0 डर से कॉलरीकर्मी ने दो अलग-अलग लोगों से उधार में रुपए लेकर अज्ञात शख्स को दे दिए 1 लाख 20 हजार रुपए
सूरजपुर. साइबर क्राइम व ठगी के मामले इन दिनों काफी बढ़ चुके हैं। पढ़े-लिखे लोग भी इसके शिकार हो रहे हैं और अपनी मोटी कमाई गवां रहे हैं। इसी कड़ी में बिश्रामपुर क्षेत्र के गायत्री कोल माइंस में कार्यरत एक कॉलरीकर्मी 1 लाख 20 हजार रुपए ठगी का शिकार हो गया। दरअसल अज्ञात व्यक्ति ने शनिवार की सुबह उसे व्हाट्सएप कॉल कहा कि वह डीजीपी बोल रहा है। उसका बेटा एक गंभीर मामले में पकड़ा गया है, यदि वह उसे बचाना चाहते हैं तो तत्काल 1 लाख रुपए भेजे। इसके बाद कॉलरीकर्मी ने उसके खाते में फोन पे के माध्यम से 1 लाख 20 हजार रुपए भेज दिए।
सूरजपुर जिले के बिश्रामपुर 1 सी कालोनी क्वार्टर नंबर 95 निवासी रामाशीष पाल पिता नार सिंह गायत्री भूमिगत खदान में कार्यालय अधीक्षक के पद पर कार्यरत है। 16 मार्च की सुबह 10 बजे उसके मोबाइल पर अज्ञात व्यक्ति द्वारा व्हाट्सएप कॉल किया गया।
कॉल करने वाले ने खुद को डीजीपी बताया और धमकी दी कि तुम्हारे पुत्र को एक गंभीर मामले में गिरफ्तार किया गया है। यदि अपने पुत्र को मामले में बचाना चाहते हैं तो 1 लाख रुपए तत्काल देना होगा। ये बात सुनकर वह डर गया और उसकी बातों में फंस गया।
1 लाख 20 हजार रुपए देने के बाद हुआ ठगी का एहसास
फोन से डरे कॉलरीकर्मी ने अपने परिचित कृपाशंकर से 40 हजार रुपए व सचिन वर्मा से 80 हजार रुपए उधार लेकर उनके ही फोन पे के माध्यम से भिजवाया।
बाद में ठगी के शिकार होने के एहसास होने पर उसने मामले की सूचना बिश्रामपुर थाना में दी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।