Sitapur murder case में राजमिस्त्री दीपेश उर्फ संदीप हत्याकांड के आरोपियों की पुलिस ने जारी की फोटो, मौत से पहले संदीप की ठेकेदार ने अपने सहयोगियों के साथ अधमरा होते तक की थी पिटाई
अंबिकापुर। Sitapur murder case सरगुजा जिले के सीतापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बेलजोरा निवासी राजमिस्त्री दीपेश उर्फ संदीप की हत्या में शामिल 4 गिरफ्तार आरोपियों की फोटो पुलिस ने जारी कर दी है। हत्या करने से पहले मुख्य आरोपी ठेकेदार अभिषेक पांडेय ने अपने 5 कर्मचारियों के साथ मिलकर सदीप की हाथ-मुक्के व बेसबॉल बैट से बेदम पिटाई की थी।
फिर उसका हाथ-पैर बांधकर गोदाम में रातभर मरने के लिए छोड़ दिया था। हुआ भी वही, सुबह उसकी मौत हो गई थी। इसके बाद सभी ने मिलकर मैनपाट के लुरैना बड़वापाट स्थित ओवर हेड टैंक के नीचे फाउंडेशन में उसका शव दफन कर दिया था।
दृश्यम मूवी की तर्ज पर 7 जून की रात की गई राजमिस्त्री दीपेश उर्फ संदीप लकड़ा की हत्या (Sitapur murder case) मामले में शुरुआती दौर में सीतापुर पुलिस का रवैय्या टाल-मटोल वाला रहा। इस केस में पुलिस तब सीरियस हुई, जब डेढ़ महीने बाद संदीप की पत्नी सलीमा लकड़ा ने 21 जुलाई की रात सर्व आदिवासी समाज के साथ मिलकर थाने का घेराव किया था।
अगले ही दिन पुलिस ने ठेकेदार अभिषेक पांडेय, मुंशी प्रत्यूष पांडेय समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर मामले की जांच शुुर की गई। अपराध दर्ज करने के करीब डेढ़ महीने बाद 6 सितंबर को पुलिस नृशंस हत्याकांड का केस सोल्व कर पाई। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने राजमिस्त्री का शव (Sitapur murder case) मैनपाट के लुरैना बड़वापाट स्थित नल-जल योजना के तहत निर्मित ओवरहेट टैंक के फाउंडेशन से बरामद किया।
इतना किया टॉर्चर की चली गई जान
छड़ व सीमेंट चोरी का आरोप लगाकर ठेकेदार अभिषेक पांडेय ने अपने 5 कर्मचारियों के साथ 7 जून 2024 की रात राजमिस्त्री संदीप लकड़ा को इतना टॉर्चर किया था कि उसकी मौत हो गई। गिरफ्तार आरोपियों के कबूलनामे के अनुसार ग्राम उलकिया स्थित स्कूल भवन निर्माण साइट से पीटते हुए संदीप को कार में सीतापुर से लगे ग्राम सोनतराई स्थित ठेकेदार के ऑफिस में (Sitapur murder case) ले जाया गया था।
इसके बाद हाथ-मुक्के, लात व बेसबॉल के बैट से उसकी बेदम पिटाई की गई थी। इस दौरान वह मिन्नतें करता रहा, लेकिन दरिंदों को दया नहीं आई। फिर हाथ-पैर बांधकर उसे आमाटोली स्थित ठेकेदार के गोदाम में रातभर छोड़ दिया गया था।
शव दफन कर कांक्रीट से कर दी थी ढलाई
8 जून की सुबह संदीप की गोदाम में ही मौत हो गई थी। इसके बाद उसका शव ठेकेदार अभिषेक पांडेय के कम्पनी के पिकअप वाहन में लोड कर प्रत्यूष पाण्डेय एवं अन्य आरोपी द्वारा कमलेश्वरपुर के ग्राम लुरेना ले आए। यहां ठेकेदार अभिषेक पाण्डेय के साथ बड़वापाट मोहल्ले में नल-जल योजना के तहत लगाये जा रहे (ओवरहेड टैंक) पानी टंकी के टावर के नीचे जेसीबी से गड्ढा बनाकर शव को उसमें डाल दिया।
फिर ऊपर से कांक्रीट की ढलाई कर दी। आरोपियों की निशानदेही पर कार्यपालिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पानी टंकी के नीचे जेसीबी से खुदाई करवाकर राजमिस्त्री का शव (Sitapur murder case) बरामद किया गया।
ये हैं पकड़े गए आरोपी
गिरफ्तार आरोपियों में प्रत्यूष पाण्डे उर्फ प्रत्यूष गौरव उर्फ बिट्टु 21 वर्ष निवासी पत्थलगांव रायगढ़ रोड रेस्ट हाउस के पीछे थाना पत्थलगांव जिला जशपुर, वर्तमान निवासी ग्राम सुर थाना सीतापुर, गुड्डु कुमार 22 वर्ष निवासी धरहराकला थाना फतेहपुर जिला गया बिहार, वर्तमान निवासी गौरव पथ रोड एलआईसी ऑफिस के पास थाना सीतापुर।
तुलेश्वर तिवारी उर्फ गुड्डु 24 वर्ष निवासी खड़ादोरना नरवापारा थाना सीतापुर तथा शैलशक्ति साहू उर्फ छोटू 20 वर्ष निवासी ढोढ़ीटिकरा वार्ड नंबर 12 थाना पत्थलगांव, वर्तमान निवासी ग्राम सुर सीतापुर (Sitapur murder case) शामिल हैं। जबकि मुख्य आरोपी सीतापुर निवासी अभिषेक पांडेय व उसका कार ड्राइवर राजू फरार हैं। पुलिस जल्द ही उन्हें गिरफ्तार करने की बात कह रही है।
कार्रवाई में ये रहे शामिल
कार्रवाई में साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक मोरध्वज देशमुख, थाना प्रभारी कमलेश्वरपुर एसआई अशोक शर्मा, थाना प्रभारी सीतापुर एसआई रघुराम भगत, एएसआई शिवचरण साहू, अजीत मिश्रा, स्पेशल टीम प्रभारी एएसआई विवेक पांडेय,प्रधान आरक्षक भोजराज पासवान आरक्षक सत्येंद्र दुबे, संजीव चौबे, अमित विश्वकर्मा, राहुल सिंह, विकाश सिंह, अरविन्द उपाध्याय, ऋषभ सिंह, अशोक यादव, वीरेंद्र पैकरा, मनीष सिंह, संजय एक्का व आलोक गुप्ता शामिल रहे।