Sandeep murder case: जल जीवन मिशन के तहत 28 कार्यों का लिया था ठेका, पीएचई विभाग ने काम बंद होने पर नोटिस जारी कर ठेकेदार अभिषेक पांडे से मांगा था जवाब
अंबिकापुर। Sandeep murder case: सरगुजा जिले के बहुचर्चित संदीप लकड़ा हत्याकांड (Sandeep murder case) मामले में एक ओर संदीप का हत्यारा ठेकेदार अभिषेक पांडे जहां फरार है, वहीं जिले में जल जीवन मिशन योजना के तहत चल रहे उसके 62 करोड रुपए के काम बंद पड़े हुए हैं। काम बंद होने से पीएचई विभाग को नुकसान उठाना पड़ सकता है। ऐसे में उसने फरार ठेकेदार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था।
नोटिस का जवाब नहीं मिलने पर विभाग द्वारा 48 करोड़ का टेंडर निरस्त किया जाएगा। चूंकि ठेकेदार को विभाग द्वारा 14 करोड़ रुपए का भुगतान पहले ही किया जा चुका है, ऐसे में बाकी बचे रुपयों के टेंडर को निरस्त करने का फैसला विभाग ने लिया है।
गौरतलब है कि सीतापुर के ग्राम बेलजोरा निवासी संदीप लकड़ा की उसी के गांव के ठेकेदार अभिषेक पांडे ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर 7 जून को हत्या कर दी थी। इसके बाद उसका शव (Sandeep murder case) मैनपाट के लुरैना गांव के बड़वापाट स्थित जल जीवन मिशन के तहत निर्माणाधीन पानी टंकी के फाउंडेशन में दफन कर दिया था।
मृतक की पत्नी ने ठेकेदार व उसके सहयोगियों पर पति संदीप लकड़ा की हत्या के आरोप लगाए थे, लेकिन पुलिस ने उसकी बात पर कोई ध्यान नहीं दिया था। ऐसे में पत्नी ने सर्व आदिवासी समाज के साथ मिलकर 21 जून को थाने का घेराव किया था।
इसके बाद पुलिस की नींद खुली थी, लेकिन इसके बाद भी उसने ठेकेदार से पूछताछ नहीं की। इधर परिजनों व समाज का दबाव जब पुलिस पर पड़ा तो उसने मामले की जांच शुरू की और 4 आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की।
फिर उनकी निशानदेही पर बड़वापाट से संदीप (Sandeep murder case) का शव बरामद किया था।इसके बाद से ही ठेकेदार अभिषेक पांडेय फरार चल रहा है। पुलिस उसकी खोजबीन में जुटी हुई है।
जल जीवन मिशन के मिले थे 28 काम
हम आपको बता दें कि पीएचई विभाग द्वारा ठेकेदार अभिषेक पांडे को जल जीवन मिशन के तहत 28 टेंडर दिए गए थे। इन सभी कामों को वह शुरू कर चुका था। इसी बीच उसने राज मिस्त्री संदीप लकड़ा की हत्या कर दी थी। संदीप का शव 6 सितंबर को मिला था, उसके बाद से वह फरार चल रहा है।
Sandeep murder case: 48 करोड़ के काम होंगे निरस्त
इधर जल जीवन मिशन के तहत जारी किए गए अभिषेक पांडे के सारे काम बंद पड़े हुए हैं। इसी बीच पीएचई विभाग ने ठेकेदार अभिषेक पांडे को नोटिस जारी कर काम के संबंध में जवाब मांगा था।
चूंकि अभिषेक पांडे (Sandeep murder case) फरार चल रहा है, ऐसे में उसकी ओर से विभाग को कोई जवाब प्रस्तुत नहीं किया गया। इसके बाद विभाग ने उसे जारी 48 करोड़ के कार्य को निरस्त करने का निर्णय लिया है।