Akshat Agrawal murder case: पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर आरोपी संजीव मंडल उर्फ भानू बंगाली का कराया था टेस्ट, रिपोर्ट आई निगेटिव, आरोपी बोल रहा था सच
अंबिकापुर। शहर के बहुचर्चित अक्षत अग्रवाल हत्याकांड (Akshat Agrawal murder case) मामले में आरोपी संजीव मंडल उर्फ भानू बंगाली का नार्को, ब्रेन मैपिंग व लाई डिटेक्टर टेस्ट रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट के अनुसार भानू बंगाली ने पुलिस के सामने अक्षत की हत्या की जो कहानी बताई थी, वह सही निकली। अर्थात अक्षत अग्रवाल ने खुद अपनी हत्या करने आरोपी से कहा था। उसने ही पिस्टल और कारतूस उपलब्ध कराए थे तथा 50 हजार रुपए और गले में पहनी सोने की चेन बतौर सुपारी दी थी।
Akshat Agrawal murder case: ये था मामला
शहर के मनेंद्रगढ़ मार्ग निवासी अंबिका स्टील के संचालक महेश केडिया के पुत्र अक्षत अग्रवाल (Akshat Agrawal murder case) की 20 अगस्त को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने भगवानपुर निवासी संजीव मंडल उर्फ भानु बंगाली को गिरफ्तार किया था।

आरोपी ने पुलिस को बताया था कि अक्षत अग्रवाल ने ही उसे मर्डर करने की सुपारी दी थी। इसके बदले उसने उसे 50 हजार रुपए और सोने की चेन दी थी। पिस्टल और कारतूस भी अक्षत ही लेकर आया था। इसके बाद वह अपनी कार की ड्राइविंग सीट पर बैठ गया था।
इस बीच उसने अक्षत (Akshat Agrawal murder case) के सीने में 3 गोलियां मार दी थीं। बाद में पुलिस ने उसके घर से 3 पिस्टल और 31 कारतूस जब्त किए थे। आरोपी की इन बातों पर न तो पुलिस, न मृतक के घरवाले और न ही शहरवासी भरोसा कर रहे थे। पुलिस के सामने यह प्रश्न खड़ा था कि आखिर अक्षत ने खुद की सुपारी क्यों दी थी।
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कराया गया था नार्को, ब्रेन मैपिंग और लाई डिटेक्टर टेस्ट
हत्याकांड (Akshat Agrawal murder case) सच्चाई जानने पुलिस ने आरोपी की नार्को, ब्रेन मैपिंग और लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने कोर्ट से परमिशन मांगा। कोर्ट के निर्देश पर उसका तीनों टेस्ट कराया गया। बुधवार को रिपोर्ट आई। इसमें रिपोर्ट नेगेटिव है।
इसका मतलब है कि आरोपी ने अक्षत (Akshat Agrawal murder case) द्वारा खुद की सुपारी देकर हत्या कराने की बात सही पाई गई है। इस मामले में SP योगेश पटेल का कहना है कि गुजरात के गांधीनगर से ब्रेन मैपिंग और लाई डिटेक्टर टेस्ट रिपोर्ट के आधार पर कोर्ट में चालान पेश कर दिया गया है।