Sandeep murder case: सीतापुर के ग्राम बेलजोरा निवासी राजमिस्त्री संदीप लकड़ा की हत्याकांड का मामला, सीतापुर एसडीम को मृतक संदीप की पत्नी ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंप कर आत्मदाह करने की मांगी अनुमति
अंबिकापुर। Sandeep murder case: सरगुजा के बहुचर्चित संदीप लकड़ा हत्याकांड (Sandeep murder case) मामले में अब मृतक की पत्नी ने राष्ट्रपति से आत्मदाह करने की अनुमति मांगी है। बंद लिफाफे में सीतापुर एसडीम को सौंपे गए ज्ञापन में मृतक की पत्नी सलीम लकड़ा ने इसके लिए गांधी जयंती यानी 2 अक्टूबर का दिन चुना है। ज्ञापन में उसने लिखा है कि उसके पति के हत्यारे मुख्य आरोपी अभिषेक पांडे कि अब तक गिरफ्तारी नहीं हो पाई है, इससे वह काफी आहत है।
संदीप लकड़ा (Sandeep murder case)की पत्नी द्वारा दी गई इस चेतावनी से पुलिस एवं प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं इस मामले में पूर्व मंत्री अमरजीत भगत का कहना है की सहनशक्ति की भी कोई सीमा होती है। मुख्य आरोपी अब तक नहीं पकड़ा गया है।
मृतक की पत्नी सलीमा ने बंद लिफाफे में एसडीएम को ज्ञापन दिया था, जब उसे खोला गया तो आत्मदाह (Self immolation) की बात लिखी हुई थी। इस बात से मन बड़ा व्यथित हैं। वहीं एसडीएम का कहना है की शासन-प्रशासन स्तर से मृतक के परिजन व सर्व आदिवासी समाज की लगभग हर मांगों को पूरा किया गया है।
रैली निकालकर एसडीएम को दिया ज्ञापन
मृतक संदीप (Sandeep murder case) की पत्नी ने सोमवार की दोपहर सीतापुर में सर्व आदिवासी समाज की महिलाओं के साथ रैली निकाली। वह एसडीएम कार्यालय के सामने पहुंची और उन्हें बंद लिफाफे में आत्मदाह करने से संबंधित ज्ञापन सौंपा।
राष्ट्रपति के नाम दिए गए ज्ञापन में 2 अक्टूबर को सीतापुर थाने के सामने आत्मदाह करने की अनुमति मांगी गई है। गौरतलब है कि 3 माह से लापता संदीप लकड़ा का 6 सितंबर को शव मिला था।
हत्याकांड के 5 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं, लेकिन मुख्य आरोपी ठेकेदार अभिषेक पाण्डेय (Sandeep murder accused) की अब तक गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। इससे मृतक के परिजन व सर्व आदिवासी समाज में आक्रोश है। वे 12 सितंबर से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
Sandeep murder case: ये था मामला
सरगुजा जिले के सीतापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बेलजोरा निवासी संदीप लकड़ा 28 वर्ष राज मिस्त्री (Sandeep murder case) था। वह ठेकेदार अभिषेक पांडे के अंडर में स्कूल बिल्डिंग का निर्माण कार्य कर रहा था।
7 जून को ठेकेदार अभिषेक पांडे ने छड़ व अन्य बिल्डिंग मटेरियल चोरी का आरोप लगाकर संदीप की जमकर पिटाई की थी तथा अपनी कर में डालकर अपने सोनतराई स्थित ऑफिस ले गया था। यहां अपने 5 अन्य कर्मचारियों के साथ मिलकर उसकी बेसबॉल के बैट और लात मुक्के से बेदम पिटाई की थी।
इसके बाद उसका हाथ पैर बांधकर गोदाम में रात भर फेंक दिया था, ऐसे में सुबह तक संदीप की मौत (Sandeep murder) हो चुकी थी। मौत के बाद पिकअप में उसका शव भरकर सभी ने उसे मैनपाट के लुरैना के बड़वापाठ में निर्माणाधीन पानी टंकी के फाउंडेशन में दफन कर दिया था।
इधर लापता संदीप के परिजनों ने ठेकेदार पर हत्या का संदेह जताते हुए मामले की जांच की मांग की थी। विरोध प्रदर्शन (Chhattisgarh murder case) के बाद अंततः पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पता चला कि उसे मार कर दफन कर दिया गया है। इसके बाद 6 सितंबर को संदीप का शव पानी टंकी के नीचे फाउंडेशन में दफन मिला था, जिसे पुलिस ने बरामद किया था।