वाराणसी में 227 साल पुरानी रामनगर की रामलीला विश्वप्रसिद्ध है.इस लीला के ठाठ राजशाही तरीके से मनाई जाती है|

बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में हर साल यह लीला अंनत चतुर्दशी से शुरू होती है, जो पूरे एक महीने तक चलता है|

 यह लीला आज भी बिना लाइट और साउंड सिस्टम के होती है,227 साल पहले जैसा इसका स्वरूप था,आज भी वह स्वरूप बरकरार है|

जहां शाम 5 बजे से इसकी शुरुआत होती है और रात 9 बजे तक यह लीला पूरे महीने चलती है,पूरे एक महीने तक काशी नरेश इस लीला में शामिल होते हैं |

इस रामलीला की खास बात यह भी है कि यह लीला 5 किलोमीटर के इलाके में होती है,इसके लिए कोई स्टेज भी नहीं बनाया जाता है,बल्कि अलग अलग जगहों पर घूमकर इस लीला का मंथन होता है|

काशी राज परिवार द्वारा इस इस लीला का आयोजन होता है,जिसे यूनेस्को ने वर्ल्ड हेरिटेज माना है,इस लीला को देखने देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी लोग आते है|