प्रभात लॉज के संचालक ने जांजगीर के ग्राम पेंडरी के रहने वाले निलेश वर्मा को संचालन के लिए लाॅज दिया हुआ है
भिलाई। छत्तीसगढ़ में जिस्मफरोशी का कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है। खासकर भिलाई, रायपुर, बिलासपुर में ऐसे मामले लगातार सामने आ रहे हैं। बड़ी संख्या में दूसरे राज्यों से युवतियां व महिलाओं का आना-जाना लगा हुआ है। मांग के अनुसार दलाल उनकी सप्लाई कर रहे हैं। मंगलवार की रात हुई कार्रवाई में पावर हाऊस की घनी आबादी के बीच एक लॉज में पुलिस ने छापामार कार्रवाई कर धंधे का भांडाफोड़ किया है।
यहां पुलिस ने 3 लड़कियों सहित 6 युवकों को संदिग्ध हालत में पाया। उसके बाद पुलिस ने सभी को हिरासत में लेकर थाने ले गई। पुलिस ने आज सभी को दुर्ग न्यायालय में पेश कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया। पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ कि प्रभात लॉज के संचालक ने जांजगीर के ग्राम पेंडरी के रहने वाले निलेश वर्मा को संचालन के लिए लाॅज दिया हुआ है।
पुलिस की गिरफ्त में ये आए
मामले में पुलिस ने निलेश वर्मा, लॉज संचालक सुप्रभात शील, दुर्ग के गिरधारी नगर निवासी राजेन्द्र यादव, जामुल निवासी मंजु लहरे, सुपेला निवासी लक्ष्मी हलधर और ग्राम परसदा निवासी संगीता बंजारे को गिरफ्तार किया है। बता दें कि छावनी थाना पुलिस को भिलाई पावर हाऊस स्थित प्रभात लॉज में जिस्मफरोशी होने की सूचना मिली थी। पुलिस टीम के पहुंचने पर वहां अफरा-तफरी मच गई।
इधर-उधर भागने लगे धंधेबाज
कार्रवाई के दौरान लाज में लोग इधर-उधर भागने की कोशिश करने लगे, पर पुलिस ने सभी को पकड़ लिया। इसमें दो स्थानीय और एक पश्चिम बंगाल की युवती सहित 3 युवकों को पकड़ा। मामले में सीएसपी हरीश पाटिल ने बताया कि पुलिस की कार्रवाई के दौरान प्रभात लॉज का संचालक प्रभात शील और राजेंद्र यादव के लिए लड़कियों को लाया गया था। मामले में सभी आरोपियों के खिलाफ पीटा एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।