विधानसभा मानसून सत्र के दौरान तीसरे दिन बलौदाबाजार हिंसा को लेकर फिर इंटेलिजेंस फेलियर को लेकर सरकार को विपक्ष ने घेरा
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन कानून व्यवस्था को लेकर सदन में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोक-झोंक हुई। सत्र में वरिष्ठ पत्रकार सुनील नामदेव पर कांग्रेस सरकार में हुए द्वेष पूर्ण कार्रवाई का मामला सदन में उठा। रायपुर पश्चिम विधायक राजेश मुणत और विपक्षीय विधायक उमेश पटेल के बीच बहस हुई।
उमेश पटेल ने बलौदाबाजार हिंसा को लेकर फिर इंटेलिजेंस फेलियर को लेकर सरकार को घेरा। पटेल ने कहा साय सरकार पुलिस और इंटेलिजेंस फेलियर को छुपाने की कोशिश कर रही, विधानसभा में तीसरे दिन भी बलौदाबाजार मामले को लेकर चर्चा की मांग की गई।
ग्राहता पर चर्चा को लेकर विपक्ष ने मांग रखी, उमेश पटेल मो कहा कवर्धा जो ग्रह मंत्री का जिला है जहां अपराध बढ़ने का क्या करण है। वहीं डौंडीलोहारा विधायक अनिला भेड़िया ने कहा प्रदेश में साइबर के अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। बालोद जिले में खनन से लेकर नशे का कारोबार खुलेआम किया जा रहा है, लेकिन कार्रवाई शून्य क्यों है। अनिला भेड़िया ने कहा छत्तीसगढ़ को बिहार बना के रख दिए हैं।
सदन में डोंगरगांव विधायक दलेश्वर साहू ने कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया। कहा आठवीं बटालियन आवासीय परिसर में चोरी होने के बाद आज भी आरोपी फरार है। मामले की विवेचना कर उसका खात्मा कर दिया गया। कांग्रेसियों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है साय सरकार, हमें अच्छी सुरक्षा व्यवस्था नहीं दी जा रही है।
इधर राजेश मुणत ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि आपकी सरकार के दौरान आप ही की विधायक चन्नी साहू की सुरक्षा व्यवस्था किसने छीनी थी, मेरे से तो 15 दिनों के भीतर ही मेरी सुरक्षा छीन ली गई थी, लेकिन आपकी व्यवस्था हम करवा देंगे।