0 वाड्रफनगर वन परिक्षेत्र के फोकली महुआ जंगल में 35 हाथियों का दल कर रहा विचरण, 3 डॉक्टरों की टीम ने किया शव का पीएम
बलरामपुर. बलरामपुर रामानुजगंज जिले के वाड्रफनगर वन परिक्षेत्र अंतर्गत फोकली महुआ में रविवार की सुबह एक नर हाथी का शव पड़ा मिला। हाथी को जहर देकर मारने की आशंका जताई जा रही है, क्योंकि शव मिलने के स्थान पर न तो हाथियों के बीच द्वंद्व और न ही मृत हाथी के शरीर पर चोट के कोई निशान मिले हैं। सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम द्वारा 3 डॉक्टरों की टीम से शव का पीएम कराया गया। पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही हाथी की मौत के वास्तविक कारण का पता चल पाएगा।
गौरतलब है कि बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के वाड्रफनगर वन परिक्षेत्र अंतर्गत 34 हाथियों का दल 40 दिनों से विचरण कर रहा है। 2 दिन पूर्व हाथियों के इस दल ने वाड्रफनगर नगरी क्षेत्र की सीमा में कस्तूरबा गांधी आश्रम एवं वन विभाग के नर्सरी में घुसकर काफी उत्पादन मचाया था।
शनिवार की देर शाम हाथियों का दल ग्राम फोकली महुआ के जंगल में मौजूद था। इसी बीच रविवार की सुबह एक नर हाथी मृत अवस्था में मिला। ग्रामीणों की सूचना पर एसडीओ फॉरेस्ट अनिल सिंह दल बल के साथ मौके पर पहुंचे।
उनके द्वारा डॉक्टर को मामले की सूचना दी गई। फिर वेटनरी के 3 डॉक्टरों की टीम द्वारा डॉ. देवेंद्र यादव के नेतृत्व में हाथी के शव का पीएम कराया गया। उनका कहना है कि पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही हाथी के मौत के वास्तविक कारणों का पता चल सकेगा।
कीटनाशक देकर मारने की आशंका
वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि हाथी की शरीर पर चोट के कोई भी निशान नहीं मिले हैं उसके मुंह से खून से लथपथ तरल पदार्थ बाहर निकला हुआ है। अमूमन ऐसा जहरीला पदार्थ खाने की वजह से होता है।
उनका का ये भी कहना है कि पिछले कुछ दिनों से हाथियों द्वारा ग्रामीणों के घरों और फसलों को नुकसान पहुंचाया जा रहा था, आशंका है कि इसी वजह से किसी ने खाने की चीज में कीटनाशक मिलाकर रख दिया होगा और हाथी ने उसका सेवन कर लिया होगा।