Sandeep murder case: 37 दिन से फरार था संदीप लकड़ा की हत्या का मुख्य आरोपी, ड्राइवर राजा पांडे भी दबोचा गया
अंबिकापुर। Sandeep murder case: सीतापुर के ग्राम बेलजोरा निवासी संदीप लकड़ा हत्याकांड मामले में फरार मुख्य आरोपी ठेकेदार अभिषेक पांडे को आज पुलिस ने अंबिकापुर कोर्ट से गिरफ्तार कर लिया। वह कोर्ट में सरेंडर करने पहुंचा था। इसकी सूचना जब पुलिस को मिली तो उसने उसे और उसके ड्राइवर राजा पांडे को गिरफ्तार कर लिया। उसे हत्या (Sandeep murder case) के संबंध में पूछताछ करने के लिए अपने साथ ले गई है।
हम आपको बताने की सीतापुर के ग्राम बेलजोरा निवासी राजमिस्त्री संदीप लकड़ा की ग्राम उलकिया स्थित साइट से 7 जून (Sandeep murder case) को ठेकेदार अभिषेक पांडे ने छड़, सीमेंट चोरी का आरोप लगाकर अपने कर्मचारियों के साथ मारपीट कर अपहरण किया था। फिर उसकी इतनी बेदम पिटाई की गई कि उसकी मौत हो गई थी।
8 जून को उसकी लाश पिकअप में भरकर मैनपाट के ग्राउंड लुरैना बड़वापाठ में पानी टंकी के फाउंडेशन में दफन कर दिया गया था। उसकी लाश सीतापुर पुलिस ने 6 सितंबर को बरामद की थी।
इसके बाद से ही ठेकेदार अभिषेक पांडे फरार था।पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई थी लेकिन उसका कहीं भी लोकेशन नहीं मिल पा रहा था। पुलिस ने इस मामले में 7 आरोपियों को गिरफ्तार (Sandeep murder case) किया था।
सरेंडर करने पहुंचा था अभिषेक पांडे
पुलिस के बढ़ते हुए दबाव को (Sandeep murder case) देखकर संदीप लकड़ा हत्याकांड का मुख्य आरोपी अभिषेक पांडे 14 अक्टूबर की दोपहर अंबिकापुर कोर्ट में सरेंडर करने पहुंचा था। इसकी सूचना जब सरगुजा पुलिस को मिली तो एसपी योगेश पटेल के नेतृत्व में सीतापुर पुलिस ने उसे कोर्ट से गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने उसके ड्राइवर राजा पांडे को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस उसे पूछताछ के लिए सीतापुर ले गई है। शव मिलने के 37वें दिन हुआ अंबिकापुर कोर्ट में पहुंचा था।
Sandeep murder case: जमकर मचा था बवाल
संदीप लकड़ा हत्याकांड (Sandeep murder case) मामले में सब मिलने के बाद जमकर बवाल मचा था। संदीप के परिजनों व सर्व आदिवासी समाज ने सीतापुर थाने का घेराव कर आरोपियों को फांसी देने की मांग की थी।
इस मामले में आईजी अंकित गर्ग ने सीतापुर के तत्कालीन टीआई, विवेचक एसआई और एक आरक्षक को सस्पेंड कर दिया था। वही परिजनों ने 25 लाख का मुआवजा और पत्नी को कलेक्टर दर पर नौकरी मिलने के आश्वासन के बाद संदीप के शव का 21 दिन बाद अंतिम संस्कार किया गया था।