भिलाई . इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिले के लिए चल रही काउंसलिंग के तहत बुधवार को प्रथम चरण की सीटों का आवंटन जारी हो गया। एडमिशन में इस साल भी भिलाई के इंजीनियरिंग कॉलेजों ने अपनी बखत साबित कर दी है। काउंसलिंग के पहले चरण में ही भिलाई के रूंगटा आर-1 इंजीनियरिंग कॉलेज की कुल 1,458 सीटों में से सभी 1,458 सीटें अलॉट हो गई है। प्रदेश के तीनों गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेजों के बाद निजी कॉलेजों में भिलाई का रूंगटा आर-1 कॉलेज पहला संस्थान बन गया है, जिसमें शतप्रतिशत सीटों का आवंटन हुआ है। बीआईटी दुर्ग की 645 सीटों में से 643 सीटें आवंटित हुई है। यहां सिर्फ दो सीटें रिक्त बची है। वहीं शंकराचार्य कॉलेज भिलाई की 1221 सीटों में से 696 सीटें अलॉट की गई। इसी तरह एसएसआईपीएमटी रायपुर की 590 सीटों में से 539 अलॉटमेंट हुए।
तीनों जीईसी, सीएसवीटीयू फुल
तकनीकी विश्वविद्यालय सीएसवीटीयू अपने बीटेक कोर्स की 124 सीटों के साथ काउंसलिंग में शामिल हुआ था, जिसकी सभी सीटें अलॉट हो गई हैं। बिलासपुर गवर्नमेंट इंजीनियरिंग की कुल 272 रायपुर जीईसी में 294 और जगदलपुर गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज की सभी 292 सीटें भी आवंटित की गई है। यहां फिलहाल एक भी सीटें अभी तक की स्थिति में रिक्त नहीं है।
अब कॉलेज पहुंचकर लेंगे प्रवेश
प्रथम चरण के सीट आवंटन में जिन विद्यार्थियों को सीट अलॉट कर दी गई हैं, अब उन्हें 16 से 21 अगस्त के बीच कॉलेज पहुंचकर दस्तावेज सत्यापित कराने होंगे। इसी दौरान उन्हें शुल्क का भुगतान कर एडमिशन पक्का करना होगा। तय तिथि में दाखिले नहीं लेने पर सीट अलॉटमेंट स्वत: निरस्त माना जाएगा।
इस तरह आए प्रथम चरण के आवेदन
इस बार पहले राउंड की काउंसलिंग के लिए इंजीनियरिंग में 5,856 आवेदन आए। इसी तरह बीटेक लेटरल के लिए 672 विद्यार्थियों ने आवेदन किया। मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्टे्रेशन यानी एमबीए के लिए 770 ने फार्म भरा। डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग एंड आर्किटेक्चर कोर्स के लिए मात्र 542 आवेदन ही जमा हो पाए। लेटरल एंट्री के 171 आवेदन ऑनलाइन जमा हुए।
दो चरणों होगी मुख्य काउंसलिंग
काउंसलिंग दो चरण में 15 सितंबर तक जारी रहेगी। काउंसलिंग के दो प्रमुख चरण होंगे। दोनों चरण समाप्त होने के बाद छात्रों को संस्थावार काउंसलिंग (आईएल) के जरिए प्रवेश दिया जा सकेगा।
दस्तावेज सत्यापन के नियम बदले
पहले तक जहां छात्रों को काउंसलिंग के लिए ऑनलाइन पंजीयन करने के बाद दस्तावेजों का सत्यापन कराने डीवीसी सेंटर्स पर जाना होता है। यह व्यवस्था इस बार भी बंद ही रहेगी। कॉलेज अपने स्तर पर दस्तावेजों का सत्याप कराएंगे फिर विश्वविद्यालय नामांकन जारी करने से पहले दस्तावेजों का परीक्षण करेगा। यूजी और पीजी काउंसलिग की तारीखें अलग-अलग होगी। दस्तावेजों में किसी तरह की कमी होने पर विश्वविद्यालय नामांकन के पहले इसकी सूचना विद्यार्थियों एवं उनके कॉलेजों को दे सकता है। साथ ही छात्र का एडमिशन भी निरस्त किया जा सकेगा। किसी भी गैर मान्यता प्राप्त या यूजीसी से डिफॉल्ट विश्वविद्यालय, शिक्षा बोर्ड से स्कूलिंग करने वाले छात्र काउंसलिंग में हिस्सा नहीं ले पाएंगे।
रविवार और अवकाश को भी प्रवेश
तकनीकी शिक्षा संचालनालय ने बताया कि काउंसलिंग में एक पाठ्यक्रम के लिए एक अभ्यर्थी से संबंधित मात्र एक ही आवेदन स्वीकार किया जा सकेगा। यदि कोई अभ्यर्थी अपना आवेदन नहीं भर पाता है तो वह अभ्यर्थी सुविधा केंद्रों में जाकर अपने मूल दस्तावेज और फोटोयुक्त पहचान पत्र के साथ पहुंच अपना आवेदन जमा कर सकता है। काउंसलिंग के हर चरण में अभ्यर्थी को अलग से आवेदन करना होगा। यदि पूर्व चरण में अलॉट हुई सीट पर प्रवेश ले लिया गया है और दूसरे चरण के लिए आवेदन किया गया है तो पूर्व सीट निरस्त हो जाएगी। खास बात यह होगी कि रविवार और शासकीय अवकाश के दिन भी सुविधा केंद्र और कॉलेज खुले रहेंगे। अवकाश में भी प्रवेश दिए जा सकेंगे।
समस्या आए तो यहां करें कॉल – 0771-2221376
सुविधा केंद्र – दुर्ग पालीटेक्निक
इस तरह है द्वितीय चरण की काउंसलिंग-
बीटेक, बीटेक लेटरल, एमटेक, एमबीए –
पंजीयन – 22 से 27 अगस्त तक आवंटन – 29 अगस्त
संस्था प्रवेश की तिथि – 30 अगस्त से 3 सितंबर तक – डिप्लोमा इंजीनियरिंग, डिप्लोमा लेटरल, एमसीए –
पंजीयन – 28 से 31 अगस्त तक आवंटन – 3 सितंबर
संस्था प्रवेश की तिथि – 4 से 7 सितंबर तक ऐसा है आईएल का शेड्यूल
– बैचलर प्रोग्राम, डिप्लोमा और मास्टर्स – पंजीयन – 9 और 10 सितंबर
मेरिट सूची – 12 सितंबर