Ongoing Murder Trial: पुलिस ने मामले की विस्तृत जांच के लिए गठित की 2 टीमें, सीएसपी अंबिकापुर और एसडीओपी के नेतृत्व में काम करेंगी टीमें
अंबिकापुर। Ongoing Murder Trial: अक्षत अग्रवाल मर्डर केस में पुलिस आरोपी भानू बंगाली की थ्योरी को ही सही मान रही है। हालांकि परिवार और समाज के बढ़ते दबाव के बाद एसपी ने जांच के लिए दो टीमों का गठन कर दिया है। शुक्रवार को एसपी योगेश पटेल ने प्रेस कांफ्रंेस कर मामले की विस्तार से जानकारी दी।
एसपी ने बताया कि 20 अगस्त को अक्षत अपने घर से शाम करीब 5 बजकर 43 मिनट पर कार से निकला था। इससे पहले दोपहर में भी वह आरोपी भानू बंगाली से मिला था। अक्षत अग्रवाल और भानू पूर्व परिचित थे। अक्षत ने ही भानू को संपर्क किया था। दोपहर की मुलाकात के दौरान किसी को मारने (Ongoing Murder Trials) की बात हुई थी, लेकिन अक्षत ने भानू को यह नहीं बताया था कि किसे मारना है। शाम को जब अक्षत घर से निकला तो उसके कुछ देर बाद करीब 6 बजकर 16 मिनट पर अक्षत के पिता का उसके मोबाइल पर कॉल भी आया था।
इस बातचीत में अक्षत ने पिता को बताया था कि वह दोस्तों के साथ है। इस एंगल पर भी पुलिस की टीम जांच कर रही है कि मामले में किसी दोस्त की संलिप्तता तो नहीं है। कॉल के कुछ देर बाद ही आरोपी ने अक्षत को गोली मार दी थी। इस पूरे मामले की जांच के लिए बनाई गई टीम की विवेचना के आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी।
9 बजे दर्ज कराई गई गुमशुदगी
एसपी ने बताया कि रात तकरीबन 9 बजे अक्षत के परिवार ने गुमशुदगी दर्ज कराई थी। इसके बाद से ही पतासाजी शुरु कर दी गई थी। (Ongoing Murder Trial) वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार देर रात तक अक्षत और उसकी गाड़ी को खोजने का प्रयास किया गया। लेकिन उसमें पुलिस की टीम असफल रही।
पुलिस को अक्षत के मोबाइल का एग्जेक्ट लोकेशन भी नहीं मिल पा रहा था। एसपी ने बताया कि संदेह के आधार पर पुलिस ने भानू बंगाली को हिरासत में ले लिया था। उससे पूछताछ में ही हत्या की बात निकलकर सामने आई। उसकी निशानदेही पर ही पुलिस ने बॉडी रिकवर की।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी संपर्क में थे दोनों
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पूछे गए एक सवाल पर एसपी ने कहा कि दोनों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी संपर्क में थे। पुलिस इसकी भी विस्तृत जांच कर रही है कि अक्षत और भानू किन-किन लोगों से पिछले कुछ दिनों से संपर्क में थे।
Ongoing Murder Trial: घर आने वाले थे कुछ रिश्तेदार
परिवार वालों के तत्काल थाने पहुंचने से जुड़े एक सवाल पर एसपी ने बताया कि वारदात वाले दिन अक्षत के घर कुछ रिश्तेदार आने वाले थे। परिवार वाले चाहते थे कि अक्षत कि उनसे मुलाकात हो जाए। इस वजह से घर वाले लगातार उससे संपर्क की कोशिश कर रहे थे। लेकिन शाम को जब उसका मोबाइल बंद हुआ तो परिवार वाले घबरा गए और थाने पहुंचकर मामले की शिकायत दर्ज कराई।
भागने की फिराक में था आरोपी
एसपी ने बताया कि वारदात को अंजाम देने के बाद भानू बंगाली फरार होने की तैयारी कर रहा था। वह ओवर कॉंफिडेंस में था कि पुलिस इतनी जल्दी उस पर शक नहीं करेगी। इस वजह से उसने रात घर पर गुजार कर अगली सुबह भागने की तैयारी की थी। (Ongoing Murder Trial) इससे पहले ही तड़के 4-5 बजे के बीच पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया।
इन लाइन्स पर जांच
- अक्षत को हथियार कहां, किससे और कब मिला
- हत्या के पीछे किसी षडयंत्र की संभावना पर
- वारदात के पीछे की कहानी कुछ और तो नहीं है
- व्यवसायिक प्रतिद्वंदित की वजह से तो नहीं हुई हत्या
अनसुलझे सवाल
- अक्षत ने अपनी हत्या की सुपारी क्यों दी?
- किस मानसिक तनाव से गुजर रहा था अक्षत?
- उसके पास पिस्टल कब से और क्यों थी?
- हत्या के लिए उसने क्या केवल भानू बंगाली से संपर्क किया?