नई दिल्ली। शिक्षा मंत्रालय ने नीट (यूजी) परीक्षा 2024 में अनियमितता के आरोपों की व्यापक जांच का काम शनिवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपा। मंत्रालय की देर रात जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि ‘इस परीक्षा की प्रक्रिया की पारदर्शिता के लिए शिक्षा मंत्रालय ने एक समीक्षा करने के बाद इस मामले की व्यापक जांच करने का दायित्य सीबीबाई को सौंपने का निर्णय लिया है।’
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने नीट परीक्षा का आयोजन 05 मई 2024 को किया था। यह परीक्षा ओएमआर (कलम और कागज ) के माध्यम से की गई थी। इस परीक्षा मे नकल, दूसरे से लिखवाने और अन्य तरह की गड़बड़ियों की शिकायत मिलने के बाद सरकार ने यह निर्णय लिया है।
अलग से लिए गए एक निर्णय में सरकार ने एनटीए के वर्तमान प्रमुख को हटा दिया है। उनकी जगह प्रदीप सिंह खरोला को अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। सरकार ने सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) अधिनियम 2024 को भी प्रभावी बना दिया है ताकि परिक्षाओं मे गड़बड़ी करने वाले लोगों से सख्ती से निपटा जा सके।
शिक्षा मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में कहा है कि सरकार परीक्षाओं की पवित्रता को सुनिश्चित कर छात्रों के हितों की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है। मंत्रालय ने फिर कहा है कि परीक्षाओं में किसी भी प्रकार की गड़बड़ियों में लिप्त पाए गए व्यक्तियों और संगठनों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।