Akshat Agrawal murder case Update: आरोपी से साइबर सेल ऑफिस में देर रात तक चली पूछताछ, आरोपी के घर वालों के सामने भी पुलिस ने बरती सख्ती
अंबिकापुर। Akshat Agrawal murder case Update: अक्षत अग्रवाल मर्डर केस में पुलिस आरोपी के बयान में उलझ गई है। उसका बयान पुलिस के गले नहीं उतर रहा है। इस वजह से बुधवार की पूरी रात पुलिस आरोपी संजीव मंडल उर्फ भानू बंगाली से पूछताछ करती रही। लेकिन पुलिस के हाथ कुछ खास नहीं लगा है।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार संजीव मंडल से पूछताछ में पुलिस को कोई नया एंगल अब तक नहीं मिल पाया है। पुलिस आरोपी के घरवालों को भी साइबर सेल लेकर गई थी। यहां आरोपी के घर वालों के सामने भी पूछताछ की गई लेकिन उसके इकबालिया बयान में कोई विरोधाभास पुलिस को नहीं मिला। हालांकि पुलिस अब तक भानू बंगाली (Akshat Agrawal murder case Update) के कथन को सही नहीं मान रही है। पुलिस संजीव मंडल को कुछ दिन के लिए रिमांड पर लेने की तैयारी में है। गुरुवार को उसे कोर्ट में पेश किया जाना है।
अक्षत के बगल में बैठकर ही मार दी गोली
भानू के इकबालिया बयान के अनुसार उसे अक्षत ने ही बुलाया था। दोनों पहले साईं बाबा कॉलेज मोड़ के पास से साथ गए थे। यहां बैठने के दौरान ही अक्षत ने भानू को किसी की हत्या करने के विषय में बात की थी। आरोपी का कहना है कि अक्षत ने उसे इस काम के लिए 50 हजार रुपए देने की बात कही थी। बार-बार पूछने पर भी अक्षत ने उसे यह नहीं बताया था कि किसे मारना है। जब दोनों जंगल में पहुंचे तब अक्षत ने उसे खुद को मारने को कहा। अपुष्ट खबर यह भी है कि आरोपी ने पुलिस को बताया है कि पहली गोली अक्षत ने खुद से सीने में पिस्टल रखकर चलवाई थी।
पहली गोली के बाद बिना देखे किए 2 फायर
आरोपी ने पुलिस को बताया है कि वे दोनों जब जंगल पहुंचे तब अक्षत पर उसने यह बतलाने का दबाव बनाया कि किसे मारना है? जब अक्षत ने खुद को मारने की बात कही तो वह भी भौंचक्का रह गया। आरोपी का दावा है कि उसने इससे इंकार किया लेकिन अक्षत ने जबरन उससे गोली चलवाई।
आरोपी का यह भी कहना है कि वह गोली चलाने से बच रहा था तो अक्षत ने पिस्टल खुद अपने सीने पर रखवाई थी और पहला राउंड फायर करवाया था। इसके बाद उसे तड़पता देख भानू ने अपना आपा खो दिया और बिना देखे ही उसके सीने में दो और गोलियां उतार दीं। इससे उसकी मौत हो गई।
Akshat Agrawal murder case Update: हत्या के बाद बदली नीयत तो उतारे जेवर
भानू बंगाली के बयान के अनुसार वह किसी की हत्या के लिए अक्षत के कहने पर गया तो जरुर था लेकिन उसे यह कतई नहीं पता था कि उसे अक्षत को ही मारना है। 50 हजार रुपए के लिए किसी की हत्या को तैयार भानू की नीयत अक्षत (Akshat Agrawal murder case Update) को मारने के बाद बदल गई। उसने पुलिस को बताया कि उसे अक्षत ने 50 हजार रुपए दिए थे।
भानू का कहना है कि जब उसने अक्षत की हत्या करने से इंकार किया तो उसे अक्षत ने सोने की एक चेन भी दी। लेकिन उसकी हत्या के बाद आरोपी ने उसके गले से सोने का एक और चेन तथा अंगूठी उतार ली। एक अंगूठी उसने जानबूझ कर उसकी उंगली में छोड़ दी थी।
एक नजर में घटनाक्रम
- मंगलवार की शाम करीब 4-5 बजे अक्षत अग्रवाल घर से निकला
- शाम 7 बजे के आसपास उसका मोबाइल नंबर बंद हुआ।
- रात 8 बजे के आसपास घरवालों ने इसकी शिकायत थाने में दर्ज कराई
- रात करीब 9 बजे गांधीनगर थाना और साइबर सेल की टीम अक्षत की तलाश में निकली
- अग्रवाल समाज के लोग भी एक दर्जन गाड़ियों में अक्षत को खोजने निकले
- टीम सोनगरा स्थित एक ढाबे तक फुटेज चेक करने पहुंची लेकिन अक्षत की गाड़ी उस ओर जाते नजर नहीं आई
- भोर में करीब 4 बजे पुलिस ने संदिग्ध आरोपी संजीव मंडल को उसके घर से हिरासत में लिया
- संजीव मंडल के घर से पुलिस को अक्षत की चेन्स और अंगूठियां मिलीं तो शक यकीन मंे बदला
- बुधवार की सुबह तकरीबन 5 बजे संजीव मंडल पुलिस को मौका-ए-वारदात पर लेकर पहुंचा, जहां उसने अक्षत की हत्या की थी
- सुबह करीब 10 बजे तक पुलिस और फॉरेंसिक की टीम ने जरुरी कार्रवाई पूरी की और शव पीएम के लिए भेजा
- बुधवार की सुबह से लेकर गुरुवार तक पुलिस आरोपी से पूछताछ कर घटना के तार जोड़ने में जुटी हुई है