0 सूचना मिलते ही कुसमुंडा कोल प्रबंधन मौके पर पहुंची, लापता सीनियर अंडर मैनेजर की तलाश में जुटी एसडीआरएफ की टीम, शाम 4 से 4.30 बजे के बीच हुआ हादसा
कोरबा। कोरबा के कुसमुंडा कोल माइंस में शनिवार की शाम एक बड़ा हादसा हो गया। दरअसल दोपहर से हो रही भारी बारिश की वजह से कोल माइंस में खड़ा मिट्टी का पहाड़ अचानक ढह गया। इस दौरान 5 कोल कर्मियों के साथ मौके पर मौजूद सीनियर अंडर मैनेजर मिट्टी की देर के साथ बह गए। सूचना मिलते ही कोल प्रबंधन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। इस दौरान 5 कर्मियों को सुरक्षित बचा लिया गया, लेकिन सीनियर अंडर मैनेजर का कहीं भी पता नहीं चल पाया। प्रबंधन द्वारा एसडीआरएफ की टीम को मौके पर बुलाया गया, लेकिन अंधेरा हो जाने की वजह से उन्हें सीनियर अंडर मैनेजर की तलाश करने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।
शनिवार की दोपहर करीब 3 घंटे लगातार हुई मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। गली मोहल्ले की सड़कें नदियों में तब्दील हो गईं। शाम तकरीबन 4 से 4:30 बजे के बीच कुसमुंडा खदान अंतर्गत गोदावरी फेस अंतर्गत ओल्ड केट फेस में एक हादसा हो गया।
यहां बने लोहे की गुमटी में सीनियर अंडर मैनेजर जितेंद्र नागरकर के अलावा 5 अन्य कर्मचारी बारिश से बचने रुके थे।काफी देर तक बारिश नही रुक रही थी, ऐसे में बीच बीच में थोड़ी बारिश कम होने पर 2-2 लोग एक दूसरे का हाथ पकड़ कर गुमटी से बाहर निकले और आगे बढ़ने लगे।
इसी दौरान अचानक से पानी के साथ बड़ी मात्रा में मिट्टी बहकर नीचे आ गई, इस मिट्टी के ढेर के साथ ही जितेंद्र नागरकर बह गए। इस दौरान 5 कर्मचारी तो किसी तरह बाहर निकल आए, लेकिन सीनियर अंडर मैनेजर का पता नहीं चला।
मौके पर पहुंचे अधिकारी
वहीं घटना की सूचना के बाद एसईसीएल कुसमुंडा प्रबंधन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। प्रबंधन स्तर पर अधिकारी की खोजबीन शुरू की गई। वहीं घटना की सूचना पर एसडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंची।
शाम 7 बजे के बाद अंधेरा होने की वजह से रेस्क्यू में कार्य में दिक्कत आने लगी। रात 12 बजे तक सीनियर अंडर मैनेजर का पता नहीं चल सका है। रेस्क्यू कार्य अभी भी जारी है।