Olympic news. ओलंपिक के लिए भारत 12 साल से सुख की मार झेल रहा है। अब इसमें कुछ बदलाव होने की उम्मीद जगी है। पेरिस ओलंपिक में मनु भाकर ने रविवार को वूमेंस 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में कांस्य पदक जीतकर भारत के पदकों का खाता खोल दिया। 10 मिटर एयर पिस्टल इवेंट के फाइनल में मनु भाकर लगातार अच्छा प्रदर्शन करती रहीं और टॉप 3 में बनी रहीं। आखिरी शॉट्स से पहले वह दूसरे स्थान पर आ गईं थी, लेकिन कोरियाई शूटर ने 10.5 का निशाना लगाकर मनु को तीसरे स्थान पर जाने के लिए मजबूर कर लिया। इस पदक ने भारत की पदकों का खाता तो खोला ही साथ ही 12 साल के शूटिंग में सूखे को खत्म कर दिया।
मनु भाकर ने न सिर्फ देश का नाम रौशन किया बल्कि देश को शूटिंग में पदक दिलाने वाले पहली भारतीय महिला बन गई हैं। इससे मनु भाकर ने 12 साल के बाद भारत को शूटिंग में पदक दिलाया है। इससे पहले गगन नारंग और विजय कुमार ने लंदन ओलंपिक 2012 में पदक जीता था।
रविवार को उन्होंने फाइनल मैच में 221.7 अंक जुटाए। इस इवेंट का स्वर्ण और रजत पदक कोरिया के नाम रहा। कोरियाई खिलाड़ी ओह ये जिन ने 243.2 अंकों के साथ स्वर्ण पदक जीता। कोरिया की दूसरी खिलाड़ी किम येजी 241.3 अंकों के साथ रजत पदक अपने नाम करने में कामयाब रहीं। 19 साल की उम्र में मनु भाकर ने टोक्यो ओलंपिक में शिरकत की थी।
हालांकि वहां वह खाली हाथ रही थीं, इस ओलंपिक में भारत का निशानेबाजी में ओवरऑल प्रदर्शन भी खराब रहा था। लेकिन मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में शानदार वापसी करते हुए कांस्य पदक जीत लिया है। यह महिला शूटिंग में भारत का पहला मेडल है। मनु भाकर ब्यूनस आयर्स 2018 में यूथ ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय निशानेबाज भी हैं। वह इससे पहले कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियाई खेलों का खिताब भी जीत चुकी हैं।
मनु शनिवार को फाइनल में पहुंचने वाली एकमात्र निशानेबाज थीं। वूमेंट 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट के क्वालीफिकेशन राउंड में भारत की रिदम सांगवान ने भी प्रतिस्पर्धा किया लेकिन वह अच्छी शुरुआत को आखिरी तक कायम नहीं रख सकी और फाइनल में जगह बनाने से चूक गईं।