है। उसका भैंस की मांस खाते फोटो वन विभाग के ट्रैक कमरे में कैप्चर हो गया है।
हम आपको बता दें कि टाइगर जिस ग्राम टेमरी के पास देखा जा रहा है, वह गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान की सीमा से बाहर और कोरिया वनमंडल के बैकुंठपुर वन परिक्षेत्र के अंतर्गत स्थित है। टेमरी के जंगल में पिछले 4 दिन से एक बाघ विचरण (Tiger roar) कर रहा है।
उसे ग्राम टेमरी के कक्ष क्रमांक 427, 428, 429 में विचरण करते कई बार देखा गया है। बाघ पहली बार 18 अक्टूबर को गांव के पास जंगल में नजर आया। इस दौरान उसने 2 एक गाय और एक भैंस का शिकार (Tiger roar) किया है। उसकी तस्वीर वन विभाग के ट्रैप कैमरे में कैद हुई है।
वह भैंस का मांस खाता नजर आ रहा है। गांव से लगे जंगल व आसपास के इलाके में बाघ का लगातार विचरण होने से ग्राम टेमरी, सोरगा और खोड़ के ग्रामीणों में दहशत का आलम है।
Tiger roar: वन विभाग करा रहा मुनादी
बाघ (Tiger roar) के गांव से लगे जंगल के आसपास विचरण को देखते हुए वन विभाग द्वारा एहतियातन मैदानी स्टाफ के माध्यम से रात को ग्रामीणों को घर से बाहर नहीं निकलने मुनादी कराई जा रही है। साथ ही ग्रामीणों को बाघ से सतर्क रहने और जंगल की ओर नहीं जाने की बात कही जा रही है।
भैंस का शिकार करते कैमरे में कैद हुआ टाइगर
इस संबंध में कोरिया वन मंडल बैकुंठपुर के एसडीओ अखिलेश मिश्रा का कहना है कि गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान की सीमा से बाहर बाघ विचरण (Tiger roar) कर रहा है।
यह एक अच्छा संकेत है कि प्रस्तावित टाइगर रिजर्व क्षेत्र में बाघों की संख्या बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि बाघ (Tiger roar) ने ग्राम टेमरी में 2 मवेशियों का शिकार किया है। उसकी फोटो कैमरे में भी कैद हुए हैं।