तीन दिनों से बंद कांजी हाउस के अंदर भूखे-प्यासे मवेशियों की जान चली गई। मवेशियों को बंद कर जिम्मेदारों ने पलट कर नहीं देखा
बलौदाबाजार। मुक मवेशियों को कांजीहाउस में बंद कर जिम्मेदारों ने पलट कर नहीं देखा, इसका नतीजा ये हुआ कि तीन दिनों के अंदर भूखे-प्यासे दो दर्जन से अधिक मवेशियों की जान चली गई। इससे क्षेत्र में बदबू फैल गई, तब आसपास के लोग हड़बड़ाए।
मामला जिले के लवन ब्लॉक के ग्राम मरदा का है। जहां के कांजी हाउस में 30 गायों की दर्दनाक मौत हो गई है। ग्रामीणों के अनुसार, यहां कांजी हाउस के एक कमरे में बड़ी संख्या में गायों को ठूंस-ठूंस कर रखा गया था, पर यहां उनके लिए किसी तरह के चारे-पानी की व्यवस्था नहीं गई थी।
इस बात की जानकारी जब तहसीलदार को लगी तो वे मौके पर कांजी हाउस पहुंचे और मामले की जांच की। अधिकारी ने पाया कि कांजी हाउस के एक ही कमरे में मवेशियों को बड़ी संख्या में रख दिया गया था, जिससे 30 गायों की मौत हो गई। मवेशियों के प्रति ऐसी क्रूरता की सूचना मिलने के बाद कलेक्टर भी शुक्रवार को घटनास्थल पहुंचे।
कलेक्टर के पहुंचते ही हड़बड़ाए अधिकारी
घटना स्थल पर कलेक्टर के पहुंचने की सूचना के बाद पूरा प्रशासनिक अमला हड़बड़ा गया। मामले की जांच कर रहे अधिकारी के साथ ही ग्रामीणों से चर्चा की गई। जांच में देखा जा रहा है कि गायों की मौत कैसे हुई। इसके लिए जिम्मेदार कौन है। कांजी हाउस की व्यवस्था कौन देख रहा है। चारे और पानी की व्यवस्था पर विस्तृत जांच की जा रही है।