0 कई बार बाजार में ऐसे नकली नोट भी चलने लगते है जिन्हें पहचान करना मुश्किल होता है, ऐसे में आरबीआई ने नई गाइडलाइन जारी की है, आप भी जान लें…
500 rupees note: केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 2016 में पुराने 500 और 1000 के नोट को बंद कर नए 500 और 2000 के नोट जारी किए थे। इसके बाद से यही नोट चलन में थे। 2000 नोट की जमाखोरी को देखते हुए मई 2023 में सरकार ने इस नोट को भी चलन से बाहर कर दिया था। ऐसे में अब सिर्फ 500, 200, 100, 50, 20 और 10 रुपए के नोट ही चलन में हैं। आजकल मार्केट में 500 के नकली नोट भी खपने लगे हैं, जिनकी आसानी से पहचान करना मुश्किल है। ऐसे में आरबीआई ने नया गाइडलाइन जारी किया है, जिससे आप असली नोट की पहचान कर सकते हैं।
आरबीआई द्वारा जारी नई गाइडलाइन को जानकर आप बाजारों में और एटीएम से निकलने वाले 500 रुपए के नकली नोट की पहचान आप आसानी से कर सकते हैं।
अंग्रेजी के खबर द इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार ग्राहकों को 500 रुपए के असली नोट की पहचान के लिए आरबीआई के तरफ से गाइडलाइंस में कहा गया है कि महात्मा गांधी की नई सीरीज वाले ₹500 के नोट पर भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर के हस्ताक्षर होंगे। इसके अलावा नोट के पीछे लाल किला का तस्वीर दिखाई देगा।
नोट के पीछे छापी गई लाल किले की तस्वीर देश की संस्कृति विरासत का प्रतीक है। नोट का बेस कलर स्टोन ग्रे है। नोट में दूसरे डिजाइन और ज्योमैट्रिक पेटर्न मौजूद हैं जो आगे और पीछे के कलर स्कीम को दिखाता है। आरबीआई साफ कहता है की नोट का साइज 63 मिनी गुना 150 मिनी है।
ऐसे करें 500 के असली नोट की पहचान
- – आरबीआई का कहना है कि 500 रुपए के असली नोट पर लिखा गया 500 का अंक ट्रांसपेरेंट होता है। इसके अलावा ₹500 मूल्य वर्ग के नोट पर लेटेंट इमेज होगा।
- – 500 नोट के बीचो-बीच महात्मा गांधी का तस्वीर छपा होगा।
- – 500 के नोटों पर देवनागरी लिपि में उसका मूल्य वर्ग अंक शब्दों में लिखा होगा।
- – कलर बदलने वाले विंडो में सिक्योरिटी ट्रेड दिया गया है जिस पर देवनागरी ही यानी हिंदी में भारत और आरबीआई लिखा हुआ होगा।
- – नोट को तिरछा करने पर सिक्योरिटी थ्रेड रंग हर से नीले रंग में बदल जाता है।
- 500 के नोट पर बहुत ही छोटे हिंदी में भारत और अंग्रेजी में इंडिया लिखा हुआ होगा।