Friday, September 20, 2024

छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में मिला हीरे का अकूत भंडार, खुदाई के लिए यह विभाग जल्द ही करेगा ई-ऑक्शन

0 जशपुर जिले के तुमला में 25 हजार वर्ग किलोमीटर में फैला है हीरे का भंडार, उच्च ताप और दाब वाले क्षेत्र में ही मिलते हैं ऐसे बेशकीमती खनिज

रायपुर। छत्तीसगढ़ वैसे भी खनिज भंडारों से भरा पड़ा है। यहां कोयले और बॉक्साइट का का पहले से ही अकूत भंडार है। हीरे और यूरेनियम का भंडार भी प्रदेश में पूर्व में ही मिल चुका है। अब जशपुर जिला स्थित ग्राम तुमला में भी हीरे का भंडार मिला है। तुम्ला गांव में 25 वर्ग किलोमीटर के दायरे में हीरे होने की पुष्टि हुई है। पूरे क्षेत्र में मौजूद संकेतक खनिजों क्रोमाइट, पाइरोप, इल्मेनाइट व अन्य भी इसकी पुष्टि कर रहे हैं। संकेतक खनिज उच्च ताप व दाब में ही मिलते हैं। हीरा भी उच्च ताप व दाब में मिलता है।

जशपुर जिले के तुमला में हीरे का भंडार मिलने की पुष्टि पर खनिज विभाग के अतिरिक्त संचालक डी. महेश बाबू ने बताया कि भौमिकी एवं खनिकर्म संचालनालय छत्तीसगढ़, भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण, मिनरल एक्सप्लोरेशन एंड कंसलटेंसी के संयुक्त सर्वे में हीरे का यह ब्लाक खोजा गया है। जल्द ही राज्य भौमिकी एवं खनिकर्म विभाग हीरा खनन के लिए ई-आक्शन जारी करेगा।

गरियाबंद जिले में विश्व स्तरीय हीरा

छत्तीसगढ़ में पहले भी हीरा मिल चुका है। गरियाबंद जिले के मैनपुर ब्लॉक अंतर्गत बेहराडीह, पायलीखंड में विश्वस्तरीय गुणवत्ता के हीरे पाए जाते हैं। यहां की खदान देश की सबसे बड़ी हीरा खदानों में एक है। गरियाबंद के अलावा महासमुंद, जांजगीर-चांपा में अलग-अलग जगहों पर हीरों के भंडार की मौजूदगी की पुष्टि हो चुकी है।

महासमुंद में सोने और हीरे के खनन का जारी किया जा चुका है ई टेंडर

हम आपको बता दें कि महासमुंद और कांकेर में सोने के छोटे-बड़े भंडार भी मिले हैं। खनिज विभाग ने महासमुंद और कांकेर जिलों के 3 खनिज ब्लॉकों में सोने और हीरे की खुदाई के लिए कुछ दिन पूर्व ही ई-टेंडर जारी किया है।

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