जवानों की मुस्तैदी की वजह से नक्सलियों द्वारा किया गया ब्लास्ट असफल हो गया। हमले के बाद फोर्स ने तलाशी अभियान चलाया है।
राजनांदगांव। महाराष्ट्र के गढ़चिरौली के नक्सल मोर्चे पर तैनात सी-60 फोर्स के जवानों पर शनिवार सुबह नक्सलियों ने क्लेमोर माइन से हमला कर दिया जिसमें जवानों को मामूली चोंटे आई हैं। नक्सलियों द्वारा किया गया ब्लास्ट पूरी तरह से असफल रहा। इस हमले के बाद इलाके में फोर्स ने अपनी तलाशी अभियान तेज कर दी है।
इस संबंध में नक्सल रेंज डीआईजी अंकित गोयल ने कहा कि आज सुबह नक्सलियों ने हमला किया, लेकिन सभी जवान सुरक्षित हैं। दो जवानों को मामूली चोटें पहुंची हैं। सर्चिंग अभियान के जरिये नक्सलियों की खोजबीन की जा रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक आज सुबह लगभग छह बजे गढ़चिरौली के दोधराज थाना क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ सी-60 के जवान सर्चिंग पर निकले थे। उसी दौरान क्लेमोर माइन के जरिये नक्सलियों ने हमला कर दिया। नक्सलियों ने भामरागढ़ के पामुल गौतम ब्रिज के नजदीक इस घटना को अंजाम दिया।
जवानों की सतर्कता के चलते फोर्स को बड़ा नुकसान नहीं हुआ। बताया जा रहा है कि बारिश शुरू होते ही नक्सलियों की ‘स्माल एक्शन टीम’ सक्रिय हो गई है। इस घटना के पीछे एक्शन टीम का ही हाथ होना माना जा रहा है। अच्छा हुआ कि बड़ी घटना नहीं घटी नहीं तो बड़ा नुकसान हो जाता।
एसटीएफ के 20 जवान मलेरिया से संक्रमित
इधर नक्सल प्रभावित बस्तर जिले में तैनात विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के 20 जवान मलेरिया से संक्रमित पाए गए हैं। दरअसल ये जवान हाल ही में अबूझमाड़ इलाके में नक्सल अभियान में गये हुए थे। अभियान के दौरान अबूझमाड़ के जंगल में मच्छरों के काटने से एसटीएफ के 20 जवान मलेरिया पॉजिटिव पाए गए हैं।
बताया गया है कि बीमार जवानों का उपचार जगदलपुर के अस्पताल में चल रहा है, सभी जवानों की हालत खतरे से बाहर है। इसके अलावा बस्तर संभाग के सुकमा, दंतेवाड़ा बीजापुर, नारायणपुर और कांकेर में भी नक्सल उन्मूलन अभियान से वापस लौटे कुछ जवान मलेरिया पॉजिटिव पाए गये हैं और उन जवानों का भी उपचार स्थानीय जिला अस्पताल में जारी है।