Corrupt Police Officer: नौकरी में आते ही एसआई ने शुरू की वसूली, हुए बर्खास्त, अपने ही थाने में गिरफ्तार, थानेदार भी सस्पेंडकार चालक से मारपीट कर पैसे वसूलने का आरोप, जांच के बाद विभाग ने की कार्रवाई, एसआई के करीबी 2 दोस्तों को भी किया गया गिरफ्तार
नोएडा। Corrupt Police Officer: नौकरी में आते ही एसआई ने शुरू की वसूली, हुए बर्खास्त, अपने ही थाने में गिरफ्तार, थानेदार भी सस्पेंडकैब (कार) चालक से मारपीट और पैसे वसूलने के मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। पुलिस कमिश्नर जी.बी.नगर ने ट्रेनी एसआई अमित मिश्रा को बर्खास्त कर दिया है। ट्रेनी एसआई और उसके दो साथियों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। घटना की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को नहीं दिए जाने को भी कमिश्नर से गंभीरता से लिया है। उन्होंने डीसीपी सेंट्रल नोएडा, थाना प्रभारी बिसरख व चौकी प्रभारी गौर सिटी-1 को निलंबित भी कर दिया है।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट के बिसरख इलाके में 2 अगस्त की रात कैब चालक से पैसे वसूलने और मारपीट करने का मामला सामने आया था। इसमें एक ट्रेनी एसआई और उसके साथियों की संलिप्तता की बात सामने आई थी। बागपत के बड़ौत का रहने वाला राकेश तोमर कैब चलाता है। उसने पुलिस कमिश्नर से शिकायत की थी कि वारदात वाली रात करीब 1 बजे वह दिल्ली के पंचशील विहार से एक महिला सवारी को लेकर निकला था।
वह सवारी लेकर 11 एवेन्यू स्थित गौर सिटी आया था। पीडि़त ने बताया कि सवारी को छोडऩे के बाद उसके पास दो कार में सवार होकर 5 लोग आए। उन्होंने कार से उतरकर उसके साथ अभद्रता शुरू कर दी।
कार सवार पांच लोगों में से एक वर्दी पहने हुए था। वे उसे जबरन एक सूनसान जगह पर ले गए और उसके साथ मारपीट की। इस दौरान उसके पास रखे 7 हजार रुपए भी आरोपियों ने लूट लिए और उसे घर लौटने के लिए 5 सौ रुपए देकर भगा दिए।
पीडि़त की शिकायत पर कमिश्नर जी.बी.नगर लक्ष्मी सिंह ने मामले की जांच की जिम्मेदार ए.सी.पी. 2 बिसरख को दी। ए.सी.पी. 2 की जांच रिपोर्ट के आधार पर आरोपियों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया गया। एफ.आई.आर. के बाद ट्रेनी सब इंस्पेक्टर अमित मिश्रा व उसके दो साथी अभिनव व आशीष को गिरफ्तार कर लिया गया।
घटना में प्रयुक्त गाडिय़ां भी हुईं सीज
वारदात के दौरान ट्रेनी एसआई व उसके साथी दो अलग-अलग कार में सवार होकर मौका-ए-वारदात पर पहुंचे थे। इन दोनोंं कारों को भी पुलिस ने सीज कर दिया है। गिरफ्तार टे्रनी एसआई अमित मिश्रा को उत्तर-प्रदेश अधीनस्थ श्रेणी के पुलिस अधिकारियों की दंड एवं अपील अधिनियम 1991 के तहत सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।
कई अफसरों का तबादला भी हुआ
वारदात की जानकारी दो दिनों तक वरिष्ठ अधिकारियों को नहीं देना भी कई अफसरों को महंगा पड़ गया। इस मामले की जांच के बाद सेंट्रल डी.सी.पी. सुनीति को भी पद से हटा दिया गया है। इसके अलावा एसआई रमेश चंद्र और मोहित को निलंबित कर दिया गया है। इंस्पेक्टर मनोज कुमार को बिसरख थाने का इंचार्ज बनाया गया है। वे पहले सूरजपुर थाने के प्रभारी हुआ करते थे। वहीं इंस्पेक्टर विनोद कुमार को सूरजपुर थाने को प्रभार सौंपा गया है।