0 भारी बारिश के कारण खदान में हुई लैंड स्लाइडिंग की वजह से बह गए थे कुसमंंडा खदान में पदस्थ सहायक प्रबंधक, शव बरामद करने देर रात तक चलता रहा रेस्क्यू, सुबह हुई लाश बरामद
कोरबा। एसईसीएल की कुसमुंडा खदान में लैंड स्लाइडिंग की घटना में मारे गए माइनिंग इंजीनियर जितेंद्र नागरकर की लाश बरामद हुई है। राहत एवं बचाव दल ने रविवार सुबह माइनिंग इंजीनियर की लाश को मलबा से बरामद किया। रेस्क्यू टीम ने रविवार सुबह घटनास्थल से कुछ दूरी पर स्थित मलबा से शव खोज लिया। इसे मलबा से बाहर निकाला गया है। यहां से कानूनी कार्रवाई के लिए अस्पताल भेजा गया। घटना शनिवार शाम लगभग 4.30 बजे की बताई जा रही है।
हम आपको बता दें कि कुसमुंडा के सहायक प्रबंधक (खनन) जितेंद्र नागरकर शनिवार की दोपहर खदान में काम कर रहे थे। इस बीच मौसम ने करवट ली और मुसलाधार बारिश होने लगी। इससे बचने के लिए जितेंद्र अपने सहयोगियों के साथ खदान के भीतर स्थित एक गुमटी में चले गए।
जितेन्द्र के साथ घटना के समय 5 और कोल कर्मी भी थे। बारिश कम हुई तो सभी गुमटी से बाहर निकल रहे थे। इस बीच पास स्थित ओवर बर्डन से बारिश का पानी मिट्टी के साथ बहकर नीचे की ओर तेजी आया। बहाव इतना था कि जितेंद्र नागरकर को बहाकर अपने साथ ले गया। जबकि उनके 5 अन्य सहयोगियों की की जान बाल-बाल बच गई।
देर रात तक चलता रहा रेस्क्यू
सूचना मिलते ही अधिकारी भी मौके पर पहुंचे थे। इसके बाद से राहत एवं बचाव से जुड़े कर्मी जितेन्द्र की तलाश मलबा में कर रहे थे। खोजबीन में मदद के लिए राज्य आपदा प्रबंधन विभाग की टीम को भी बिलासपुर से कुसमुंडा खदान में बुलाया गया था। रातभर चली खोजबीन के बाद रविवार की सुबह शव बरामद हुआ।
घटना को वीडियो हुआ वायरल
इस बीच, सोशल मीडिया पर शनिवार को हुई घटना का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें ओवर बर्डन से सैलाब नीचे की ओर बहता दिखाई दे रहा है। सैलाब के बीच फंसे जितेन्द्र और उनके सहयोगी नजर आ रहे हैं।
सभी एक-दूसरे का हाथ पकड़कर खुद को बचाने का प्रयास रहे हैं। वीडियो में जितेन्द्र सैलाब में गिरते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस वीडियो को खदान में चलने वाली एक मशीन के उपर बैठकर बनाया गया है।