इंटरनेशनल डेस्क . फलस्तीन की लड़ाई लड़ रहे हमास के नेता इस्माइल हनिया ईरान की राजधानी तेहरान में हुए एक हमले में मारे गए। इस बात की पुष्टी हमास ने भी की है। हमास की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि तेहरान में हनिया के घर पर इजरायल ने हमला किया। इसी हमले में हानिया मारे गए। इस हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी भी संगठन ने नहीं ली है, लेकिन इसके पीछे इजरायली खुफिया एजेंसियों का हाथ माना जा रहा है।
इस्माइल हानिया की हत्या के बाद हमास का बयान सामने आया है। उसका कहना है कि अल्लाह के मार्ग में मारे गए लोगों को मरा हुआ न समझो, बल्कि वे अपने रब के पास जीवित हैं। इस्लामिक रजिस्टेंस मूवमेंट हमास हमारे महान फिलिस्तीनी लोगों, अरब एंड इस्लामी राष्ट्र और दुनिया के सभी स्वतंत्र लोगों के बेटों के लिए शोक व्यक्त करता है।
भाई नेता, शहीद, सेनानी इस्माइल हानिया, आंदोलन के नेता, जो नए ईरानी राष्ट्रपति के उद्घाटन समारोह में भाग लेने के बाद तेहरान में अपने निवास पर एक विश्वासघाती ज़ायोनी छापे के परिणामस्वरूप गुजर गए। हम अल्लाह के हैं और उसी की पास लौटेंगे। यह जीत या शहादत का जिहाद है। हमास का कहना है कि हानिया की हत्या की सजा जरूर मिलेगी।