0 लोकसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की हार की समीक्षा बैठक के बीच सोशल मीडिया पर वायरल हुआ गुमनाम पत्र, कांग्रेस नेताओं में मचा हडक़ंप, प्रदेशाध्यक्ष का है ये कहना
रायपुर। राजधानी रायपुर के राजीव भवन में मंगलवार को आयोजित बैठक में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की छत्तीसगढ़ में 10 सीटों पर हार की समीक्षा हो रही थी। इसी बीच कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े के नाम एक गुमनाम पत्र सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा। लेटर में लिखी गईं बातों को लेकर कांग्रेस नेताओं में हडक़ंप मच गया। इस पत्र में लोकसभा और विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के लिए पूर्व सीएम भूपेश बघेल को जिम्मेदार ठहराया गया है।
पत्र में लिखा गया है कि लोकसभा व विधानसभा चुनावों में भूपेश बघेल के अहंकार की वजह से ही कांग्रेस की हार हुई है। पत्र में प्रदेश में हुए घोटालों में जेल जाने के डर से कांग्रेस को हराने का षड्यंत्र रचने की भी बात कही गई है।
इसके साथ ही चरणदास महंत, मोहम्मद अकबर और ताम्रध्वज साहू पर भी निशाना साधा गया है। लेटर बम में लिखा गया है कि कांग्रेस के बड़े नेताओं के अहंकार के कारण प्रदेश में पार्टी की हार हुई है।
चुनाव परिणामों पर समीक्षा करने आज को कांग्रेस के बड़े नेता दिल्ली से रायपुर पहुंचे और विधानसभा, लोकसभा में हार के कारणों पर चर्चा की।
बघेल की रणनीति व घोटाला हार के 2 कारण
राष्ट्रीय अध्यक्ष खडग़े को संबोधित पत्र में लिखा गया है कि आप स्वयं राहुल गांधी, कुमारी सैलजा, चन्दन यादव, प्रदेश का हर शख्स जानता है कि हार के मात्र 2 कारण हैं।
पहला पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की रणनीति तथा दूसरा सौम्या, रामगोपाल, गिरीश देवांगन, अनिल टुटेजा, सूर्यकांत तिवारी, विनोद वर्मा, प्रदीप शर्मा, राजेश तिवारी, ढेबर जैसे लोग और सट्टा, शराब, कोयला, डीएमएफ, जीएसटी, पीएससी जैसे कई घोटाले हैं।
हारे हुए चेहरों पर दोबारा खेला दांव
पत्र में लिखा गया है कि लोकसभा में हारे हुए पुराने चेहरों को टिकट दिया गया। विधानसभा चुनाव में दुर्ग से सभी 5 मंत्री हारे थे। इसके बाद भी दुर्ग से 4 लोगों को दूसरे क्षेत्रों से टिकट दे दिया। परिणाम ये हुआ कि सब हार गए। ज्योत्सना महंत जीतीं तो उसमें चरणदास या कांग्रेस का कोई रोल नहीं है।
प्रदेशाध्यक्ष बैज का ये है कहना
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने वायरल पत्र को लेकर कहा, हालांकि मैंने वायरल पत्र को नहीं देखा है। सुनने में आया है कि उसमें शिकायत कर्ता का कोई नाम नहीं है। कांग्रेस के बड़े नेताओं को बदनाम करने की मात्र साजिश है। इसलिए यह पत्र निराधार है।