ED Raids Bhupesh Baghel House: छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल के घर सुबह-सुबह ईडी ने छापेमार कार्रवाई की है। ईडी की कार्रवाई से छत्तीसगढ़ की राजनीति में हलचल मच गई है…
दुर्ग। Breaking News: कांग्रेस के दिग्गज नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दबिश दी है। ईडी की टीम सुबह-सुबह भूपेश बघेल के भिलाई स्थित आवास पर दबिश दी है। टीम द्वारा दस्तावेजों और अन्य सबूतों को खंगाला जा रहा है। आज यानी सोमवार सुबह-सुबह छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम के ठिकानों पर हुई छापेमार कार्रवाई से राजनीति में हलचल मच गई है। बता दें कि इससे पहले ईओडब्ल्यू और एसीबी की टीम ने बस्तर के तीन अफसरों के 15 ठिकानों पर एक साथ रविवार की सुबह छह बजे छापा मारा।
मिली जानकारी के मुताबिक, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर पर ईडी ने छापेमारी की है। उनके भिलाई-3 पदुम नगर स्थित घर पर सोमवार सुबह चार गाड़ियों में टीम पहुंची है। मौके पर पहुंची टीम दस्तावेज खंगाले रही हैं। फिलहाल पूर्व मुख्यमंत्री (ED Raids Bhupesh Baghel House) के पुत्र चैतन्य बघेल से पूछताछ जारी है।
ED Raid: इनके यहां चल रही छापेमार कार्रवाई
बताया जा रहा है कि भिलाई के नेहरूनगर में मनोज राजपूत, चरोदा में अभिषेक ठाकुर और संदीप सिंह, कमल अग्रवाल किशोर राइस मिल दुर्ग, सुनील अग्रवाल सहेली ज्वेलर्स दुर्ग और बिल्डर अजय चौहान के यहां छापेमार की कार्रवाई चल रही है। वहीं इस मामले को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया है। किसी तरह मामले को शांत कराया गया है।
बेटे चैतन्य बघेल समेत 14 ठिकानों पर ED की दबिश
जानकारी मिल रही है कि ED की टीम ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके बेटे चैतन्य बघेल से जुड़े कई ठिकानों पर छापेमारी की। बताया जा रहा है कि भिलाई में चैतन्य बघेल के ठिकानों के साथ-साथ राज्य में कई अन्य व्यक्तियों से जुड़े ठिकानों पर धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत छापेमारी की गई। फिलहाल टीम दस्तावेज खंगाल रही है।

बेटे चैतन्य बघेल अपराध की आय के प्राप्तकर्ता
मिली जानकारी के मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय छत्तीसगढ़ के शराब घोटाले के संबंध में सोमवार को 14 स्थानों पर पीएमएलए के तहत तलाशी ले रहा है। तलाशी परिसर पूर्व सीएम भूपेश बघेल से संबंधित हैं, जिसमें उनके बेटे चैतन्य बघेल का आवास और करीबी सहयोगी के पुत्र लक्ष्मी नारायण बंसल उर्फ पप्पू बंसल का आवास भी शामिल है। ईडी ने पाया है कि चैतन्य बघेल शराब घोटाले से उत्पन्न अपराध की आय के प्राप्तकर्ता भी हैं, जिसमें अपराध की कुल आय लगभग 2161 करोड़ रुपये है, जिसे विभिन्न (ED Raid) योजनाओं के माध्यम से निकाला गया है।
इसी घोटाले में कवासी लखमा गिरफ्तार
इससे पहले, जनवरी 2025 में, ईडी ने पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को इसी घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार किया था। ईडी का आरोप है कि लखमा इस सिंडिकेट का अहम हिस्सा थे और उन्होंने घोटाले को रोकने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की। उन पर हर महीने 2 करोड़ रुपए की अवैध राशि प्राप्त करने का भी आरोप है।
ईडी की जांच में यह भी पाया गया है कि घोटाले के दौरान अवैध रूप से अर्जित धन का उपयोग संपत्तियों के निर्माण में किया गया था। इससे राज्य के खजाने को भारी नुकसान हुआ और शराब सिंडिकेट के लाभार्थियों की जेबों में अवैध आय भर गई। ईडी की इस कार्रवाई से राज्य की राजनीति में हलचल मच गई है, और विपक्षी दलों ने सरकार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। फिलहाल जांच जारी है, और आने वाले दिनों में और भी खुलासे होने की संभावना है।
पूर्व CM भूपेश बघेल का ट्वीट
ED की छापेमार कार्रवाई के बीच भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि, सात वर्षों से चले आ रहे झूठे केस को जब कोर्ट में बर्खास्त कर दिया गया तो ED के मेहमानों ने पूर्व सीएम के घर पर दबिश दी है। इस षड्यंत्र से कोई पंजाब में कांग्रेस को रोकने का प्रयास कर रहा है, तो यह गलतफहमी है।

इस मामले में हो रही जांच
मिली जानकारी के मुताबिक, कोयला घोटाला और महादेव सट्टा ऐप मामले में जांच करने ईडी की टीम आई है। बता दें कि एक साल पहले महादेव सट्टा ऐप केस में EOW (आर्थिक अनुसंधान शाखा) ने ED की शिकायत पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (ED Raids Bhupesh Baghel House) समेत 21 आरोपियों पर FIR दर्ज की थी। इसमें ऐप प्रमोटर सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल समेत कई अज्ञात पुलिस अफसर और कारोबारियों के नाम भी शामिल हैं। वहीं, उस समय बघेल ने इसे राजनीतिक षड्यंत्र बताया था।