CSVTU, DU vice chancellor: भिलाई . छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एमके वर्मा का कार्यकाल सितंबर में समाप्त हो जाएगा। इसी दौरान हेमचंद विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. अरुणा पल्टा भी अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करेंगी। हेमचंद विश्वविद्यालय ने नया कुलपति खोजने कार्यपरिषद की सहमति से कुलपति चयन समिति का एक नाम भेज दिया है। वहीं सीएसवीटीयू की तरफ से फिलहाल यह प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है।
इनको मिल सकती है जिम्मेदारी
बताया जा रहा है कि अभी तक राजभवन स्तर पर कुलपति चयन करने कोई समिति नहीं बनी है। वहीं नए कुलपति के लिए आवेदन भी नहीं मंगवाए गए हैं। लिहाजा, संभावना बन रही है कि सितंबर में दोनों कुलपति का कार्यकाल CSVTU, DU vice chancellor समाप्त होने के बाद यह जिम्मेदारी नए कुलपति की निुयक्ति तक संभागायुक्त या फिर विश्वविद्यालयों के मोस्ट सीनियर प्रोफेसर या डीन को मिल सकती है। इस साल राजभवन को प्रदेश के चार विश्वविद्यालयों के कुलपति चयन करना है। इधर, हेमचंद विश्वविद्यालय का कुलपति बनने पं. रविशंकर विश्वविद्यालय के कई सीनियर प्रोफेसर दौड़ में है। वहीं भिलाई के कॉलेजों के प्रोफेयर प्राचार्य फिलहाल अपने वेतनमान एवं अन्य कारणों से कुलपति की रेस में शामिल नहीं हो पाएंगे। चुनिंदा को ही मौका मिल पाएगा।
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क्या अध्यादेश में फिर किया संशोधन?
प्रदेश के तमाम विश्वविद्यालयों में कुलपति को अधिकतम २ बार पद सौंपा जाता है। यह सीमा दो अटेंप्ट में १० वर्ष के लिए हो सकती है। सीएसवीटीयू के कुलपति ने इस हिसाब से दो बार कुलपति बन चुके हैं। अब चर्चा है कि सीएसवीटीयू प्रशासन ने विश्वविद्यालय CSVTU, DU vice chancellor के अध्यादेश में संशोधन कर लिया है। इसमें कुलपति को तीसरी बार भी मौका दिया जा सकता है। यानी कुलपति दो बार पद पर रहने के बाद भी यदि चयन समिति की कसौटी पर खरे उतरते हैं तो उनको तीसरी बार भी कुलपति बनाया जा सकता है। बहरहाल, प्रदेश के किसी अन्य विश्वविद्यालय में यह व्यवस्था नहीं है।
कुलपति का कार्यकाल सितंबर में समाप्त हो रहा है। शासन से निर्देश मिलते ही विश्वविद्यालय एक सदस्य का नाम भेजने की प्रक्रिया कराएगा।अंकित अरोरा, रजिस्ट्रार, सीएसवीटीयू