Thursday, November 14, 2024

Khabarnavis exclusive: professor promotion cg प्रदेश के 170 कॉलेजों को प्राचार्य मिलने का रास्ता साफ, अंबिकापुर से 16 को मिलेगा मौका, सबसे ज्यादा दुर्ग से 54 प्रोफेसर बनेंगे प्रिंसिपल

professor promotion cg वर्तमान में 170 प्राध्यापकों की डीपीसी की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। ऐसे में जल्द ही प्राचार्य पद पर पदोन्नती की सूची जारी हो सकती है।

भिलाई. professor promotion cg छत्तीसगढ़ के 65 फीसदी शासकीय कॉलेजों में नियमित प्राचार्य नहीं है। प्रदेश में यह आंकड़ा 265 है, जिनमें प्राचार्य के पद रिक्त हैं। अब इन कॉलेज को प्राचार्य मिलने का रास्ता साफ हो गया है। हाईकोर्ट ने सहायक प्राध्यापकों की याचिका पर फैसला दे दिया है। कोर्ट ने कहा है कि पदोन्नत प्राध्यापक अपने पद पर यथावत रहेंगे। professor promotion cg इसके बाद अब इन प्राध्यापकों के प्राचार्य पद पर अगली पदोन्नती की बाधा खत्म हो गई है। वर्तमान में 170 प्राध्यापकों की डीपीसी की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। ऐसे में जल्द ही प्राचार्य पद पर पदोन्नती की सूची जारी हो सकती है।

यह भी पढ़ें : Breaking news: अब अंबिकापुर में युवक की हत्या, शहर के नेपाल लॉज के पास झाड़ियों में मिली लाश, पहुंची पुलिस

professor promotion cg इस सूची में दुर्ग संभाग के सबसे अधिक नाम दुर्ग साइंस कॉलेज के प्राध्यापकों के होंगे, जो प्राध्यापक से प्राचार्य बनाए जाएंगे। यह संख्या कुछ नहीं तो 26 के आसपास होगी, जिनको प्राचार्य बनने का मौका मिल सकेगा। सरगुजा संभाग से भी 15 से ज्यादा को मौका मिलेगा। सबसे खास बात यह है कि साइंस कॉलेज के प्राध्यापकों की सेवा अवधी बहुत कम बची है। professor promotion cg कुछ प्राचार्य 6 महीने के भीतर तो कुछ सालभर में सेवानिवृत्त हो जाएंगे। इससे पहले इनको प्राचार्य बनने का मौका मिल सकता है।

professor promotion cg

professor promotion cg: इधर नियम में संशोधन भी किया

professor promotion cg राज्य सरकार ने शैक्षणिक सेवा भर्ती नियम में बड़ा संशोधन कर दिया है, जिससे पदोन्नत प्राध्यापकों का प्राचार्य बनने का रास्ता खुल गया है। 9000 ग्रेड-पे हासिल करने वाले पदोन्नत प्राध्यापकों पहले प्राचार्य के पद पर पदोन्नती की पात्रता नहीं रखते थे। सिर्फ 10 हजार ग्रेड-पे वाले प्राध्यापक ही प्राचार्य बन सकते थे, लेकिन अब 9 हजार ग्रेड-पे में रहते हुए भी इनको प्राचार्य बनाया जा सकेगा। राज्य सरकार ने 20 साल बाद यह निर्णय लिया है।

professor pramotion cg नहीं बढ़ाया गया ग्रेड-पे

प्राचार्य बनाने के लिए उच्च शिक्षा विभाग ने इनका ग्रेड-पे बढ़ाने से बेहतर नियम को शिथिल करना समझा। नए नियम का राजपत्र में प्रकाशन कर दिया गया है, जिसके बाद साइंस कॉलेज सहित प्रदेशभर के 185 पदोन्नत प्राध्यापकों ने प्राचार्य पद की आर्हताएं हासिल कर ली है। professor pramotion cg जल्द ही विभाग पदोन्नत प्राध्यापकों के लिए कॉलेजों में प्राचार्यों के रिक्त पदों पर नियुक्तियां कर सकता है।

यह हो सकते हैं अगले प्राचार्य

डॉ. अनुपमा अस्थाना, डॉ. अनिल कश्यप, डॉ. जगजीत कौर सलूजा, डॉ. रंजना श्रीवास्तव, डॉ. अमिनेश सुराना, डॉ. एके खान, डॉ. अश्वनी महाजन, डॉ. शिखा अग्रवाल, डॉ. सुचित्रा गुप्ता, डॉ. सोमाली गुप्ता, डॉ. के. पदमावती, डॉ. एसएन झा, डॉ. एचपी सिंह सलुजा, कमर तलत को प्राचार्य बनने की पात्रता मिल गई है, वहीं दुर्ग गर्ल्स कॉलेज से डॉ. अमिता सहगल, डॉ. अनिल जैन, डॉ. मीरा गुप्ता नए नियम में शामिल हो जाएंगे।

यह भी पढ़ें : Ambikapur airport : तीन दिन बाद पीएम मोदी करेंगे अंबिकापुर एयरपोर्ट का उद्घाटन, इस वर्चुअल कार्यक्रम में लगेगी वॉल, जानिए इससे प्रधानमंत्री कैसे जुड़ेंगे

सीधी भर्ती नियम भी बदला

राज्य लोक सेवा आयोग से निकलने वाली प्राध्यापक सीधी भर्ती में पहले तक 45 वर्ष की आयु सीमा थी, जिसे अब सरकार ने हटा दिया है। professor promotion cg अब 61 साल तक के सहायक व एसोसिएट प्रोफेसर भी भर्ती में शामिल हो सकेंगे। पहले तक 45 वर्ष की आयु सीमा होने से जिला सहित प्रदेशभर के करीब 365 सहायक प्राध्यापक इसकी पात्रता से वंचित हो रहे थे।

भर्ती में जूनियर को आयु सीमा की वजह से मौका मिल जाता करता था, लेकिन उसी विभाग का सीनियर इस मौके का लाभ नहीं ले पा रहा था। आगे जब भी पीएससी प्राध्यापक के पद पर भर्ती निकालेगा तो कॉलेजों के professor promotion cg इन सहायक प्राध्यापकों को शामिल होने का मौका मिलेगा। सीधे इंटरव्यू में शामिल हो पाएंगे।

लगातर रिटायर हो रहे प्राध्यापक

professor promotion cg कॉलेजों में पदोन्नत प्राध्यापक लगातार रिटायर हो रहे हैं। प्रदेश के 224 पदोन्नत प्राध्यापकों में से अब सिर्फ 184 शेष बचे है। इसमें बहुत से अगले साल रिटायर हो जाएंगे। अब यदि राज्य सरकार की ओर से इनको प्राचार्य के पद पर पदोन्नत किया जाता है तो रिटायर होने से पहले यह उनके लिए किसी बड़े तोहफे से कम नहीं होगा। बता दें कि प्रदेश में 285 शासकीय कॉलेजों में प्राचार्यों के पद खाली पड़े हैं।

sankalp
Aadhunik

Related articles

Shubham
Mishra Sweets