जगरगुंडा के मल्लेबाग में पुराने पुल पर तेज बारिश का दबाव बढ़ा तो टूट गया, आवागमन के लिए लोग हुए परेशान
सुकमा। मानसून के आगमन के बाद छत्तीसगढ़ में लगातार बारिश जारी है। खासकर बस्तर संभाग में तेज बारिश हो रही है। नदी-नाले उफान पर हैं। ऐसे में पुल-पुलिए भी जल मग्न नजर आ रहे हैं। इस दौरान पानी का दबाव बढ़ता जा रहा है। ऐसी स्थिति में कई बार खासकर पुराने पुल-पुलियों से गुजरना खतरे से खाली नहीं रहता।
हाल ही में सुकमा जिले के जगरगुंडा क्षेत्र के मल्लेबाग में एक पुराना पुल ढह गया, जिसके कारण जगरगुंडा से सुकमा जिला मुख्यालय के लिए अब वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई है। यातायात प्रभावित होने से इस मार्ग से गुजरे वाले परेशानी में पड़ गए हैं।
जानकारी अनुसार सुकमा जिले में लगातार हो रही बारिश से अंदरूनी क्षेत्रों में जनजीवन पर प्रभाव पड़ा है, लोगों की परेशानी बढ़ती नजर आ रही है। जहां नदी-नाले बारिश से उफान पर हैं। इसी का असर जिले के नक्सल प्रभावित जगरगुंडा के मल्लेबाग पुल तेज बहाव के चलते क्षतिग्रस्त हो गया। इस कारण से जगरगुंडा से सुकमा जिला मुख्यालय के लिए अब वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई।
बताया जाता है कि इन इलाकों में दो दशकों से पुल का काम नहीं हुआ था। हाल में इन इलाकों में सड़क और पुल बनाने का काम शुरू हुआ है। बारिश के बीच पुल के क्षतिग्रस्त हो जाने से इन इलाकों के लोगों की मुसीबतें बढ़ गई है। फिलहाल, प्रशासन ने इस क्षतिग्रस्त पुल से लोगों को सुरक्षा के लिहाज से आवाजाही न करने की अपील की है।
बता दें कि सुकमा जिले के लिए जगरगुंडा समेत दो दर्जन से ज्यादा गांव का एकमात्र मार्ग यही है। हालांकि जगरगुंडा दंतेवाड़ा क्षेत्र का सीमावर्ती इलाका है, जो फिलहाल सड़क से जुड़ा है, लेकिन इन ग्रामीणों को जिला मुख्यालय पहुंचने के लिए दंतेवाड़ा होकर भी गुजरना पड़ सकता है।